सिरमौर की ट्रेजरी में 1.69 करोड़ रुपए का गबन ddnewsportal.com

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सिरमौर की ट्रेजरी में 1.69 करोड़ रुपए का गबन

करोडों की गड़बड़ी के आरोप में पूर्व जिला कोषाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज, एसपी ओमापति जमवाल ने दी जानकारी।

सिरमौर जिला की ट्रेजरी में करोड़ों रूपये के गबन का मामला प्रकाश में आया है। इस बाबत पुलिस थाना नाहन में करोड़ों रुपये की गड़बड़ी को लेकर सिरमौर जिले के पूर्व जिला कोषाधिकारी पर मामला दर्ज हुआ है। एसपी सिरमौर ओमापति जमवाल ने इसकी पुष्टि की है। आरोप है कि अपने कार्यकाल के दौरान डीटीओ ने 1.69 करोड़ रूपये का गबन किया। उन्होंने पेंशनरों के वित्तीय लाभ को अपने परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में जमा किया। इस मामले की विभागीय जांच के बाद तत्कालीन डीटीओ के खिलाफ मंगलवार को पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक मामला 2012 से 2018 तक नाहन में रहे जिला कोषाधिकारी सतीश कुमार से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि आरोपी अधिकारी ने ई पेंशन सॉफ्टवेयर में अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर पेंशनरों के फर्जी वित्तीय लाभ तैयार किए। पेंशनरों  को उनकी पेंशन ऑनलाइन डाली थी, लेकिन अन्य फर्जी वित्तीय लाभ तैयार कर पैसा परिवार के सदस्यों के खातों में डाला जाता रहा। विभाग को जब वित्तीय गड़बड़ी की आशंका हुई तो अपने स्तर पर मामले की जांच की गई। लिहाजा, पूर्व डीटीओ की शिक्षिका पत्नी का बैंक खाते के साथ बेटे और बेटी के खाते भी जांच के दायरे में रखे।


विभागीय जांच के दौरान नाहन कोषागार से भी रिकॉर्ड खंगाला गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त ने प्रधान सचिव शिक्षा को भी पत्र लिखा। आंतरिक जांच के आधार पर जिला कोषागार कार्यालय की ओर से पुलिस को सौंपी शिकायत के बाद तत्कालीन जिला कोषाधिकारी के खिलाफ पुलिस थाना नाहन में धारा 409 और 420 आईपीसी (गड़बड़ी और दुर्विनियोजन) के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है। इस मामले में विभाग ने शिकायत में आरोप लगाया है कि तत्कालीन डीटीओ ने करोड़ों रुपये की राशि का गबन किया। पेंशन भुगतान आदेश (पीपीओ) के खातों से 1.69 करोड़ रुपये अवैध रूप से अपने परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में जमा किए गए।
पुलिस अधीक्षक सिरमौर ओमापति जमवाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि विभागीय शिकायत के आधार पर पूर्व डीटीओ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपी अधिकारी वर्तमान में हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) शिमला में उप निदेशक के पद पर तैनात है।