गिरिपार क्षेत्र मे कल से शुरु होगा बूढ़ी दीवाली पर्व ddnewsportal.com

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गिरिपार क्षेत्र मे कल से शुरु होगा बूढ़ी दीवाली पर्व

प्रशासन का कोरोना प्रोटोकॉल के तहत पर्व को सूक्ष्म तरीके से मनाने का आह्वान, सामाजिक दूरी का करें पालन

पारम्परिक संस्कृति के धनी जिला सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र के हाटी समुदाय के लोगों ने बुढ़ी दिवाली की तैयारी पूरी कर ली है। कल यानि 14 दिसम्बर से
क्षेत्र की अधिकतर पंचायतों मे मशाल यात्रा के साथ बुढी दिवाली पर्व शुरु हो जाएगा। हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते प्रशासन ने भी सूक्ष्म रूप से परंपरा निर्वहन करने का आह्वान किया है। साथ ही सामाजिक दूरी का पालन करने के भी निर्देश दिये हैं। इसलिए इस बार यह पर्व मात्र परंपराओं को सूक्ष्म तरीके से निभाने वाला पर्व रहेगा। गोर हो कि नई दिवाली के ठीक एक माह बाद पूरे गिरिपार क्षेत्र मे मनाये जाने वाले इस अहम पर्व की तैयारियां क्षेत्र के लोगों ने पूरी कर ली है। गृहणियों ने इस पर्व पर परोसे जाने वाले मुख्य व्यंजन मुड़ा व शाकुली बनाने का कार्य पूरा कर लिया है। शहरी क्षेत्र में 14 नवम्बर को दीपावली का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। परंतु गिरिपार के लाखों हाटी समुदाय के लोग सोमवार से बूढ़ी दीवाली मनाने जा रहे है। बूढ़ी दीवाली का यह त्यौहार सिरमौर जिले के गिरिपार के घणद्वार, मस्त भौज, जेल-भौज, आंज-भौज कमरउ, शिलाई, रोनहाट व संगड़ाह क्षेत्र के अलावा उतराखंड के जौंसार बाबर में भी मनाया जाता है। बूढ़ी दीवाली के इस त्यौहार को परंपरागत तरीके से मनाने के लिए क्षेत्र के ग्रामीण कई दिन पहले से ही तैयारी में जुट जाते है। बूढ़ी दीवाली का पांरपरिक मुड़ा है जो कि गेंहू को उबालकर सुखाने के बाद कड़ाही में भूनकर तैयार किया जाता है। इस मूड़े के साथ अखरोट की गीरी, खीले, बताशे व मुरमुरे आदि मिलाए जाते है। बूढ़ी दीवाली के दिन लोग सुबह उठकर अंधेरे में लोग घास व लकड़ी की मशालें जलाकर एक जगह में एकत्रित हो जाते है। अंधेरे में ही माला नृत्य गीत व संगीत का कार्यक्रम शुरू हो जाता है। कुछ घंटो तक टीले व धार पर लोकनृत्य व वीरगाथाएं गाकर लोग वापस अपने गांव के सांझा आंगन में आ जाते है। इसके बाद दिनभर लोकनृत्य का कार्यक्रम होता है। एक दूसरे से मिलकर दीवाली की बधाई दी जाती है। हालांकि इस बार कोरोना प्रोटोकॉल

के तहत कार्यक्रमों के आयोजन पर पाबंदी है और 50 से अधिक लोग एक कार्यक्रम मे एकत्रित नही हो सकते। इसलिए आपने और अपने परिवार की सुरक्षा के मध्य नजर सरकार और प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पालन करें। Desh Dinesh News Portal भी सभी से आह्वान करता है कि इस बार बुढी दिवाली का पर्व सूक्ष्म रूप से मनाएं और कोरोना से अपने परिवार और गांव सहित क्षेत्र को बचायें।