Ayushman and Himcare Card Scheme: स्वास्थ्य विभाग की 218.34 करोड़ रुपए की देनदारियां लंबित ddnewsportal.com

Ayushman and Himcare Card Scheme: स्वास्थ्य विभाग की 218.34 करोड़ रुपए की देनदारियां लंबित  ddnewsportal.com

Ayushman and Himcare Card Scheme: स्वास्थ्य विभाग की 218.34 करोड़ रुपए की देनदारियां लंबित

हिमाचल प्रदेश में ग़रीबों के निशुल्क स्वास्थ्य उपचार की योजना हांफने लगी है। हालात ये है कि लोगों के कईं कईं महीनों के हजारो-लाखों रूपये के बिल पेंडिंग पड़े हुए है। गरीब आदमी इस आस मे बीमारी के समय उपचार करवाते हैं कि इलाज सरकार की योजनाओं से निशुल्क हो जाएगा। लेकिन इम्पेनेल अस्पतालों के पेंडिंग बिल के कारण उन्हे पहले उधार लेकर इलाज के लिए अपना इलाज करवाना पड़ता है और फिर रिफंड के लिए विभागों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। 


हिमाचल प्रदेश में आयुष्मान और हिमकेयर कार्ड योजना के तहत स्वास्थ्य विभाग की 218.34 करोड़ रुपए की देनदारियां लंबित है। इसमें आयुष्मान की 28.02 करोड़ रुपए और मुख्यमंत्री हिमकेयर की 190.32 करोड़ रुपए की देनदारी है। यह जानकारी स्वयं स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने सुलह के विधायक विपिन सिंह परमार और रणधीर शर्मा के संयुक्त सवाल के जवाब में विधानसभा सत्र के दौरान दी। उन्होंने कहा कि दिसम्बर, 2022 से 15 जनवरी, 2023 तक सरकार दोनों योजनाओं पर 430.56 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है। इसमें आयुष्मान भारत योजना के तहत 79.12 करोड़ रुपए और मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना के तहत 351.44 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं। मंत्री ने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में हिमकेयर और सहारा योजना के लिए 149 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं जबकि योजना के लिए 111.86 करोड़ का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष 15 नवम्बर तक हिमकेयर योजना के तहत 78 हजार 365 नए कार्ड बने और 30 हजार 199 लाभार्थी सहारा योजना के तहत वित्तीय सहायता के लिए पंजीकृत किए गए हैं।
मंत्री ने बताया कि पिछले 3 वर्षों के भीतर इस योजना पर उपचार के लिए 811.25 करोड़ का बजट खर्च किया जा चुका है। योजना के तहत हिमाचल के 287 अस्पतालों में प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना और 278 अस्पतालों में मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना के तहत मरीजों को उपचार की सुविधा का लाभ दिया जा रहा है।