HP Political News: चैतन्य क्या आए कि राकेश चले गये पार्टी छोड़कर, भाजपा में भी डेमेज शुरु... ddnewsportal.com

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HP Political News: चैतन्य क्या आए कि राकेश चले गये पार्टी छोड़कर, भाजपा में भी डेमेज शुरु...

हिमाचल प्रदेश में सियासत इस समय उबाल मार रही है। जिस भाजपा को अनुशासन के लिए जाना जाता है, और माना जा रहा था कि बागियों के भाजपा में आने से पार्टी लाइन के एक आदेश को सभी मान लेंगे, वैसा होता नही दिखा है। भाजपा में भी बगावत की चिंगारी लग गई है। इसकी शुरुआत हुई है ऊना जिला से। कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक चैतन्य शर्मा के भाजपा का दामन थामते ही प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य और कांग्रेस टिकट से तीन बार विधायक रहे राकेश कालिया ने भाजपा से त्यागपत्र दे दिया है। हालांकि उन्होंने अभी अन्य राजनीतिक दल का दामन नहीं थामा है। उन्होंने कहा कि गगरेट और चिंतपूर्णी की जनता के साथ जिला ऊना के बुद्धिजीवी वर्ग से चर्चा कर वह अगला कदम उठाएंगे। उनके इस कदम से गगरेट और चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्रों की राजनीति पर क्या

असर होगा, अब सबकी निगाहें इस पर रहेंगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव पद के साथ मध्य प्रदेश के सह प्रभारी रहे कालिया का वर्ष 2022 के विस चुनाव में टिकट काटकर कांग्रेस ने चैतन्य को मैदान में उतारा था। इसके विरोध में कालिया ने कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा का दामन थामा था।
शनिवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल को त्यागपत्र भेजते हुए कालिया ने कहा कि चैतन्य जब कांग्रेस में आए थे तो उन्होंने कांग्रेस नेताओं को आगाह करने के लिए पार्टी से त्यागपत्र दिया था, अब चैतन्य भाजपा की राजनीति को दूषित न करें, इस

संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता। चैतन्य को लेकर कालिया शुरू से ही आक्रामक रहे हैं और कई कार्यक्रमों में उन पर ताबड़तोड़ हमले करते रहे हैं। उन्हाेंने कहा कि गगरेट की जनता चैतन्य की कार्यशैली को जानती है और किस प्रकार गगरेट की जनता को उन्होंने खून के आंसू रुलाए, उसे भी जनता अभी भूली नहीं है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही वह अपनी अगली रणनीति तय करेंगे। उधर, राकेश कालिया के भाजपा से त्यागपत्र देने पर उनके समर्थकों को भी उम्मीद जगी है कि वह शीघ्र ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।