शिलाई: पौका गांव में हुआ ठुंडू बिरादरी का वार्षिक मिलन समारोह, पढ़ें क्या रहा खास... ddnewsportal.com
शिलाई: पौका गांव में हुआ ठुंडू बिरादरी का वार्षिक मिलन समारोह, नई कार्यकारिणी का भी गठन, पढ़ें क्या रहा खास...
वर्तमान वर्ष का ठुंडू बिरादरी का मिलन समारोह गिरिपार क्षेत्र के शिलाई क्षेत्र के पोका गांव में संपन्न हुआ। जिसमें बिरादरी के सभी प्रबुद्ध जनों के साथ-साथ युवाओं ने भारी संख्या में हिस्सा लिया। शिमला, सिरमौर व उत्तराखंड के 100 गांवों के लगभग 500 ठुंडूओं ने इस समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सर्वप्रथम पौका गांव के ठुंडूओं ने यहां आये ठुंडूओं का ढोल नगाड़ों एवं सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ स्वागत एवं अभिनंदन किया। ठुंडू विकास समिति के बेनर तले हर वर्ष बिरादरी का मेल मिलाप समारोह आयोजित किया जाता है। इसमें शिमला जिला के चौपाल तहसील, कुपुई तहसील, सिरमौर जिला के नोहराधार तहसील, रोनाहाट तहसील, शिलाई तहसील, कमरऊ तहसील, पांवटा साहिब तहसील के अलावा उतराखंड के सेंकड़ों ठुंडूओं ने भाग लेता हैं। ठुंडू बिरादरी पहाड़ी क्षेत्र की ही नहीं बल्कि पूरे पहाड़ी क्षेत्र की सबसे बड़ी खैल व बिरादरी है। यह समस्त बिरादरी एक मां और बाप की संताने है। इस क्षेत्र में इन ठुंडू खौश
(राजपूत) बिरादरी का बहुत बड़ा प्रभाव है। पूर्व में इस बिरादरी के पूर्वजों को स्थानीय लोग अपनी रक्षा के लिए अपने गांव में बसाते थे। क्योंकि यह खौश बिरादरी सबसे बड़ी बहादुर और वीरता में कुशल बिरादरी रही है। यह ठुंडू खौश कौम सबसे शांत, कुशल, न्यायप्रिय और सर्वजनहिताय, सर्वजन सुखाय बातों पर विश्वास रखने वाली बिरादरी है। इस बिरादरी का इतिहास बहुत गौरवशाली रहा है। इस क्षेत्र का गौरव बढ़ाने में इस बिरादरी की अहम भूमिका है। ठुंडू बिरादरी के लोग विभिन्न क्षेत्रों में गांव, जिला, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रहे हैं और यह सभी के लिये फक्र की बात है। ठुंडू बिरादरी का ऐसा आयोजन अद्भुत व गोरवान्वित करने वाला क्षण रहता है।
संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि ये हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रौत व क्षण है। संगठन के पदाधिकारियों ने जोर देकर कहा कि सभी ठुंडूओं को संगठित और भाईचारे के साथ समाज की कुरितियों को दूर करने और समाज एवं मानव हित में हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए। उक्त कार्यक्रम में क्षेत्र के संस्कृति की झलक भी देखने को मिली।
इस बैठक में ठुंडू बिरादरी की समस्याओं तथा निवारण पर चर्चा हुई। उसके बाद ठुंडू विकास समिति के पुरानी कार्यकारिणी को भंग किया गया। नई कार्यकारिणी की नियुक्ति हेतु एसडीएम नारायण ठुंडू को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया। सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण करते हुए सर्वसम्मति से नई कार्यकारिणी को नियुक्ति दी गई। जिसमें पूर्व अध्यक्ष शोभाराम ठुंडू ने नये अध्यक्ष धर्मेन्द्र ठुंडू को बधाई देकर अध्यक्ष पद हस्तांतरित किया, महासचिव धर्म सिंह ठुंडू ने नये महासचिव दिनेश ठुंडू को बधाई देकर महासचिव पद हस्तांतरित किया व कोषाध्यक्ष रजनीश ठुंडू ने नये कोषाध्यक्ष इंद्र ठुंडू को बधाई देकर कोषाध्यक्ष पद हस्तांतरित किया।
ये है नवनियुक्त कार्यकारिणी:-
अध्यक्ष धर्मेन्द्र ठुंडू, पशार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष चतर ठुंडू, बनौर, उपाध्यक्ष दलीप ठुंडू, सुंदराड़ी, रमेश ठुंडू, चींद, नरेन्द्र ठुंडू, कोटी बावर, महासचिव दिनेश ठुंडू, पौका, सह सचिव सुरेश ठुंडू, भानल, सरदार सिंह, होडा,
कोषाध्यक्ष इंद्र ठुंडू, चणकोली को नियुक्त किया गया। सभी उपस्थित लोगों ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई दी। इस मौके पर ठुंडू बिरादरी के विभिन्न गांव से सेंकड़ो लोग उपस्थित रहे जिसमें सैकडों महिलाएं भी शामिल हुई। नवनियुक्त अध्यक्ष ने नई कार्यकारिणी के साथ ठुंडू विकास समिति के नये रोड़मेप लागू करने का संकल्प लिया।