करोड़ों कर्मचारियों को लाभ....... 01 फरवरी 2022- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा ddnewsportal.com

करोड़ों कर्मचारियों को लाभ.......  01 फरवरी 2022- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा ddnewsportal.com
फोटो: साभार एएनआई।

करोड़ों कर्मचारियों को लाभ.......

01 फरवरी 2022- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा

- विकास को गति देने वाल बजट- CM
- घोर निराशा वाला बजट- प्रतिभा-विक्रमादित्य 
- फार्मा उद्योगों को मिलेगी संजीवनी- सिंगला
- सेब पर बड़ा संकट- चौहान
- शिक्षा का बजट ऐतिहासिक- डाॅ पुंडीर 
- सीयू की परीक्षा 14 से
- सिलेंडर के घटे दाम
- नही हो पाया मिलन
- बेसहारों के सहारा थे कंवर- तिवारी  
- पांवटा को थमाया झुनझुना- नौटी
- अगले चार दिन भारी
सिरमौर में आज 86 और कोविड/सूचना एवं जन संपर्क विभाग बुलेटिन।


(आज की तस्वीर)


स्थानीय (सिरमौर)

1- आईआईएम के नये कैंपस में शुरू होगा 2023 शैक्षणिक सत्र।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पांवटा प्रवास के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान अहम बैठक धोलाकुंआ मे निर्माणाधीन आईआईएम सिरमौर कैंपस को लेकर भी हुई। मुख्यमंत्री ने अखिल भारतीय प्रबंधन संस्थान, (आईआईएम) धौलाकुंआ के कार्य की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और अधिकारियों को इसके कुछ भाग का कार्य इसी वर्ष अगस्त माह तक पूर्ण कर इसे हस्तांतरित करने के निर्देश दिए ताकि इसे क्रियाशील किया जा सके। बैठक में बताया गया कि आईआईएम में वर्ष 2022 के लिए 600 से अधिक छात्रों का दाखिला किया जाएगा। आईआईएम की सुरक्षा दीवार का 85 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है और शैक्षणिक सत्र 2023 नए कैम्पस में प्रारम्भ किया जा सकेगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने अधिकारियों को राष्ट्रीय उच्च मार्ग-707 के पांवटा साहिब-गुम्मा-फेडिज अनुभाग के निर्माण कार्य को गति प्रदान करने के निर्देश दिए हैं ताकि इसे जल्द से जल्द राज्य के लोगों को समर्पित किया जा सके। बैठक में अवगत करवाया गया कि राष्ट्रीय उच्च

मार्ग-707 का निर्माण कार्य चार पैकेज में विभाजित किया गया है और पैकेज-चार के अन्तर्गत श्री क्यारी से गुम्मा भाग का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। यह भी बताया गया कि लगभग दस करोड़ रुपये की मुआवजा राशि वितरित की जा चुकी है और शेष राशि का वितरण भी शीघ्र ही कर दिया जाएगा। जिला में नए प्रापण केंद्रों की स्थापना के मामले पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों की सुविधा के लिए कृषि उपज विपणन समिति और हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से गेंहू और धान का प्रापण प्रारम्भ करने की सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। बैठक में बताया कि जिला में तीन केंद्रों हरीपुर टोहाना, कालाअम्ब और रामपुर घाट में प्रापण प्रक्रिया प्रारम्भ की जा चुकी है लेकिन जिला में प्रापण केंद्रों की संख्या बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। इस बैठक में ऊर्जा मंत्री सुख राम चौधरी, नाहन से विधायक डॉ. राजीव बिन्दल, पच्छाद से विधायक रीना कश्यप, हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, जिला परिषद की अध्यक्षा सीमा कनयाल, उपायुक्त राम कुमार गौतम, अतिरिक्त उपायुक्त सोनाक्षी सिंह तोमर, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

2- लोकल एंजेसी से फसल खरीद करवाने की और बढेंगे सरकार के कदम।

यदि सरकार की प्रक्रिया मुकम्मल हुई तो इस बार गेंहू बेचने को किसानों के पास ऑप्शन होंगे। सरकार गेंहू और धान की खरीद के लिए एफसीआई सहित सिविल सप्लाई और एपीएमसी को भी मंडी में परमिशन दे सकती है। इसके लिए वैसे तो सीएम ने एपीएमसी सिरमौर के साथ बैठक के दौरान औपचारिक हामी भर दी है लेकिन प्रक्रिया पूरी करने को कहा गया है। यदि यह संभव हुआ तो पांवटा साहिब से इस पहल की शुरुआत हो सकती है। दरअसल बीती शाम को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने एपीएमसी सिरमौर के साथ भी एक बैठक की। एपीएमसी सिरमौर के चेयरमैन रामेश्वर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री के समक्ष इस बार की खरीद का पूरा आंकड़ा रखा गया। पहली

