विकास के नाम पर दे दी सैंकड़ों पैडों की बलि ddnewsportal.com

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फाईल फोटो

विकास के नाम पर दे दी सैंकड़ों पैडों की बलि

हिमाचल आरटीआई एक्टीविस्ट फैडरेशन की बैठक मे उठा पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा, बंदर शहर मे मचा रहे उत्पात 

हिमाचल आरटीआई एक्टीविस्ट फैडरेशन का कहना है कि विकास के नाम पर पांवटा साहिब मे सैंकड़ों पैडों की बलि दे दी गई है जिससे पर्यावरण प्रदूषण बढ़ने के पूरे आसार है। इनमे से कईं पैडों को बचाया जा सकता था लेकिन किसी ने कोई कौशिश ही नही की। फैडरेशन की बैठक चेयरमैन आरएम रमौल की अध्यक्षता मे समपन्न हुई। बैठक मे चर्चा हुई कि विकास के

नाम पर पर्यावरण को हो रही क्षति के कारण प्रदूषण फैल रहा है। दो नेशनल हाईवे के नाम पर सैंकड़ों वृक्षों की बलि दे दी गई है। जिस कारण वन्य प्राणी विशेषकर बंदरों ने शहर मे उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। पहाड़ी क्षेत्रों मे भी बंदरों का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोगों ने खेती करनी भी छोड़ दी है। और बेरोजगारों की फौज मे शामिल होने लगे हैं। हैरानी की बात तो यह है कि बिना जियोलोजिकल सर्वे या अध्ययन के सडकों के निर्माण के लिए निर्कुष होकर ब्लास्टिंग है रही है जिससे हिमाचल दूसरा उत्तराखंड बनने की और अग्रसर है। फैडरेशन ने मांग कि है कि सरकार को विकास के नाम पर

पर्यावरण को हो रहे नुकसान को रोकना चाहिए। और पर्यावरण के संरक्षण की और भी उतना ही ध्यान देना चाहिए जितना कि विकास की होड़ मे लगा रही है। फैडरेशन का कहना है कि हिमाचल के युवाओं का जीवन कठिन परिस्थितियों मे गुजरने वाला है इसलिए उन्हे चाहिए कि वह विकास की इस अंधाधुंध होड़ को रोकें और पर्यावरण संरक्षण के बारे मे भी सोंचे। फैडरेशन का कहना है कि सरकार वन्य जीवों के लिए कुदरती पानी की स्वच्छता का भी ध्यान रखें। इस मौके पर चेयरमैन आरएम रमौल सहित, इंद्रजीत सिंह, चतर सिंह चौधरी, हरशरण शर्मा आदि भी मौजूद रहे।