Shimla: राजभवन में इसलिए पंहुचा हाटी का प्रतिनिधिमंडल... ddnewsportal.com
Shimla: राजभवन में इसलिए पंहुचा हाटी का प्रतिनिधिमंडल...
हाटियों का एक प्रतिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल से मिलने राजभवन पंहुचा। हाटी विकास मंच के पदाधिकारियों ने अध्यक्ष प्रदीप सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉ रमेश सिंगटा की अगुवाई में शिमला में राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल का आभार जताया और उनके माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ज्ञापन सौंपा इस ज्ञापन में हाटी समुदाय की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष आभार जताया गया है। उन्होंने कहा कि हाटी मसले को तार्किक अंत तक सिरे चढ़ाने में राजभवन की बड़ी भूमिका रही है। अब जल्द ही मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात होगी। राज्यपाल ने कहा कि जैसे ही केंद्र से आदेश आएगा वैसे ही इसे क्रियान्वित करने के निर्देश जारी किए जाएंगे।
शुक्ल ने कहा कि सिरमौर के गिरिपार के लोगों को अब अपनी पुरातन संस्कृति का बेहतर तरीके से संरक्षण और संवर्धन करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उत्सवों और त्यौहारों के मौके पर अपनी पारंपरिक वेशभूषा जरूर पहने और अपने पूर्वजों और उनकी समृद्ध संस्कृति को ना भूले। प्रधानमंत्री और राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि करीब छह दशक के लंबे तर्कपूर्ण, तथ्य पूर्ण और शांतिपूर्ण संघर्ष के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का औपचारिक दर्जा दे दिया है। सुदीर्घ सांस्कृतिक परंपरा को संजो कर रखने वाले हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने में बहुत से पक्षों का सहयोग मिला है। महामहिम ने इस अभियान में हाटी समुदाय को आपने मार्गदर्शन और अपना स्नेह प्रदान किया। आपके ही प्रयासों का ही नतीजा रहा कि राज्यसभा में अनुसूचित जनजाति संशोधन विधेयक पारित हो सका। हमने आपसे राजभवन में मुलाकात की थी और इस दौरान आपका पूरा आशीर्वाद हमें मिला था। हम विनीत शब्दों में आपको कोटिश कोटिश आभार व्यक्त करते हैं। हाटी समुदाय दृढ़ विश्वास करता है कि निकट भविष्य में भी आपका अमूल्य मार्गदर्शन मिलता रहेगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर कहते हैं। यह विभिन्न अवसरों पर उन्होंने साबित भी कर दिया है। नरेंद्र मोदी के ही मौजूदा कार्यकाल में हाटी समुदाय की करीब छह दशक पुरानी मांग पूर्ण हुई है। इसके लिए हाटी समुदाय देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एहसान कभी नहीं भूलेगा। इसके अलावा 13 अगस्त को सभी 154 पंचायत से विशेष आभार प्रस्ताव पारित किए गए। जिला सिरमौर के ग्रामवासियों ने एक विशेष बैठक में सर्व सम्मति से यह धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया कि हाटी समुदाय द्वारा जनजाति का संवैधानिक अधिकार प्राप्त करने के लिए 55 वर्षो के लंबे संघर्ष के बाद केंद्र सरकार ने 14 सितंबर 2022 को
केंद्रीय कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई। 16 दिसंबर 2022 को हाटी जनजाति संशोधन बिल को लोकसभा में और 26 जुलाई 2023 को राज्यसभा में भी सर्वसम्मति से पास करवाने के बाद 4 अगस्त 2023 को महामहिम राष्ट्रपति के द्वारा संवैधानिक अधिसूचना जारी होने के बाद अब हमारा हाटी समुदाय हिमाचल प्रदेश की 11 वीं जनजाति के रूप में अधिसूचित हो गया है। इस महान संवैधानिक अधिकार को दिलाने के लिए हम हाटी समुदाय की ओर से देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार का धन्यवाद करते है। हाटी समुदाय को जनजाति का दर्जा मिलने पर जहां हमारी समृद्ध हाटी लोक संस्कृति, परंपराओं और लोक भाषा का संरक्षण व संवर्धन होगा, वहीं गिरीपार क्षेत्र के विकास को भी नई दिशा और गति मिलेगी। इस प्रतिनिधिमंडल में हाटी विका मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा, मुख्य प्रवक्ता डॉक्टर रमेश सिंगटा, बीएन भारद्वाज, रविंद्र जस्टा, मुकेश ठाकुर पवन शर्मा, सुरेंद्रा ठाकुर सोलन हाटी यूनिट से राजेन्द्र छाजटा, विवेक तोमर, प्रदीप अजटा, अंकित शर्मा, रिसर्च स्कॉलर विपिन, कपिल कपूर, वीरेंद्र सिंह आदि हाटी समुदाय के लोग मौजूद रहे।