बार धान की प्रदेश मे एफसीआई के माध्यम से खरीद हुई। और बड़ी बात यह रही कि प्रदेश का अकैले 60 फीसदी धान जिला सिरमौर मे खरीदा गया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि यदि गेंहू और धान खरीद के लिए एफसीआई के साथ साथ लोकल एंजेसियों सिविल सप्लाई और एपीएमसी को भी शामिल कर दिया जाएं तो किसानों को विकल्प मिल जाएगा और एफसीआई का एकाधिकार भी खत्म हो जाएगा। जिसके बाद जिला में नए प्रापण केंद्रों की स्थापना के मामले पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने किसानों की सुविधा के लिए कृषि उपज विपणन समिति और हिमाचल प्रदेश राज्य खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के माध्यम से गेंहू और धान का प्रापण प्रारम्भ करने की सम्भावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। बैठक में बताया कि जिला में तीन केंद्रों हरिपुर टोहाना, कालाअम्ब और रामपुर घाट में प्रापण प्रक्रिया प्रारम्भ की जा चुकी है लेकिन जिला में प्रापण केंद्रों की संख्या बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। 

3- हिमाचल में रेलवे विस्तार के लिए सरकार प्रयासरत : जयराम ठाकुर

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उत्तराखंड चुनाव प्रचार में रवाना होने से पूर्व गुरूद्वारा श्री पांवटा साहिब और राधा कृष्ण हनुमान यमुना मंदिर में शीश नवाया और सुख समृद्धि विकास के लिए प्रार्थना की। इस मौके पर पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पवित्र भूमि पांवटा साहिब का धार्मिक मानचित्र पर विशेष महत्व है। उनकी सरकार धार्मिक और औद्योगिक क्षेत्रों को रेल लाइन से जोड़े जाने के लिए व्यापक प्रयास कर रही है। इस संदर्भ में उन्होंने हाल ही में केंद्रीय मंत्री से मुलाकात कर हिमाचल प्रदेश में रेलवे विस्तार पर व्यापक चर्चा की। इसके साथ ही प्रदेश में रेलवे विस्तार की

संभावनाओं को तलाशने के लिए सर्वे करवाने का आग्रह किया। जिसे केंद्रीय मंत्री ने स्वीकार कर लिया है। जल्द की सर्वे शुरू होने की संभावना है। इस मौके पर सीएम जयराम ठाकुर के साथ प्रदेश ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी, प्रदेश खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, डीसी सिरमौर आरके गौतम, एसडीएम विवेक महाजन, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पांवटा साहिब के उपप्रधान जत्थेदार हरभजन सिंह, सदस्य हरप्रीत सिंह रतन, कर्मवीर सिंह, मैनेजर जगीर सिंह, सिरमौर ट्रक ऑपरेटर यूनियन के प्रधान बलजीत सिंह नागरा, भाजयुमो के जिला अध्यक्ष पवन चौधरी आदि मौजूद रहे।

4- गुरुद्वारा कमेटी ने मुख्यमंत्री से की बहुमंजिला पार्किंग की पेशकश।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज गुरूद्वारा श्री पांवटा साहिब में शीश नवाया। इस दौरान गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी उनके समक्ष समस्याओं को उठाया। गुरुद्वारा पांवटा साहिब के सभागार में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य और कांग्रेस नेता हरप्रीत सिंह रतन ने सीएम जयराम ठाकुर के समक्ष पार्किंग की समस्या उठाते हुए कहा कि पार्किंग के लिए स्थान का आभाव होने के कारण पर्यटकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गुरुद्वारा पांवटा साहिब के समक्ष उपलब्ध पार्किंग स्थल पर बहुमंजिला पार्किंग स्थापित की जा सकती है। यदि सरकार इसकी इजाजत दें तो गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्रद्धालुओं के सहयोग से स्वंय निर्माण

करने में सक्षम है। इससे यहां यात्रियों के लिए पार्किंग की समस्या समाप्त हो जाएगी। इस दौरान हरप्रीत सिंह रतन ने कहा कि पार्किंग की समस्या के साथ ही पांवटा साहिब के सिविल अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट की समस्या गंभीर है। रेडियोलॉजिस्ट और विशेषज्ञ चिकित्सकों के आभाव में लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस मौके पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पार्किंग की समस्या के समाधान के लिए गुरुद्वारा प्रबंधक समिति का सुझाव बेहतर है। उन्होंने कहा कि समिति ओपचारिकताएं  पूरी करें। बहुमंजिला पार्किंग के निर्माण की इजाजत दे दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्दी यहां अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की जाएगी।

5- पांवटा को झुनझुना थमा लौट गये सीएम: नौटी

भारतीय किसान युनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी कहा कि मुख्यमंत्री पांवटा साहिब आकर भी जनता को कोई सौगात नही दे पाए। जारी प्रेस बयान में नौटी सहित परमजीत बंगा, संदीप बत्रा, दिनेश शर्मा, साजिद हाशमी, चंदर्जोत सिंह ढिल्लो, चरणजीत जैलदार, गुरजीत सिंह, जसविंदर बिलिंग,  जुल्फकार अली, अरशद अली, जोगिंदर चौधरी, मन सिंह चौधरी, श्यामलाल शर्मा, अर्जुन सिंह, गुरनाम सिंह, इंद्रजीत अज्जू आदि ने कहा कि पांवटा साहिब की बहु प्रतिक्षित मांगे जैसे रेल लाइन, होला मोहल्ला को राज्य स्तरीय दर्जा, नघेता में आईटीआई, डांडा आज के लिए डाकपत्थर से रोपवे, गिरिपार में नई तहसील, किसानों के लिए समय अनुसार बड़ी अनाज मंडी,

