Himachal News: नही रहे शताब्दी नायक प्रोफेसर परमानंद शर्मा ddnewsportal.com

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Himachal News: नही रहे शताब्दी नायक प्रोफेसर परमानंद शर्मा 

साहित्य जगत में शोक, 50 के लगभग पुस्तकें लिखी, दो महाकाव्य छत्रपति शिवाजी एवं महामहिम दलाई लामा पर किए समर्पित।

हिमाचल प्रदेश के शताब्दी नायक प्रोफेसर परमानंद शर्मा अब हमारे बीच नही रहे। वह हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला के रहने वाले थे। लगभग 100 वर्ष की आयु में इस महान शख्सियत ने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ हिमाचल (पंजीकृत) संस्था द्वारा शोक व्यक्त किया गया।

ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ हिमाचल (पंजीकृत) संस्था द्वारा प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष अजय शर्मा की अध्यक्षता में ऑनलाइन श्रद्धांजलि सभा  का आयोजन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर शताब्दी कवि एवं साहित्यकार प्रोफेसर परमानंद शर्मा (धर्मशाला) निवासी की 100 वे वर्ष में रामनवमी के महापर्व पर निधन पर हार्दिक शोक व्यक्त किया गया तथा संतप्त परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की गई।
दिवंगत प्रोफ़ेसर परमानंद शर्मा एक महान दार्शनिक, उच्च कोटि के विद्वान, साहित्य प्रेमी, तीव्र बुद्धि के मालिक, प्रखर वक्ता, कवि हृदय, समाजिक सरोकार के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान तथा विभिन्न विधाओं के स्वामी रहे हैं। वह न केवल हिमाचल बल्कि भारतवर्ष के चर्चित विद्वानों में उनकी गिनती होती है। जीवन काल में 50 साल के अंतराल के पश्चात दो महाकाव्य छत्रपति शिवाजी एवं महामहिम दलाई लामा पर समर्पित किए, वहीं 50 के लगभग पुस्तकें लिखी। प्रोफेसर परमानंद शर्मा की मुख्य उपलब्धियों में मिर्जा गालिब की गजलों का उर्दू भाषा से पहाड़ी भाषा में अनुवाद, संस्कृत लिखित बौद्ध धर्म ग्रंथों का अंग्रेजी एवं हिंदी में अनुवाद तथा जयशंकर जी द्वारा रचित महाकाव्य कामायनी का अंग्रेजी अनुवाद ख्याति प्राप्त रहा है। वह एक हंसमुख चेहरा, दोस्तों के दोस्त, सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान जैसे गुणों के समावेशी थे।  हिमाचल प्रदेश में उनके निधन से साहित्य के क्षेत्र में शून्य स्थापित हो गया है, जिसकी भरपाई आने वाले समय में शायद ही हो पाए। वह ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ हिमाचल (पंजीकृत) संस्था के संस्थापक अध्यक्ष जयदेव शर्मा विद्रोही के अंतरंग मित्र रहे हैं तथा ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ हिमाचल संस्था के सामाजिक एवं साहित्य क्षेत्र में होने वाले आयोजनों में सदैव बढ़-चढ़कर योगदान करते रहे, उनके यह भाव सदा सदा संस्था द्वारा याद किए जाएंगे।

आज की इस शोक सभा में ऑथर्स गिल्ड ऑफ़ हिमाचल (पंजीकृत) संस्था के संस्थापक अध्यक्ष जयदेव शर्मा विद्रोही, संस्थापक मुख्य संरक्षक सत्य प्रकाश ठाकुर, वरिष्ठ प्रधान सतीश चंद्र कोड़ा, महासचिव रमेश चंद्र मस्ताना, वित्त सचिव फिरासत खान, सलाहकार समिति के सम्मानित सदस्य डॉ सूरत ठाकुर, डॉ गंगाराम राजी, गोपाल शर्मा, रविंद्र कमल, मीडिया प्रभारी अनुरंजनी गौतम, संगठन सचिव इंदु भारद्वाज, कुल्लू चैप्टर की अध्यक्षा कुमुद शर्मा, सदस्य बिंदु शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी के मार्गदर्शक पीसी बोध एवं जिला सिरमौर चैप्टर से जीवन प्रकाश जोशी, मोहन लाल शर्मा, ‍रविंद्र सिंह जग्गी तथा अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।