विश्लेषण: हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा चिंताजनक ddnewsportal.com

विश्लेषण: हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा चिंताजनक ddnewsportal.com
फाइल फोटो: संजय कुंडू, डीजीपी हिमाचल प्रदेश।

विश्लेषण: हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा चिंताजनक 

तीन वर्ष में रोड़ एक्सीडेंट से 562 मौतें, पाँवटा साहिब थाना भी सूची में शुमार, हादसे रोकने को डीजीपी कुंडू ने दिये ये निर्देश... 

हिमाचल प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा चिंताजनक है। पिछले तीन वर्ष के विश्लेषण में जो आंकडे सामने आए हैं वह सुखद नही है। ऐसे में डीजीपी कुंडू प्रदेश के सभी जिला के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश जारी किए है। 

दरअसल, पिछले कई दशकों से भारतवर्ष में रोड की संरचना कई गुना बढ़ी है और वाहनों की संख्या में भी हर वर्ष 11% वृद्धि होती है। भारत में राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अन्य राजमार्गों को अत्याधुनिक इंजीनियरिंग मापदंडों से तैयार किया जा रहा है एवं ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग को आधुनिक तकनीक से तैयार किया जा रहा है। इसके बावजूद भी यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हिमाचल प्रदेश एवं भारतवर्ष में हर वर्ष सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में संकल्प पत्र में घोषणा की है कि वैश्विक सड़क सुरक्षा में सुधार को अपनाया जाए। जिसमें सड़क सुरक्षा दशक 2030 तक सड़क सुरक्षा व मौतों में 50% कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 

हिमाचल प्रदेश पुलिस भी इस संकल्प को परिपूर्ण करने के लिए कृत संकल्प है। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडु द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में संकल्प पत्र में घोषणा के लक्ष्य को परिपूर्ण करने के लिए अथक प्रयास करें। पुलिस मुख्यालय मे उच्च अधिकारियों द्वारा निरंतर यातायात दुर्घटना के आंकड़ों पर मंथन किया जाता है तथा इसका विस्तृत विश्लेषण किया जाता है। वर्ष 2020, 2021 व 2022 के 3 वर्षीय यातायात दुर्घटनाओं का विश्लेषण ट्रेफिक टूरिस्ट एवं रेलवे विभाग द्वारा किया गया, तो पाया गया कि इन 3 वर्षों में हिमाचल प्रदेश में 6551 यातायात दुर्घटनाएं हुई। जिसमें से 1425 दुर्घटनाएं 10 पुलिस थानों के अंतर्गत हुई है, जोकि कुल दुर्घटनाओं का 21.75 प्रतिशत है। इन थानों में सदर उना में 193, नालागढ़ -173, कुल्लू -154, अंब-141, बद्दी-139, पांवटा साहिब-135, बल्ह-131, नूरपुर-125, सदर बिलासपुर-125 तथा ठियोग-114 यातायात दुर्घटनाएं हुई है। 

इन 10 पुलिस थानों कें अंतर्गत प्रदेश में हुई कुल मौतों की 20.69% मौतें हुई है जिनकी संख्या 562 हैं। जिनमें सदर उना-99, नालागढ़-83, बद्दी -83 अंब -53, कुल्लू-53, नूरपुर-50, ठियोग-44, बल्ह-40, पांवटा साहिब-36, सदर बिलासपुर-21 है। 
इन 10 थानों के अंतर्गत हुई दुर्घटनाओं में कुल घायल हुए लोगों की संख्या 1947 है जो प्रदेश में कुल दुर्घटनाओं में घायल हुए लोगों का 19.79 प्रतिशत है। इन उपरोक्त 10 थानों के के जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी पुलिस महानिदेशक संजय कुंडु द्वारा पत्र लिखकर निर्देश दिए गए हैं कि इस संदर्भ मे सभी हितधारकों के साथ मिलकर प्रभावी कदम उठा कर एक उपयोगी योजना तैयार करके यातायात दुर्घटनाओं मे कमी लाने का प्रयास करें।

एएसपी राठौर ने बताए दुर्घटनाओं से बचने के महत्वपूर्ण उपाय- 

एडिश्नल एसपी रेलवे एंड ट्रैफिक शिमला नरवीर सिंह राठौर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में रोड़ एक्सीडेंट के आंकड़े चिंताजनक है। इसलिए हमें वाहन चलाते खास ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न सड़कों पर निर्धारित गति सीमा में ड्राइव करें। हमेशा याद रखें कि "गति रोमांचित करती है लेकिन मार देती है"। साइकिल/मोटर साइकिल/वाहन चलाने से पहले हमेशा हेलमेट, सीट बेल्ट और अन्य सुरक्षा उपकरण पहनें। हमेशा याद रखें कि "सुरक्षा बचाती है"।
नशे की हालत में वाहन न चलाएं। हमेशा याद रखें कि "आप दो घूट के बाद एक कलम ठीक से नहीं पकड़ सकते, ड्राइविंग व्हील को कैसे चला सकते हो"
वाहन चलाते समय कभी भी मोबाइल फोन या ईयर फोन का इस्तेमाल न करें। हमेशा याद रखें "सड़क पर एक मोबाइल कॉल आपके जीवन की आखिरी कॉल हो सकती है"।
सड़क पर चलने से पहले यातायात संकेतों, रोशनी और यातायात सुरक्षा नियमों को जान लें। हमेशा याद रखें कि "दुर्घटनाओं से बचने के लिए सड़क सुरक्षा नियम सबसे अच्छा साधन हैं"।
लंबे समय तक लगातार ड्राइव न करें। हर 2 घंटे की लगातार ड्राइविंग के बाद उचित उचित विश्राम करें। हमेशा याद रखें कि "इंसान एक आदमी है न कि मशीन"।
राठौर ने कहा कि, विश्लेषण से यह भी पता चला है कि इन घातक दुर्घटनाओं में किशोर शामिल होते हैं जो तेज गति से ड्राइविंग का आनंद लेते हैं, हेलमेट या सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं, ड्राइविंग करते समय अपने फोन पर बात करते हैं, या फिल्मों से प्रेरित स्टंट करने का आनंद लेते हैं। इसलिए, यह यातायात और सड़क सुरक्षा के बारे में चिंतित होने के लिए उत्तरदायी है।