यमुना रिवर फ्रंट को विकसित कर नए पार्क बनाना, गुरु गोविंद सिंह टूरिस्ट सर्किट जैसे अनेक मुद्दों पर मुख्यमंत्री कोई बड़ी घोषणा करके पांवटा साहिब के विकास को गति दे सकते थे। अब इसको भारतीय जनता पार्टी की अंदरूनी खींचतान कहें या कुछ और लेकिन पांवटावासी अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं क्योंकि मुख्यमंत्री खाली झोली लेकर आए और उत्तराखंड को निकल लिए। पहले मुख्यमंत्री के दौरों से कम से कम क्षेत्र की सड़कें ठीक हो जाती थी इस बार तो वह भी नहीं हुआ। नौटी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का पांवटा साहिब दौरा तथा आज पेश हुआ केंद्र का बजट दोनों ने पांवटा साहब तथा सिरमौर के किसानों, मजदूरों और व्यापारियों को निराश किया है। जयराम ठाकुर का दौरा कुछ ऐसा लगा कि पांवटा साहिब न होकर शिलाई पर केंद्रित रहा तथा पांवटा साहिब के लिए एक रुपए की घोषणा उन्होंने नहीं की। 2022 की शुरुआत में ही मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के लिए अनेक सौगातें दी लेकिन

किसानों और मजदूरों के लिए एक घोषणा, एक नए रुपए का लाभ इन वर्ग को नहीं दिया। और तो और व्यापारियों पर भी डेढ़ सौ से अधिक नई आइटम कृषि उपज मंडी समिति की लिस्ट में लाकर उन पर भी एक नया जजिया कर सरकार ने लगा दिया है। अब छोटे से छोटे व्यापारी को भी एक परमानेंट सीए रखना होगा जो किसी के भी बूते की बात नहीं है। एक तरफ जहां निर्मला सीतारमण ने पूरे प्रदेश को निराश किया है वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पांवटा साहिब की जनता का बहुत बड़ा अनादर पांवटा साहिब की ही पवित्र धरती पर आकर किया है। मुख्यमंत्री को अगर नाहन तथा शिलाई के विकास की ही इतनी चिंता है तो वह पांवटा साहिब से अब कोई उम्मीद भी ना रखें।

6- लोंगों के प्रेरणास्रोत व बेसहारों के सहारा थे कंवर हरि सिंह: आरपी तिवारी  

अनगिनत लोंगों के प्रेरणास्रोत व बेसहारों के सहारा रहे समाजसेवी स्व. कंवर हरि सिंह को याद किया गया। मंगलवार को उनके 83वें जन्मदिन को सेवा दिवस के रुप में मनाया गया। इस मौके पर सिविल अस्पताल प्रभारी डॉ. अमिताभ जैन, स्थानीय पत्रकार, समाजसेवियों व हिमोत्कर्ष सदस्यों ने 
मरीजों को फल वितरित किए। क्लीन पांवटा ग्रीन पांवटा तथा मीडिया कर्मियों ने कंवर हरि सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। हिमोत्कर्ष सिरमौर के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि समाजसेवा के शिखर पुरुष कंवर हरि सिंह प्रदेश के पूर्व कर्मचारी नेता एवं साहित्यकार के साथ-साथ समाजसेवी रहे। उन्होंने पीडित मानवता की सेवा में जीवन के अंतिम सांस तक जुटे रहे कंवर हरि सिंह (81) का दो वर्ष पहले निधन हो गया था। हिमोत्कर्ष के संस्थापक स्वयं में एक ही एक संस्था थे। अपनी लेखनी-पत्रकारिता के साथ-साथ साहित्य क्षेत्र को भी समृद्ध  किया। सरकार की कई कमेटियों के भी महत्वपूर्ण सदस्य रहे। वर्ष 1939 में स्व. ठाकुर रघुवीर सिंह

व स्व. कृष्णा देवी के घर जन्मे कंवर हरि सिंह ने पठानकोट के एसएमएसडीआर कॉलेज से 1960 में स्नातक उपाधि प्राप्त की। हिमाचल सरकार में अनूसूचित जाति एवं  जनजाति विकास निगम के महाप्रबंधक पद से 1998 में सेवानिवृत्त होने से पहले केंद्र व प्रदेश सरकार में विभिन्न पदों पर कार्य किया। लगभग ढ़ाई दशक तक हिमाचल अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के अग्रणी नेता व राज्य राजपत्रित अधिकारी संघ के भी प्रधान रहे। वर्ष 1974 में उन्होंने सहयोगियों के साथ मिलकर हिमोत्कर्ष संस्था की स्थापना की। वर्तमान समय में इस संस्था की प्रदेश में 12 शाखाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबों के उत्थान, महिला सशक्तिकरण तथा समाज सेवा के कार्य कर रही हैं। कंवर हरि सिंह नेशनल सोसायटी फॉर प्रिवेंशन आफ ब्लाइंडनेस हिमाचल शाखा के भी फाउंडर जनरल सेक्रेटरी रहे।

7- पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग ने विकासनगर में किया चुनावी प्रचार।

पांवटा साहिब के पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग ने विकासनगर से कांग्रेस उम्मीदवार नवप्रभात के लिए वोट मांगे और बीजेपी की दमनकारी नीतियों के

