जनजातिय दर्जे की मांग पूरी नहीं हुई तो हैं कईं विकल्प- डाॅ अमीचंद ddnewsportal.com

जनजातिय दर्जे की मांग पूरी नहीं हुई तो हैं कईं विकल्प- डाॅ अमीचंद ddnewsportal.com

जनजातिय दर्जे की मांग पूरी नहीं हुई तो हैं कईं विकल्प 

पांवटा साहिब मे बोले हाटी केंद्रीय समीति के अध्यक्ष डाॅ अमीचंद, कहा; इसी माह पांवटा में होगी बड़ी बैठक 

हाटी समीति की केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष डाॅ अमीचंद कमल ने कहा कि यदि चुनाव से पूर्व सरकारों ने गिरिपार क्षेत्र की दशकों से चली आ रही हाटी जनजातीय दर्जा देने की मांग को पूरा नही किया तो उनके पास कईं विकल्प है। सरकार विकल्प चुनने को मजबूर न करें। डाॅ अमीचंद पांवटा साहिब युनिट के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि हमे भरोसा है कि हमारी जायज मांग को मान लिया जाएगा। वरना गिरिपार की तीन लाख आबादी के पास कईं विकल्प है। पांवटा साहिब के लोनिवि विश्राम गृह परिसर में हाटी समीति की एक अहम् बैठक आयोजित हुई। जिसमे विशेष रूप से हाटी केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष डाकटर अमीचंद कमल ने शिरकत की। उन्होंने अभी तक के समीति के हाटी जनजातीय दर्जा देने की मांग को लेकर हुए प्रयासों से पौंटा युनिट को अवगत

किया। साथ ही स्पष्ट तौर पर कहा कि अब गिरिपार क्षेत्र के लोगों के रोश को समीति भी नही रोक पाएगी। सारी रिपोर्ट और धरातल की सच्चाई मांग के पक्ष मे होने पर भी इतना लंबा इंतजार लोगों से नही हो रहा है। इससे पहले कि जनता का आक्रोश सडकों पर आएं सरकार को गिरिपार क्षेत्र की दशकों पुरानी मांग को जल्द स्वीकार कर क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसी माह पांवटा साहिब मे एक बड़ी अहम बैठक होनी है। जिसमे केंद्रीय कार्यकारिणी सहित गिरिपार क्षेत्र के सभी विकास खंड और तहसील स्तर की कार्यकारिणी के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। इसके साथ इस

बैठक में शिमला, सोलन, नाहन और चंडीगढ़ युनिट के पदाधिकारियों को भी बुलाया जाएगा। इस बैठक में एक हाई पावर कमेटी का गठन होगा जो आगामी रणनीति के लिए अधिकृत होगी। उन्होंने कहा कि गिरिपार क्षेत्र की सभी 148 पंचायतों से प्रस्ताव पास कर प्रधानमंत्री को भेजे जा चुके है और प्रदेश सरकार और हाटी समीति की तरफ से सारी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। अब केंद्र सरकार को इस मांग को जल्द सिरे चढ़ाना चाहिए। इस मौके पर पांवटा साहिब युनिट के अध्यक्ष ओपी चौहान सहित अन्य पदाधिकारी गुमान सिंह वर्मा, राजेन्द्र सिंह नेगी, मनीष तोमर, बलबीर चौहान, पूर्ण तोमर, अतर सिंह, शिवानंद शर्मा, रणबीर शर्मा, रण सिंह चौहान आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।