पांवटा सिविल अस्पताल के अल्ट्रासाउंड रुम पर लटका है ताला ddnewsportal.com

पांवटा सिविल अस्पताल के अल्ट्रासाउंड रुम पर लटका है ताला ddnewsportal.com

पांवटा सिविल अस्पताल के अल्ट्रासाउंड रुम पर लटका है ताला

गर्भवती और सामान्य पेशेंटो को लगभग चार साल से निजी लैब मे करवाने पड़ रहे टेस्ट, जिले मे सबसे ज्यादा होती है ओपीडी

जिले के सबसे ज्यादा ओपीडी वाले सिविल अस्पताल पांवटा साहिब केअल्ट्रासाउंड रुम मे पिछले चार साल से ताला लटका हुआ है। यहां पर

प्रतिदिन औसतन 35 से अधिक गर्भवती महिलाओं और सामान्य पेशेंटों को अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए लिखा जाता है लेकिन रेडियोलेजिस्ट न होने के कारण उन्हे निजी लैब मे अधिक पैसे चुकाकर अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार करीब चार साल पूर्व पांवटा सिविल अस्पताल के प्रभारी और रेडियोलोजिस्ट डी.डी. शर्मा यहां से प्रमोट होकर चले गए।

तब से अल्ट्रासाउंड के कमरे पर ताला लटका हुआ है। यहां पर दूर दराज के क्षेत्रों से गरीब वर्ग की गर्भवती महिलाएं व सामान्य मरीज इस उम्मीद के साथ आतें है कि उनका अल्ट्रासाउंड मुफ्त मे हो जाएगा, लेकिन यहां पर लाखों रुपए की मशीन बिना रेडियोलोजिस्ट के धूल फांक रही है। यहां पर पूरे जिले मे प्रतिदिन सबसे अधिक ओपीडी रहती है। स्त्री विषेषज्ञ

चिकित्सक डा. सुधी गुप्ता के पास रौजाना सैंकड़ो गर्भवती महिलाएं अपनी जांच करवाने आती है। जिनमे से अकैले उनके पास से ही करीब 20 महिलाओं को प्रतिदिन अल्ट्रासाउंड के लिए कहा जाता है। इसके अलावा सामान्य वर्ग मे भी प्रतिदिन सभी चिकित्सकों के पास करीब 15 से अधिक रोगियों को अल्ट्रासाउंड बाहर के निजी लैब से करवाना पड़ता है। ऐसे मे लोग सरकारी सुविधा से वंचित होकर अतिरिक्त राशि चुका रहें है। इससे सबसे अधिक प्रतिकूल प्रभाव गरीब वर्ग की गर्भवती महिलाओं पर पड़ रहा है जिन्हे 9 महिने के अंतराल मे तीन से चार बार अल्ट्रासाउंड करवाना पड़ता है। जानकार बतातें है कि वैसे तो सरकार गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों मे सभी टेस्ट और अन्य सुविधाएं मुफत देने की बात कहती है लेकिन यहां पर तो टेस्ट के लिए भी उन्हे पैसे चुकाने पड़ रहे


है। अब नाहन क्षेत्रिय अस्पताल भी मेडिकल काॅलेज बन चुका है जिस कारण वहां से भी किसी रेडियोलोजिस्ट के सप्ताह मे दो दिन पांवटा आने की संभावना खत्म हो चुकी है। क्योंकि अब यह सीएमओ के दायरे से बाहर हो चुका है। स्थानीय लोगों व सामाजिक संस्थाओं ने पांवटा सिविल अस्पताल मे रेडियोलोजिस्ट के रिक्त पड़े पद को जल्द भरे जाने की प्रदेश सरकार से मांग की है ताकि गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की सुविधा

मिल सके और लाखों रुपए की मशीन जंग लगने से बच जाए। उधर, इस बारे अस्पताल के प्रभारी डा. संजीव सहगल ने बताया कि विभाग को यहां पर रेडियेलोजिस्ट के रिक्त पड़े पद के बारे मे बताकर इस पद को भरने की

मांग की गई है। उर्जा मंत्री सुखराम चौधरी से भी इस बारे बात की गई है। उन्होंने भी आश्वासन दिया है। उम्मीद है जल्द ही अस्पताल मे यह पद भर जाएगा।