बारे में लोगों को बताया। उनके साथ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पांवटा साहिब अश्वनी शर्मा ,भगानी जोन अध्यक्ष एवम मजदूर नेता प्रदीप चौहान, एससी सेल अध्यक्ष दर्शन सिंह, पूर्व प्रधान  दाता राम आदि उनके साथ मौजूद रहे।

8- बिना मास्क स्कूल मे नही मिलेगा प्रवेश: दीर्घायु

पांवटा साहिब में स्थित राजकीय आदर्श कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एक मासिक बैठक आयोजित की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि किसी को भी बिना मास्क प्रवेश नहीं दिया जाएगा। चाहे वह अध्यापक हो या छात्र सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। स्कूल के प्रधानाचार्य दीर्घायु प्रसाद ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के द्वारा स्कूल खोलने के आदेश के अनुसार

कोविड के नियमो की पालना करते हुए विधिवत रूप से स्कूल खोला जाएगा। प्रधानाचार्य ने बताया कि सरकार के आदेश के अनुसार कोविड नियमो के साथ मंगलवार को भी स्कूल में पूरा स्टाफ उपस्थित रहा। उन्होंने कहा कि बिना मास्क के स्कूल में किसी का भी प्रवेश नहीं किया जायेगा। उन्होंने बताया कि स्कूल को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है जिससे संक्रमण का खतरा कम हो। प्रधानाचार्य ने सभी स्टाफ सदस्यों को और बाहर से आने वाले लोगो को मास्क पहनकर आने के निर्देश दिए हैं।

9- पांवटा भाजपा का मंडल मिलन कार्यक्रम में भी नही हो पाया मिलन।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पांवटा साहिब पंहुचने पर भाजपा पांवटा ने मंडल मिलन कार्यक्रम रखा था लेकिन इसमे रूठे वरिष्ठ वर्कर्स का मिलन नही हो पाया। भाजपा के एक धड़े ने इस बैठक से दूरी बनाए रखी जिससे पांवटा साहिब मे भाजपा की गुटबाजी फिर जग-जाहिर हो गई। इस बार तो यह नाराजगी मुख्यमंत्री की उपस्थिति में जाहिर हुई है। दरअसल, विधानसभा क्षेत्र पांवटा साहिब के भाजपा मंडल मिलन कार्यक्रम में सीएम जयराम ठाकुर तो पहुंचे लेकिन पार्टी के आधा दर्जन नेताओं ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। कयास लगाए जा रहे थे कि सीएम के इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद संगठन में उपज रहा गतिरोध समाप्त हो जाएगा। लेकिन कार्यक्रम में कई नेताओं के नदारद रहने को सीएम ने गंभीरता से लिया और संगठन को मीठी फटकार लगाते हुए एकता का पाठ पढ़ाया। जानकारी है कि भाजपा का एक धड़ा काफी समय से अलग बैठक कर विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार

कर रहे है। जिसमें ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी की मुश्किलें बढ़ रही है। सोमवार देर रात को पांवटा साहिब में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का भाजपा मंडल मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें कयास लगाया जा रहे थे कि रूठे हुए भाजपा नेताओं को कार्यक्रम में बुलाकर मुख्यमंत्री से इनकी नाराजगी दूर करवाई जाएगी। लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंडल अध्यक्ष मदन मोहन शर्मा, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष संजय सिंघल, पांवटा साहिब ब्लॉक प्रधान संघ के अध्यक्ष मनीष तोमर, वरिष्ठ भाजपा नेता शिव सिंह असवाल, पूर्व बीडीसी सदस्य सुधीर गुप्ता आदि नेताओं ने मंडल मिलन कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी। जिससे एक बार फिर से गुटबाजी सामने आ गई है। बैठक में कई कार्यकर्ताओं ने मुद्दा भी उठाया कि कुछैक नेता सरकार के 4 साल में पूरे मजे ले चुके हैं। लेकिन जब चुनाव की बात आती है वह दूरी बनाए रखते हैं ऐसे नेताओं पर कारवाई होनी चाहिए।


(हिमाचल)

