वन और जल संरक्षण पर होगी अंतर्राष्ट्रीय चर्चा- ddnewsportal.com

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वन और जल संरक्षण पर होगी अंतर्राष्ट्रीय चर्चा

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर भारत-तिब्बत समन्वय संघ करेगा वेबिनार का आयोजन।

शिमला: भारत-तिब्बत समन्वय संघ के तत्वावधान में आगामी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। भारत तिब्बत समनवय संघ उत्तर क्षेत्र हिमाचल प्रांत के युवा प्रांत मंत्री तन्जिन वंगज्ञाल ने बताया कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर वनीकरण द्वारा जल संरक्षण को लेकर संघ के राष्ट्रीय संयोजक हेमेंद्र प्रताप सिंह तोमर के नेतृत्व में एक वेबिनार का आयोजन किया जाएगा। जिसमें भारत के विभिन्न प्रांतों के संघ सदस्यों के साथ साथ विश्व और भारत साथ के उत्तर क्षेत्र

में स्थित हिमाचल प्रदेश प्रान्त के अध्यक्ष बी आर कोंडल, महामंत्री-राजिंदर भट्ट राष्ट्रीय सह संयोजक अंतरराष्ट्रीय संबंध डॉक्टर अमरीक सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष डॉक्टर रूप राम शर्मा तथा हिमाचल प्रांत के युवा अध्यक्ष प्रदीप सिंगटा, युवा महामंत्री चन्द्र भूषण वर्मा तथा उपाधयक्ष अजय चौहान, आईटी सायाेंजक कबीर सिंह भी वेबिनार में मौजूद रहेंगे। राष्ट्रीय संयोजक हेमेंद्र प्रताप सिंह तोमर ने बताया कि कैलाश और तिब्बत की आजादी के लिए प्रतिबद्ध "भारत तिब्बत समन्वय संघ" पर्यावरण के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए समय-समय पर ऐसे आयोजन करता रहता है। वर्तमान में कोरोना महामारी के चलते यह आयोजन गूगल मीट पर किया जाएगा। इसमें मुखर सहयोग टेरियर्स फाउंडेशन की ओर से भी मिल रहा है। जिसमें मुख्य वक्ता के तौर पर  उत्तराखंड सरकार के प्रमुख सलाहकार डॉ आरपीएस रावत,  महाराष्ट्र के प्रमुख आयकर आयुक्त  डॉ पतंजलि झा,  तिब्बत सरकार द्वारा स्थापित इंडो-तिब्बत कोर्डिनेशन कार्यालय (इटको) के समन्वयक जिग्मे सुल्टरीम, इको टास्क फोर्स के पूर्व कमांडिंग आफिसर व संघ के राष्ट्रीय प्रभारी (पर्यावरण संरक्षण प्रभाग) कर्नल हरिराज सिंह राणा व भारत-तिब्बत समन्वय संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री नरेन्द्र पाल सिंह भदौरिया रहेंगे। मुख्य अतिथि व आशीर्वचन के लिए परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती जी रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन डा० राहुल तोमर करेंगे व तकनीकी सहयोग आशुतोष गुप्ता व प्रचार सहयोग विजय मान करेंगे। बाद में, सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी ऑनलाइन प्रेषित किये जायेंगे। वेबिनार में भारत सहित विदेशों में रह रहे पर्यावरणविद भी भाग लेंगे।