गरीबी नजदीक से देखी है इसलिए समझता हूँ गरीब जरूरतमंद का दर्द ddnewsportal.com

गरीबी नजदीक से देखी है इसलिए समझता हूँ गरीब जरूरतमंद का दर्द  ddnewsportal.com
फोटो: जयराम ठाकुर, मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश।

मुख्यमंत्री का "खेत की मूली नही गरीब आदमी" मास्टर स्ट्रोक 

श्री रेणूका जी की जनसभा में बोले; छोटा आदमी हूं, गरीबी नजदीक से देखी है इसलिए समझता हूँ गरीब जरूरतमंद का दर्द, हाटी मामले पर कहा ये...

हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री जय राम ठाकुर ने बिना नाम लिए गत माह सिरमौर दौरे के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के पुत्र व शिमला के विधायक विक्रमादित्य सिंह के उस बयान पर करारा जवाब दिया जिसमे उन्होंने कहा था कि हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह भी सरकार रिपीट नही कर पाये थे जयराम ठाकुर किस खेत को मूली है। श्री रेणुका जी में प्रगतिशील हिमाचल: स्थापना के 75 वर्ष’’ पर आयोजित कार्यक्रमों में जनसमूह को

सम्बोधित करते हुए कहा कि वह मूली नही लेकिन छोटे आदमी है। उन्होंने गरीबी को करीब से देखा है इसलिये गरीब और जरूरतमंद लोगों के दर्द को भलीभांति समझते हैं। जो काम बड़े लोग (वीरभद्र सिंह) नही कर सके, इस गरीब आदमी ने गरीबों के लिए जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू कर जनता को राहत देकर किये हैं। 
उन्होंने कहा कि वैसे तो ये हिमाचल की संस्कृति नही कि किसी के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया जाए। लेकिन इन लोगों के दिमाग में राजशाही की हनक भरी पड़ी है, तो स्वाभाविक ही वह दूसरे आदमी को कुछ समझते ही नही। उन्होंने कहा कि जब प्रदेश में सरकार बदलती थी तो पहली कैबिनेट में ये निर्णय होते थे कि पिछली सरकार के फैसलों को रद्द करना है, लेकिन उन्होंने पहले दिन से ही रिवाज बदलने का काम किया है। उनकी पहली कैबिनेट का डिसिजन वृद्धावस्था पेंशन की आयु 80 वर्ष से 70 वर्ष की। कांग्रेस की सरकार के समय करीब चार लाख बुजुर्गों को पैंशन मिलती थी लेकिन हम साढ़े 7 लाख बुजुर्गों को ये सम्मान राशि प्रदान कर रहे है।


उन्होंने कहा कि एक गरीब के लिए सबसे बड़ी समस्या ये होती हे कि उनके परिवार का कोई सदस्य बीमार हो जाए तो वह उसका उपचार कैसे करेगा। उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि गरीब के लिए कोई योजना है तो वो बोले कि ऐसी कोई योजना नही। उन्होने पूछा कि बन सकती है तो अधिकारी बोले कि पैसा बहुत लगेगा। हमने कहा कि पैसे की दिक्कत नही है, हमारे गरीब लोगों को निशुल्क उपचार मिलना चाहिए इसलिए योजना बनाओ। 
उसके बाद अधिकारियों से एक योजना बनवाई जिसका नाम मुख्यमंत्री हिम केयर योजना रखा। इस योजना से गरीब व्यक्ति के परिवार को पांच लाख रूपये तक का उपचार कवर हो रहा है। ये सब एक छोटा आदमी ही समझ सकता है और उन्हे गर्व है कि वह गरीब परिवार से निकले है, तभी वह जल्दी से गरीब लोगों के दर्द को समझ सके। 
वहीं, हाटी मामले पर भी उन्होंने जल्द अच्छी खबर आने की बात कही। साथ ही कहा कि अनुसूचित जाति के हक बरकरार रखें जायेंगे इसलिए किसी प्रकार की शंका न रखें।