1- केंद्रीय बजट- विकास को नई गति देने की दिशा में एक कारगर दस्तावेज: मुख्यमंत्री 

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा आज वर्ष 2022-23 के लिये प्रस्तुत बजट को देश की अर्थ-व्यवस्था देने, किसानों, समाज के कमजोर वर्गों तथा विकास को नई गति देने की दिशा में एक कारगर दस्तावेज बताया है। शिमला मे आयोजित पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट आधारभूत संरचना को सुदृढ़ करेगा तथा इसके साथ ही डिजिटल तकनीक के माध्यम से विकास की प्रक्रिया को समग्र और समावेशी बनायेगा। उन्होंने कहा कि यह बजट पूरे देश के साथ-साथ सभी राज्यों को भी आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज सिद्ध होगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि यह बजट सड़कें, रेल, हवाई अड्डे, बन्दरगाह, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था, जलमार्ग इत्यादि के निर्माण को गति प्रदान करेगा, जिससे हिमाचल प्रदेश को भी इन क्षेत्रों को गति देने में सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूंजीगत व्यय बढ़ाने के लिये राज्यों के लिये अतिरिक्त केन्द्रीय सहायता में चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 5,000 करोड़ रुपये की वृद्धि की गई है, जिससे प्रदेश सरकार को इसमें से चालू वित्तीय वर्ष में 600 करोड़ रुपये की स्वीकृति भारत सरकार द्वारा दी जा चुकी है। उन्होंने राज्यों को मिलने वाली इस सहायता को भारत सरकार द्वारा 2022-23 के दौरान 10 गुना बढ़ाकर एक लाख करोड़ रुपये किया गया है। उन्होंने कहा कि इस वृद्धि के फलस्वरूप हिमाचल प्रदेश को भी लाभ होगा, क्योंकि आगामी वित्तीय वर्ष में केन्द्रीय सहायता में काफी वृद्धि होगी। इस सहायता के माध्यम से प्रदेश सरकार को पूंजीगत कार्यों के कार्यान्वयन में गति दी जा सकेगी। सीएम ने कहा कि बजट में जीरो बजट प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने की बात की गयी है, जिससे हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत केन्द्र सरकार द्वारा 2022-23 के लिये 60,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जिससे हिमाचल प्रदेश सरकार को जुलाई 2022 तक प्रदेश के सभी ग्रामीण घरों में पाइप के माध्यम से पीने को पानी पहुंचाने में सहायता मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तरराष्ट्रीय सीमाओं से सटे ग्रामीण क्षेत्रों के लिये ‘वाइब्रंट विलेज’ नाम से एक नई योजना आरम्भ करने का प्रस्ताव भी स्वागत योग्य है क्योंकि इससे प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित होगा। उन्होंने केन्द्रीय वित्त मंत्री का पहाड़ी राज्यों में रोपवे बनाने के लिए केन्द्रीय सहायता से एक नई योजना पर्वतमाला आरम्भ करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बजट में वन स्वीकृतियां शीघ्र प्रदान करने के

उद्देश्य से विशेष सुविधा आरम्भ करने की वित्त मंत्री की घोषणा का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इससे प्रदेश में वन स्वीकृतियों के कारण लम्बित विकासात्मक योजनाओं को शीघ्र आरम्भ करने का मार्ग प्रशस्त होगा। जयराम ठाकुर ने नई पेंशन स्कीम के अन्तर्गत मिलने वाली कर राहत को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 14 प्रतिशत करने का भी स्वागत किया है। उन्होंने दिव्यांगों तथा उनके माता-पिता को कर में राहत प्रदान करने की घोषणा का भी स्वागत किया है। मुख्यमंत्री ने उज्ज्वला योजना के अर्न्तगत एक करोड़ नये लाभार्थियों को 2022-23 के दौरान लाभान्वित करने के प्रस्ताव का भी स्वागत किया हैं। उन्होंने कहा कि कृषि वानिकी एवं निजी वानिकी में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लाभार्थियों के लिये विशेष सहायता का प्रावधान भी सराहनीय है। 2022-23 के लिये प्रस्तुत बजट आगामी 25 वर्षों के लिये एक ऐसा दस्तावेज है जिसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगामी वर्षों में विकास को इस प्रकार गति मिले कि इससे होने वाले लाभों से कोई भी व्यक्ति वंचित न रहे तथा देश के सभी क्षेत्रों के लोग विकास की इस प्रक्रिया में भागीदार हो।

2- घोर निराशा वाला है केंद्रीय बजट: प्रतिभा-विक्रमादित्य 

हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जहां केंद्रीय बजट की खूब तारीफ की है वहीं कांग्रेसी सांसद और विधायक ने इसे घोर निराशा वाला बजट करार दिया है। मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस सांसद प्रतिभा सिंह व कांग्रेस के युवा विधायक विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय बजट पर घोर निराशा प्रकट करते हुए इसे पूरी तरह दिशाहीन बताया है। सासंद प्रतिभा सिंह ने कहा है कि बजट में ऐसा कोई भी प्रस्ताव नहीं है, जिससे आम व मध्यम वर्ग के लोगों को बढ़ती महंगाई से कोई राहत मिल सके। आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि बजट में हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों की घोर उपेक्षा की गई है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि प्रदेश में रेलवे विस्तार के लिए कोई ठोस बजट आबंटित किया जाता पर ऐसा कुछ नहीं हुआ है। मंडी में प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण का भी इस बजट में कोई उल्लेख

नहीं है। प्रतिभा सिंह ने कहा कि इस बजट से देश में बेरोजगारी के साथ-साथ महंगाई बढ़ेगी। उन्होंने बजट को महज आंकड़ों का एक दस्तावेज बताया है जो कभी भी लक्षित विकास दर को हासिल नहीं कर पाएगा।
वहीं, कांग्रेस के युवा विधायक विक्रमादित्य सिंह ने केंद्रीय बजट को युवा विरोधी बताते हुए इसे अंधेरे में तीर मारने की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा है कि बजट में बेरोजगारी दूर करने के कोई सार्थक उपाय नजर नहीं आए हैं और युवाओं के लिए कोई भी ऐसी योजना का उल्लेख नहीं है, जिससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ सकें। उन्होंने आम बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वही घिसा पिटा आंकड़ों का पिटारा है, जिसमें देश को सब्जबाग दिखाने का पूरा प्रयास किया गया है। बजट पूरी तरह दिशाहीन है जिसकी न तो कोई दशा है और न ही कोई दिशा, जिससे आम लोगों को कोई राहत मिलती। उन्हें नहीं लगता कि यह बजट देश में लक्षित विकास दर हासिल करेगा।

