अपने अधिकारों के लिए सडकों पर कफोटा- ddnewsportal.com
अपने अधिकारों के लिए सडकों पर कफोटा
सैकड़ों की संख्या मे जुटे लोगों ने रोश रैली निकालकर दौहराई कफोटा मे बीडीओ कार्यालय खोलने की मांग।
आखिरकार ऐसी नौबत क्यों आ गई कि भाजपा के लोगों को अपनी ही सरकार के खिलाफ सडकों पर उतरना पड़ा। क्या सच मे सरकार के क्षेत्र मे प्रतिनिधि कफोटा की अनदेखी कर रहे हैं या इसे मात्र एक राजनैतिक रंग देने का प्रयास किया जा रहा है। शिलाई विधानसभा क्षेत्र के दूसरे केंद्र बिंदु कफोटा मे BDO कार्यालय खोलने की मांग को लेकर लड़ाई अब सडकों पर आ गई है। बीते दिन सैंकड़ों की संख्या में कफोटा मे जनता जुटी और क्षेत्र की विकास के मामले मे कथित अनदेखी पर रोश प्रकट करते हुए बाजार मे रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान तीन घंटे तक बाजार भी बंद रखा गया।
लोगों का कहना था कि वर्ष 2015 में पूर्व मे भाजपा के विधायक और तत्कालीन सांसद ने उनसे भाजपा की सरकार आने पर कफोटा मे BDO कार्यालय खोलने का वायदा किया था लेकिन अब वह कफोटा की अनदेखी कर रहे हैं जो बर्दाश्त नही होगा। यदि उनकी मांग को नही माना गया तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। रैली के बाद तहसीलदार कमरऊ के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को एक बार फिर ज्ञापन प्रेषित किया गया। इस दौरान भाजपा के युवा नेता धनवीर ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2015 मे प्रदेश मे कांग्रेस की सरकार थी लेकिन शिलाई से विधायक भाजपा के थे। उस दौरान कफोटा मे वह तथा उनके साथ क्षेत्र की मांगों को लेकर अनशन पर बैठे। इन मांगों मे कफोटा मे बीडीओ कार्यालय खोलने की मांग भी मुख्य रूप से थी। उस समय तत्कालीन विधायक और सांसद ने स्वयं आकर उनका अनशन यह कहकर तुड़वाया था कि प्रदेश मे भाजपा की सरकार आते ही वह कफोटा मे ब्लाॅक की मांग पूरी करवायेंगे। लेकिन अब जब प्रदेश मे भाजपा की सरकार है तो पूर्व विधायक अपने वायदे से मुकर रहे हैं। व्यापार मंडल प्रधान कफोटा वीर विक्रम सिंह, हाटी समीति कमरऊ इकाई के प्रधान एडवोकेट अनिल ठाकुर, बोकाला पाब पंचायत की प्रधान और उप प्रधान सहित युवा एडवोकेट रविन्द्र ठाकुर आदि ने कहा कि कफोटा एक दर्जन से अधिक पंचायतों का केंद्र बिंदु है। यह कोई एक विशेष गांव नही है। इसलिए सरकार को बीडीओ कार्यालय कफोटा मे खोलना चाहिए। कफोटा के विकास से कईं पंचायतों और व्यापारी वर्ग का भविष्य जुड़ा है। इसलिए बार बार की अनदेखी बर्दाश्त नही की जा सकती। भाजपा कम से कम बोलने के लिए तो कुछ कफोटा क्षेत्र मे विकास करवाएं ताकि आगामी चुनावों मे उस विकास के नाम वोट तो मांगे जा सके। कांग्रेस उन्हे कोसती है कि भाजपा ने
इस क्षेत्र के लिए क्या किया है। वह सच्चे हैं इसलिए हम जवाब नही दे सकते। यदि सरकार उनकी मांग पूरी नही करती तो आंदोलन और तेज होगा। वहीं जानकारी यह भी है कि प्रदर्शन के दौरान लोग क्षेत्र के दौरे पर आ रहे ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी का कफोटा मे एक बजे तक इंतजार करते रहे लेकिन वह बीच रास्ते ही कहीं रूक गये। एडवोकेट अनिल ठाकुर ने कहा कि वह ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी का इंतजार करते रहे लेकिन वह नही आए। जब प्रदर्शन खत्म हुआ तब कफोटा से होकर निकल गये। सरकार के मंत्री व नुमाईंदो का इस प्रकार का रवैया आगामी समय मे भाजपा पर ही भारी पड़ेगा। बहरहाल, कफोटा क्षेत्र की पंचायतों के लोगों ने मन बना लिया है कि कफोटा मे बीडीओ कार्यालय खोलने की मांग को लेकर वह आंदोलन के रास्ते पर जा सकते हैं।