चिट्टा के खिलाफ निर्णायक कदम: हमीरपुर में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 18 हजार से अधिक लोगों ने निकाली एंटी-चिट्टा वॉकथॉन ddnewsportal.com

चिट्टा के खिलाफ निर्णायक कदम: हमीरपुर में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 18 हजार से अधिक लोगों ने निकाली एंटी-चिट्टा वॉकथॉन  ddnewsportal.com

चिट्टा के खिलाफ निर्णायक कदम: हमीरपुर में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में 18 हजार से अधिक लोगों ने निकाली एंटी-चिट्टा वॉकथॉन

नशे के खिलाफ जन-संकल्प का एक सशक्त उदाहरण आज हमीरपुर में देखने को मिला, जहाँ एंटी-चिट्टा वॉकथॉन 2025 का सफल आयोजन किया गया। इस वॉकथॉन में जिले भर से 18,000 से अधिक लोगों ने भाग लेकर नशे के खिलाफ एकजुटता का मजबूत संदेश दिया। इस जन-जागरूकता कार्यक्रम का नेतृत्व मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने किया। उनके साथ मंत्रीगण, जनप्रतिनिधि, जिला प्रशासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, स्कूल–कॉलेजों के छात्र-छात्राएँ तथा समाज के विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए।

यह वॉकथॉन शहीद कैप्टन मृदुल शर्मा स्मारक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक बाल विद्यालय, हमीरपुर से आरंभ होकर पुलिस लाइन ग्राउंड, दोसड़का में संपन्न हुई। पदयात्रा नादौन चौक, गांधी चौक, मुख्य बाजार और भोटा चौक से होते हुए निकाली गई। प्रतिभागियों ने हाथों में बैनर, तख्तियाँ और झंडे लेकर चिट्टा विरोधी नारे लगाए और नशे के प्रति शून्य सहनशीलता का स्पष्ट संदेश दिया।

नशा विरोधी शपथ: 

वॉकथॉन को रवाना करने से पूर्व मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को नशा विरोधी शपथ दिलाई और युवाओं को नशे से बचाने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया। पुलिस लाइन ग्राउंड में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि चिट्टा जैसी बुराई के खिलाफ लड़ाई तभी जीती जा सकती है जब यह जन-आंदोलन बने। राज्य सरकार का स्पष्ट लक्ष्य नशामुक्त हिमाचल प्रदेश बनाना है। चिट्टा को जड़ से खत्म करने के लिए व्यापक अभियान चलाया गया है, जिसमें जनता की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे नशा तस्करों की सूचना पुलिस को दें, नशे की चपेट में आए लोगों को सही समय पर सहायता दिलाने में सहयोग करें, ताकि इस बुराई को हमेशा के लिए समाप्त किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने बताया कि हमीरपुर की यह वॉकथॉन राज्य की तीसरी बड़ी एंटी-चिट्टा वॉकथॉन है, इससे पहले ऐसे आयोजन शिमला और धर्मशाला में भी किए जा चुके हैं। भविष्य में राज्य के अन्य हिस्सों में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। पदयात्रा के दौरान हिमाचल प्रदेश पुलिस ऑर्केस्ट्रा “हार्मनी ऑफ पाइंस” ने स्कूल ग्राउंड और गांधी चौक पर प्रस्तुतियाँ दीं, जबकि होमगार्ड्स बैंड ने भोटा चौक पर प्रदर्शन कर लोगों को जागरूक और उत्साहित किया।

इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक, हिमाचल प्रदेश, अशोक तिवारी, आईपीएस ने आम जनता को संदेश देते हुए कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई में समाज की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है और पुलिस पूरी प्रतिबद्धता से युवाओं के भविष्य की रक्षा के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रतिभागियों के लिए समुचित व्यवस्थाएँ की गई थीं, जिनमें सभी प्रवेश द्वारों पर पीने के पानी की व्यवस्था, एम्बुलेंस एवं चिकित्सा सुविधा, मोबाइल शौचालय एवं स्वच्छता व्यवस्था शामिल है। कार्यक्रम का संचालन शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित ढंग से हुआ, जो सभी विभागों के बेहतर समन्वय का प्रमाण है। वॉकथॉन के उपरांत पुलिस लाइन ग्राउंड में आयोजित मंच कार्यक्रम में उद्घाटन गीत, सामूहिक चिट्टा विरोधी नारे, मुख्यमंत्री का संबोधन, शांति एवं आशा के प्रतीक के रूप में कबूतर उड़ाना, गुब्बारे उड़ाना, राष्ट्रगान, प्रेस वार्ता और प्रतिभागियों के लिए जलपान। 

एकजुट संदेश: 

एंटी-चिट्टा वॉकथॉन 2025 का समापन इस मजबूत संदेश के साथ हुआ कि नशे को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। समाज, सरकार, पुलिस, शैक्षणिक संस्थान और परिवार—सभी को मिलकर हिमाचल के भविष्य को सुरक्षित बनाना होगा।