3- फार्मा उद्योगों के लिए बेहतरीन है केंद्रीय बजट: सिंगला

फैडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज व लघु उद्योग भारती के हिमाचल प्रदेश यूनिट के वरिष्ठ पदाधिकारी व क्योरटेक ग्रुप के मैनेजिंग डायरैक्टर सुमित सिंगला ने केंद्रीय सरकार द्वारा पेश किए बजट की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान देश का प्रत्येक वर्ग प्रभावित हुआ, जिसमें लघु, मध्यम उद्योग और फार्मा उद्योग को कड़ा संघर्ष करना पड़ा। केंद्रीय सरकार ने इस मुश्किल की घड़ी में इन उद्योगों को कर्ज प्रदान कर राहत प्रदान की। यही कारण रहा कि ये उद्योग सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सरकार की मदद के कारण ही संभव हुआ कि भारत का फार्मा उद्योग विश्वभर में तीसरे स्थान पर आ गया है। कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार की नीतियों के कारण जहां भारत को विश्व की फार्मेसी कहा जाने लगा, वहीं सरकार के टीकाकरण अभियान की उपलब्धि है कि देश में कोविड महामारी उतनी जानलेवा नहीं हुई जितनी विदेश में रही। टीकाकरण के कारण देश में कोविड एक फ्लू मात्र हो चला है। सुमित सिंगला ने केंद्रीय बजट पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 2022 के यूनियन बजट में सरकार ने विदेशों पर भारतीय फार्मा उद्योग की 80 से 100 प्रतिशत निर्भरता को भांपते हुए एक हाई लेवल समिति का गठन कर उसके सुझावों को जिनमें क्रिटिकल बल्क ड्रग्स के देश के भीतर ही निर्माण को उत्साहित करने पर बल दिया गया है। इसके लिए बजट में प्रमोशन लिंक्ड इंसैंटिव सिस्टम को लागू किया गया है, जिसके अधीन बायो फार्मास्युटिकल्स, एपीआई, के एसएम ड्रग्स व इंटर मिडिएट (तीन श्रेणियों) मेडिकल मशीनरी पर देश के भीतर निर्माण को प्रोत्साहित करने हेतु 3420 करोड़ की योजना रखी है जोकि 6 वर्षो के निर्माण में बढ़ाैतरी को देखते हुए उद्योग को इंसैंटिव के रूप में प्रदान की जाएगी। इस योजना में क्रिटिकल एपीआई का निर्माण देश के भीतर करने

हेतु अलग से 6940 करोड़ रुपए आगामी 8 वर्षों में आरक्षित हैं। यह योजना देश के 13 सैक्टर में विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा में भारतीय उद्योग को केंद्रीय सरकार का समर्थन देने हेतु आरक्षित किए गए 1.97 लाख करोड़ रुपए के अंतर्गत है। सुमित सिंगला ने कहा कि भारत सरकार की नीतियों के कारण भारतीय फार्मा उद्योग विश्व में तीसरे स्थान पर आ पहुंचा है  जो कि 24.4 यूएस बिलियन डॉलर का स्तर पार कर चुका है, जिसकी विश्वभर के फार्मा उद्योग में 20 प्रतिशत हिस्सेदारी हो गई है। यही कारण है कि गत कोरोना काल में फार्मा सैक्टर निवेश 200 प्रतिशत भड़कर 4413 करोड़ का हो गया है जोकि 53 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। केंद्रीय बजट में आम जनता के लिए दवाओं के रेट कम करने की योजना के संदर्भ में सुमित सिंगला ने कहा कि सरकार द्वारा नैशनल फार्मा प्राइस अथॉरिटी (एनपीपीए) का गठन करना एक सराहनीय कदम है, जिसमें 355 दवाओं और 886 फॉर्मूलेशन्स जिनमें आवश्यक दवाएं शामिल हैं, के रेट इस संस्था द्वारा निर्धारित किए जाएंगे। इनमें रेमडीसीवीर जैसी दवा व ऑक्सीजन भी शामिल है।

4- केंद्रीय बजट से हिमाचल के सेब पर खड़ा होगा बड़ा संकट: चौहान

केंद्रीय बजट में सेब पर आयात शुल्क शत-प्रतिशत न होने से प्रदेश के लाखों बागवान निराश हुए हैं। कृषि उपकरणों पर जीएसटी न घटाने से किसानों पर आर्थिक मार पड़ेगी। इन्हें महंगे उपकरण खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। हिमाचल प्रदेश सब्जी एवं फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष हरीश चौहान ने कहा कि हिमाचल के सेब पर संकट खड़ा होगा और बागवानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा। सरकार ने ट्रैक्टर और महंगे वाहनों के टायरों पर जीएसटी 28 फीसदी किया हैै। अमीरों और किसानों को एक ही श्रेणी में ला

दिया है। कृषि उपकरणों पर भी जीएसटी 15 से 18 फीसदी कर दिया है, जो अन्याय है। विदेशों से आयात किए उपकरणों पर आयात शुल्क कम होगा जबकि इसका लाभ कारपोरेट घरानों को ही होगा, किसानों को कोई फायदा नहीं है। हिमाचल प्रदेश किसान संघर्ष समिति के महासचिव संजय चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने केंद्र सरकार से मामला उठाया था कि सेब पर आयात शुल्क शत-प्रतिशत किया जाए लेकिन उनकी सुनवाई भी नहीं हुई। बजट में किसानों और बागवानों को कोई राहत नहीं दी गई है। बजट में कृषि और बागवानी क्षेत्र की उपेक्षा की गई है।

