यहां बर्फ पर 14 किलोमीटर चलकर मतदान केंद्र तक पंहुची पोलिंग पार्टी...  ddnewsportal.com

यहां बर्फ पर 14 किलोमीटर चलकर मतदान केंद्र तक पंहुची पोलिंग पार्टी...  ddnewsportal.com

यहां बर्फ पर 14 किलोमीटर चलकर मतदान केंद्र तक पंहुची पोलिंग पार्टी... 

उपरी इलाकों में बिगड़े मौसम ने बढ़ाई मुश्किलें, विश्व के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र पर भी पंहुचे कर्मचारी।

हिमाचल प्रदेश में चुनाव इसलिए भी नवम्बर माह के पहले सप्ताह में करवाये जाते हें क्योंकि उपरी इलाक़ों में बर्फबारी मुश्किलें पैदा कर देती है। लेकिन इस बार चुनावी तिथि से पहले ही बिगड़े मौसम के मिज़ाज दिककतें पैदा करने लगे हैं। 


प्रदेश मेें मतदान से दो दिन पहले मौसम का मिजाज बिगड़ गया है। बुधवार रात और गुरुवार को लाहौल-स्पीति जिले के अधिकांश इलाकों और चंबा जिले के कबायली क्षेत्र पांगी में भारी बर्फबारी हुई है। लाहौल और पांगी के ज्यादातर मतदान केंद्र बर्फ से लकदक होने के चलते यहां 12 नवंबर को मतदान करवाना किसी चुनौती से कम नहीं होगा। बर्फबारी के बीच कई मतदान केंद्रों के लिए पोलिंग पार्टियों को रवाना कर दिया गया है।
जिला चंबा के सबसे ऊंचाई वाले मतदान केंद्र चस्क भटोरी तक पोलिंग पार्टी को एक फीट बर्फ के ऊपर 14 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचना पड़ा। बुधवार रात को यहां भारी हिमपात हुआ। उपमंडल अधिकारी पांगी रजनीश शर्मा ने बताया कि को किलाड़ मुख्यालय से छह सदस्यीय पोलिंग पार्टी को बस से चस्क भटोरी के लिए रवाना किया गया। वहीं, जिले के पांगी, चुराह क्षेत्र के बर्फबारी से लकदक होने से पोलिंग पार्टियों समेत मतदाताओं को 10 से 14 किमी पैदल चलकर मतदान केंद्रों तक पहुंचना पड़ेगा। चुराह विधानसभा क्षेत्र के टेपा में 12000 फीट की ऊंचाई पर मतदान केंद्र स्थित है, जबकि कबायली क्षेत्र पांगी में 11,500 फीट की ऊंचाई पर चस्क भटोरी मतदान केंद्र है।
वहीं, बंजार विधानसभा क्षेत्र के दुर्गम मतदान केंद्रों शाक्टी, मझाण और कुल्लू के रशोल पोलिंग बूथ तक पहुंचने के लिए पोलिंग पार्टियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। रशोल के लिए पोलिंग पार्टी ने आठ किलोमीटर की चढ़ाई पार की, जबकि शाक्टी और मझाण तक पहुंचने के लिए 20 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। 
विधानसभा चुनाव के लिए लाहौल-स्पीति जिले में विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित टशीगंग मतदान केंद्र में पोलिंग पार्टी वीरवार को पहुंच गई। यह मतदान केंद्र समुद्रतल से 15,256 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसके अलावा जिले के अन्य मतदान केंद्रों के लिए भी भारी बर्फ के बीच पोलिंग पार्टियां चुनाव सामग्री के साथ वीरवार को रवाना हुईं। जिले के 40 फीसदी मतदान केंद्र चुनाव के दिन भी बर्फ से लकदक रहेंगे।