दूल्हा सहित बाराती फंस गए ससुराल में ddnewsportal.com

बर्फबारी के कारण नही लौट पाई बारात
दूल्हा सहित बाराती फंस गए ससुराल में, मौसम साफ न हुआ तो...
हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के बीच शादियों के कार्यक्रम आने पर लोगों की दिक्कतें और बढ़ रही है। प्रदेश मे कहीं दूल्हा अपनी दुल्हन को जेसीबी मशीन पर बिठाकर ला रहा है तो कहीं बर्फ के उपर पैदल चलकर आवागमन हो रहा है। लेकिन चंबा जिले मे तो एक बारात बर्फबारी के कारण वापिस ही नही लौट पाई। दरअसल, चम्बा जिले के सलूणी उपमंडल में शनिवार को दूल्हा पक्ष बारात लेकर तो घर से पालकी व गाडिय़ों के माध्यम से पहुंच गए, लेकिन कई दूल्हे बर्फ के बीच दुल्हन को लेकर पैदल वापस लाए। वहीं, डनून
गांव से गया एक दूल्हा तो ससुराल भांदल के गल्ली गांव से दुल्हन को लेकर वापस अपने घर नहीं पहुंचा सका। उसे बारात सहित ससुराल में ही रात काटनी पड़ी। अगर आज भी मौसम साफ न हुआ तो बारात में गए लगभग 20 से 25 लोगों को एक रात और वहीं काटनी पड़ सकती है। ऐसे मे शादियों के आयोजन मे बर्फबारी बड़ा रोढ़ा बन रहा है जिसने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है।
वहीं, मनाली-केलांग मार्ग पर मुहसिंग पुल के समीप हिमस्खलन हुआ है। लाहौल में भारी हिमपात के चलते वाहनों की आवाजाही 3 दिन से बंद है। यहां हिमस्खलन की आशंका बढ़ गई है। रक्षा भू-भाग अनुसंधान द्वारा हिमस्खलन की चेतावनी के बाद कुल्लू, लाहौल-स्पीति व किन्नौर प्रशासन भी सतर्क हो गया है। जिला किन्नौर में भी अधिक हिमपात होने के कारण जगह-जगह ग्लेशियरों व भूस्खलन आदि का खतरा बढ़ गया है। एस.पी. लाहौल स्पीति मानव वर्मा व सहायक आयुक्त किन्नौर मुनीश शर्मा ने हिमस्खलन की
आशंका के चलते लोगों से आग्रह किया कि वे हालात को देखकर ही घरों से बाहर निकलें। चम्बा जिले के उपमंडल सलूणी का जिला मुख्यालय से यातायात संपर्क पूरी तरह से कट गया है। चम्बा जिले के सैंकड़ों गांवों में अंधेरा पसरा हुआ है। लोग दीये व मोमबती के सहारे सर्द रातें काटने को विवश हैं। हालांकि बिजली बोर्ड के कर्मचारी लाइनों को ठीक करने में जुटे हुए हैं, लेकिन बर्फबारी के कारण जगह-जगह भूस्खलन होने व विशालकाय पेड़ गिरने से लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसके अलावा बिजली के खंभे भी उखड़ गए हैं। ऐसे में विद्युत आपूर्ति बहाल होने में अभी समय लग सकता है।