4- केंद्रीय बजट- शिक्षा क्षेत्र में सभी निर्णय सराहनीय: महासंघ

अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ से सम्बंधित हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट में देश में महामारी के चलते बेरोजगार हुए युवाओं का ध्यान रखते हुए उनके लिए बड़ा ऐलान करने पर खुशी व्यक्त की है। महासंघ के प्रांत महामंत्री डाॅ मामराज पुंडीर ने कहा कि बजट पेश करने के दौरान वित्तमंत्री ने कहा है कि इसके तहत, आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत 16 लाख नौकरियां दी जाएंगी। वहीं मेक इन इंडिया के तहत 60 लाख नौकरियां आएंगी। इसके, अलावा वित्तमंत्री ने कहा कि एक डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत योजना के लक्ष्यों को पाने के लिए शुरू की गई प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेटिव योजना को बेहतर सफलता मिली है। इससे 60 लाख नई नौकरियां पैदा होंगी और अगले 5 सालों में 30 लाख करोड़ का अतिरिक्त उत्पादन होगा। इसके अलावा, शिक्षा के क्षेत्र में सरकार कुछ पैसे ज्यादा निवेश करने वाली हैं। पिछले साल सरकार ने जहां, कोरोना महामारी के चलते एजुकेशन फील्ड में कटौती की थी, वहीं इस बार युवाओं की झोली में और बड़ी घोषणी होने की उम्मीद है। पिछले साल शिक्षा के क्षेत्र के लिए 99,300 करोड़ रुपये और स्किल डेवलपमेंट के लिए 3,000 करोड़ रुपये आवंटित करने का ऐलान किया गया था। वहीं इस साल शिक्षा क्षेत्र में 99300 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। इसके अलावा नई शिक्षा नीति, नैशनल पुलिस यूनिवर्सिटी, डिग्री लेवल ऑनलाइन स्कीम, नैशनल फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेजों के निर्माण को लेकर भी उन्होंने घोषणा की थी। इसके अलावा, स्किल डेवेलपमेंट इंडिया प्रोग्राम के लिए 3,000

करोड़ रुपये का प्रावधन किया गया था। वित्त मंत्री ने घोषणा की थी कि देश में 150 उच्च शिक्षण संस्थान मार्च 2021 से शुरू हो जाएंगे। इन संस्थानों में कौशल विकास से संबंधित प्रशिक्षण देने का ऐलान किया था। डॉ पुंडीर ने केंद्र सरकार का शिक्षा के क्षेत्र में कक्षा 1 से 12वीं तक के लिए क्षेत्रीय भाषाओं में पूरक शिक्षा प्रदान करने के लिए वन क्लास वन टीवी चैनल की संख्या 12 से बढ़ा कर 200, एनपीएस के तहत योगदान राशि को राज्य सरकार के कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा को केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बराबर लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की कर कटौती को 10 प्रतिशत से बढ़ा कर 14 प्रतिशत करने पर आभार प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि कि इस बजट से प्रदेश और देश के करोड़ो कर्मचारियों को लाभ होगा। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का किसान, कर्मचारी, गरीबी, पिछड़े समुदाय ओर देश के विकास की गति देने के लिए बजट की तारीफ की। प्रान्त महामंत्री डॉ मामराज पुंडीर ने केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए देश की आर्थिक रूप से मजबूत करने वाला बजट बताया।

5- सीयू- अंतिम सत्र की परीक्षाएं 14 फरवरी से ऑफलाइन।

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयू) में अकादमिक सत्र 2021-22 मानसून सेमेस्टर के अंतिम सत्र की सभी परीक्षाएं 14 फरवरी से तीन मार्च तक ली जाएंगी। ये परीक्षाएं ऑफलाइन मोड से कोविड-19 की अनुपालना करते हुए आयोजित की जाएंगी। इस संबंध में विवि के परीक्षा नियंत्रक डॉ. सुमन शर्मा ने बताया कि कोविड के संबंध में प्रदेश सरकार के फैसले को

देखते हुए विवि प्रबंधन ने परीक्षाओं को लेकर अपना शेड्यूल तय किया है। अब अंतिम सत्र की सभी परीक्षाएं 14 फरवरी से लेने का फैसला लिया है। परीक्षाएं तीन मार्च तक चलेंगी। उन्होंने बताया कि पहले ये परीक्षाएं जनवरी में आयोजित की जा रही थीं, उस समय कोविड या लॉकडाउन की कोई संभावना नहीं थी। फिर कोविड और लॉकडाउन के कारण परीक्षाओं को स्थगित किया गया। अब जो प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देश हैं, उसी के अनुसार विवि प्रशासन की ओर से परीक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। कोविड के प्रोटोकाल का पूरा ध्यान रखते हुए परीक्षाएं ली जाएंगी।

