कफोटा: एसडीओ को चार उपमंडल के अतिरिक्त कार्यभार, जेई के पद रिक्त, कौन सुनेगा जनता की पुकार ddnewsportal.com

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कफोटा: एसडीओ को चार उपमंडल के अतिरिक्त कार्यभार, जेई के पद रिक्त, कौन सुनेगा जनता की पुकार

23 पंचायतों की 35 हजार की आबादी प्रभावित, 44 उठाऊ तो 98 ग्रेविटी स्कीम, चार सेक्शन और जेई एक

लोकतंत्र में जनता अपना नुमाइंदे चुनती है, जिनसे लोग उम्मीद रखते है कि वह सरकार में रहकर उनकी समस्याओं को दूर करेंगे। जनता की मुख्य समस्याएँ भी मूलभूत होती है जिनमें पानी भी एक है। लेकिन यदि जल मुहैया करवाने वाले विभाग मे स्टाॅफ ही नहीं होगा तो दिक्कत दूर नहीं बल्कि बढ़ेगी ही। हम अपनी मुहीम को आगे बढ़ाते हुए इस बार जलशक्ति विभाग में स्टाॅफ की कमी को उजागर कर रहे हैं। यदि सिरमौर जिले में आपके मंडल, उपमंडल या सेक्शन में स्टाॅफ की कमी है तो हमें 9736157400 पर डिटेल भेजें। हम आपकी समस्या को प्रकाशित करेंगे। 
आज हम हिमाचल प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान के विधानसभा क्षेत्र शिलाई के कफोटा जलशक्ति उपमंडल की बात करेंगे। इस उपमंडल के तहत हजारों की आबादी आती है और कई दुर्गम क्षेत्र इस सब डिविजन में पड़ते हैं। दूरदराज के इलाक़ों में स्टाॅफ की कमी के कारण अक्सर पीने के पानी की समस्या सामने आती है। जिसे दूर करने के लिए मुट्ठीभर स्टाॅफ कोशिश तो करते हैं लेकिन फिर भी दिक्कतें दूर नहीं होती। 
अब उपमंडल कफोटा की भौगोलिक स्थिति देखें तो मस्तभोज से लेकर कोटा पाब और भीतरकुई पोका से लेकर दूर-दराज कठवाड़ तक की 23 पंचायतों का एरिया इस सब डिविजन के अंतर्गत आता है जिनमे करीब 35 हजार की आबादी आती है। इतनी आबादी एक मंडल कार्यालय की कंडीशन को पूरा करती है। लेकिन यहां तो उपमंडल का स्टाॅफ ही पूरा नहीं है। 
सबसे बड़ी बात कि इस सब डिविजन में 44 उठाऊ पेयजल योजनाएँ संचालन में है। नाहन सर्किल में इतनी लिफ्ट स्कीम्स किसी उपमंडल में नहीं है। 98 योजनाएं ग्रेविटी की फंक्शनल है। 7 योजनाएं निर्माणाधीन है। ऐसे में इन स्कीमों की देखरेख को स्टाॅफ की जरूरत होती है। कोई दिन ऐसा नहीं जब कोई न कोई सम्कीम किसी फाॅल्ट के कारण खराब न हो। ऐसे में यदि जेई ही नहीं होंगे या एसडीओ को अन्य उपमंडल में जाना पड़ रहा हो तो स्कीमे कई कईं दिन ठप्प रहनी लाजिमी है। 


कार्यालय और फील्ड स्टाॅफ की कमी की तो बात ही छोड़ों। चार सेक्शन (कफोटा, जामना, कमरऊ और सतौन) में एक जेई इस वक्त मौजूद है। एक जेई मेडिकल लीव पर है। एसडीओ को अपने उपमंडल सहित पाँवटा साहिब मंडल के चार सब डिविजन का अतिरिक्त कार्यभार दे रखा है। तो बताईये ऐसे में जनता किससे गुहार लगाएं। समाजसेवी नात्थू राम चौहान का कहना है कि क्षेत्र के नेताओं को मंत्री के समक्ष इन सार्वजनिक समस्याओं को उठाना चाहिए ताकि आम जनता का भला हो सके। मंत्री जी को भी चाहिए कि जिस विधानसभा का वह प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वहां की जनता की दिक्कतों को समझें।
उधर, उपमंडल के एसडीओ वीरेंद्र शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उच्चाधिकारियों को खालो पदों का ब्यौरा भेजा गया है। उम्मीद है जल्द जेई व अन्य रिक्त पद भरे जायेंगे।