निकाय चुनाव के बाद गावों की और नेताओं का रुख ddnewsportal.com
निकाय चुनाव के बाद गावों की और नेताओं का रुख
शहर मे गलियों की खाक छानने के बाद अब नेताओ ने दी ग्रामीण क्षेत्रों में दस्तक
स्थानीय निकायों के चुनाव समपन्न होने के बाद अब पंचायती राज संस्थाओं के त्रिस्तरीय चुनाव के लिए भाजपा-कांग्रेस के अलावा कई दिग्गज नेताओ ने गावों की और रुख कर लिया है। शहर की गलियों में खूब पसीना बहाने के बाद अब नेता गांव में अपनी अपनी पार्टी के समर्थित जिला परिषद, बीडीसी और प्रधान पद के उम्मीदवारो जीताने व उनके पक्ष में प्रचार के लिए गांव की गलियों मे पहुंच गए है। नगर निकाय के चुनाव 10 जनवरी को समपन्न हुए हैं। अब पंचायतों मे 17 जनवरी से तीन चरणों मे चुनाव होने है। प्रचार के लिए कुछ दिन ही शेष बचे है। इसलिए प्रचार तेज हो गया है। जानकारी के मुताबिक पांवटा विकास खंड में 78 पंचायतें आती है। इन सभी पंचायतों में भाजपा व कांग्रेस ने अपनी अपनी पार्टी के समर्थित उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है। इसके अलावा कई आजाद उम्मीदवार भी चुनावी समर में है। निकाय चुनाव संपन्न होने के बाद गावों में प्रचार अभियान ने जोर पकड़ लिया है। पंचायत के वार्डो में उम्मीदवार अपने समर्थको के साथ डोर टू डोर जाकर वोट मांग रहे है। पांवटा ब्लाक की 78 पंचायतों मे से 39 पंचायतें महिलाओं के लिए आरक्षित होने के कारण महिला उम्मीदवार समर्थकों के साथ डोर टू डोर प्रचार कर रही है। चुनावी मैदान में उतरे उम्मीदवारो ने अलग अलग टीमे बनाई है। उम्मीदवारो
की एक टीम पोस्टर चिपकाने में लगी है। इनमे ज्यादातर युवाओ की टोलियो काम कर रही है। जबकि खुद उम्मीदवार समर्थको के साथ घर घर जा रहे है। इसके अलावा वोटरो को अपने पक्ष में करने के लिए भाजपा व कांग्रेस के नेता देर रात तक विभिन्न पंचायतों मे डटे हैं। इन नेताओ के मैदान में उतरने से उम्मीदवारो में भी जोश आ रहा है। बहरहाल शहर की छोटी सरकार के चुनाव समपन्न होने के बाद से अब नेता गांव मे पंहुच गए है।