6- हिमाचल में कम हुए व्यवसायिक एलपीजी सिलेंडर के दाम। 

हिमाचल प्रदेश में बीते दो माह से लगातार बढ़ रहे व्यवसायिक एलपीजी सिलिंडरों के दाम इस बार 91.50 रुपये कम हो गए हैं। इस माह व्यवसायिक उपभोक्ताओं को 2080 रुपये  प्रति सिलिंडर व्यवसायिक एलपीजी लेने के लिए चुकाने पड़ेंगे। घरेलू सिलिंडरों के लगातार चौथे माह भी दाम नहीं बढ़े है। नवंबर 2021 के दाम ही फरवरी 2022 में भी लागू रहेंगे। घरेलू उपभोक्ताओं को 1002 रुपये में सिलिंडर मिलेगा। पहल योजना से जुड़े उपभोक्ताओं को 31.83 रुपये की सब्सिडी बैंक खाते में वापस मिलेगी।

7- हिमाचल में अब यह रहेगा दुकाने खोलने-बंद करने का समय।

हिमाचल प्रदेश मे व्यापारियों को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने दुकाने खोलने व बंद करने का समय बढ़ा दिया है। अब राज्य में दुकाने सुबह से रात तक कुली रह सकेगी। गत दिवस सीएम जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में बड़े फैसले लिए गए हैं। कैबिनेट ने हालांकि कोरोना महामारी को देखते हुए नाईट कर्फ्यू जारी रखने का बड़ा फैसला लिया है।
वहीं, प्रदेशभर में अब दुकानों को खोलने की समय सीमा को समाप्त कर दिया गया है। अब दुकानदार पहले की तरह ही सुबह से लेकर रात तक दुकानें खोल सकते हैं। उन पर किसी तरह की कोई बंदिश नहीं है। इसको लेकर सभी जिला उपायुक्त अधिसूचना जारी करेंगे। गोर हो कि इससे पहले हिमाचल प्रदेश के जिला उपायुक्तों ने दुकानों से लेकर रेस्टारेंट, मॉल आदि को खोलने का समय निर्धारित किया था। लेकिन अब कैबिनेट ने बड़ा फैसला लेते हुए दुकानदारों को राहत प्रदान की है। अब दुकानें बाजार, मॉल, सहित रेस्टोरेंट के खोलने पर किसी तरह की कोई समय सीमा नहीं है। इसके साथ ही कैबिनेट ने प्रदेशभर में जिम, सपा भी खुल सकेंगे। कैबिनेट बैठक ने जिम और सपा को खोलने की अनुमति दे दी है। नौवीं से 12वीं कक्षा तक के स्कूल तीन फरवरी से खोलने का बड़ा निर्णय इस बैठक मे हुआ। 

8- हिमाचल- पहाड़ के मलबे की चपेट मे आया युवक, हुई दर्दनाक मौत।

हिमाचल प्रदेश में फिर एक पहाड़ दरका है। इस बार पहाड़ का मलबा एक घर का चिराग बुझा गया। मामला प्रदेश के बिलासपुर जिला के जुखाला क्षेत्र में सामने आया है। यहा मंगलवार को एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। एक युवक भूस्खलन के दौरान पहाड़ से गिरे मलबे की चपेट में आ गया। कड़ी मशक्कत के बाद युवक को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को एक युवक पहाड़ी के नीचे दब गया। बताया जा रहा है कि यह युवक अपने घर से अपने काम के लिए कहीं जा रहा था, इस दौरान पहाड़ी दरकी और युवक मलबे के नीचे दब गया। पहाड़ से गिरे मलबे में वहां खड़ा एक ट्रेक्टर भी चपेट में आ गया। जैसे ही पहाड़ इस युवक पर गिरा वैसे ही स्थानीय लोगो ने इसे देख लिया और स्थानीय लोग इस युवक को निकालने में जुट गए। करीब एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद जेसीबी की

मदद से इस युवक को बाहर निकाला गया और फौरन 108 एम्बुलेंस की मदद से नागरिक अस्पताल मार्कंड पहुंचाया गया। जहां पर तैनात चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर भेज दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही नम्होल पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मृत युवक की शिनाख्त धर्म पाल पुत्र रोशन लाल गांव नलवाड डाकघर जुखाला जिला बिलासपुर उम्र 31 वर्ष के रूप में हुई है। वही इस मलबे में वहां खडा एचपी 24 बी 4593 नंबर ट्रेक्टर भी दब गया है जिसे भी जेसीबी की सहायता से निकाला गया। इस बारे में नागरिक अस्पताल मार्कंड के चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र ने कहा कि एक युवक को अस्पताल पहुंचाया गया जब चिकित्सक ने इसकी जांच की तो उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद युवक के शव को क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। डीएसपी सदर राज कुमार ने घटना की पुष्टि की है। 

9- मौसम अपडेट- कल से चार दिन परेशान करेगा अंबर।

पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से हिमाचल प्रदेश में दो फरवरी से मौसम में बदलाव आने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के मुताबिक प्रदेश में दो से पांच फरवरी तक बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। हालांकि, पांच फरवरी को मैदानी भागों में मौसम साफ रहने के आसार हैं। मंगलवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश भर में धूप खिली। ऊना में अधिकतम तापमान

21.6 डिग्री दर्ज हुआ। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने बुधवार और गुरुवार को मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा में कोहरा छाए रहने और बारिश का पूर्वानुमान जताया है। मध्य पर्वतीय क्षेत्रों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों किन्नौर और लाहौल-स्पीति में भारी बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की गई है। 4 और 5 फरवरी को भी मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-

सूचना एवं जन संपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-