सोशल प्लेटफार्म पर बढ़ रहा ठगी का आंकड़ा- ddnewsportal.com
सोशल प्लेटफार्म पर बढ़ रहा ठगी का आंकड़ा
हिमाचल मे तीन माह मे 700 शिकायतें, साईबर सेल ने अलर्ट रहने का किया आह्वान
हिमाचल प्रदेश में साईबर् क्राईम अपराध के अन्वेषण एवम आम जनमानस को जागरुक करने के लिए सोशल मिडिया, प्रिन्ट व इलेक्ट्रोनिक मिडिया के माध्यम से हिमाचल प्रदेश गुप्तचर विभाग का राज्य साईबर क्राईम पुलिस थाना शिमला में पिछले 04 वर्षो से कार्य कर रहा है। भारतवर्ष मे करीब 595 मिलियन लोग इन्टरनेट का उपयोग कर रहै है जिस कारण आम जन मानस का कार्य आसान हो गया है लेकिन इन परिस्थिती का फायदा साईबर अपराधी निरन्तर देश व विदेश से साईबर क्राईम अपराध जैसे वितिय धोखाधड़ी एवम सोशल मिडिया अपराध को अंजाम देने के लिए सोशल इंजीनियरिंग स्किल का प्रयोग करते हुये विभिन्न माध्यम से फिशिंग ई-मेल, फिशिंग काल, संदिग्ध वेबपेज, इंटरनेट लिंक, नेटवर्क से जुड़े अन-अपडेटेड
सिस्टम से आईडी चोरी करने के लिए लिंक भेजते रहते है। जो इन परिस्थितियो में सभी आम जन को, निजी व सरकारी कार्यालय में तैनात कर्मचारियो को सतर्क रहने की आवश्यक्ता है जिन्हे हर रोज अपने कम्पयूटर एवम इन्टरनेट सिक्योरिटी फीचर्स की पालन करना आवश्यक है।
साईबर सेल शिमला के एएसपी नरवीर सिंह राठौर ने बताया कि वर्तमान वर्ष 2021 मे राज्य साईबर क्राईम पुलिस थाना शिमला साईबर अपराध की 3 महिने मे करीब 700 शिकायतें प्राप्त हुई है। इन शिकायतो का विशलेण करने पर पाया गया कि साईबर आपराधी भिन्न-भिन्न लोगों को VOICE CALL एवम् SOCIAL MEDIA के माध्यम से समपर्क कर रहै है। जो लोगो से आग्रह करते है कि आपके द्वारा उपयोग किऐ जा रहे मोबाईल नम्बर का KYC VALIDATION या UPDATE करवाना आवश्यक है अन्यथा आपका सिम बन्द हो जाऐगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिऐ साईबर अपराधी सोशल इंजीनियरिंग स्किल का उपयोग करते हुए लोगो को झांसे मे लाकर उनके मोबाईल फोन का रिमोर्टली एक्सेस लेने के लिऐ TEAM VIEWER या ANY DESK APP आदि APP को DAWNLOAD करने के लिए कहते है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होती है साईबर अपराधी MINIMUM AMMOUNT का 10 रुपये टेलिफोन सर्विस प्रोवाईडर के खाता मे ट्रांसफर करने को कहते है। उसके पश्चात जैसे ही यह प्रक्रिया पूर्ण होती है साईबर आपराधी कस्टमर के बैंक खाता का एक्सेस लेकर उनके खाता से काफी धन राशी अपने खाता मे ट्रांसफर कर लेते है। इस वर्ष मे इस तरह की करीब 6 शिकायतें प्राप्त हुई है। सभी शिकायतों मे करीब 3.5 लाख के आस-पास की ठगी हुई है। इसके अलावा सोशल मिडिया अंकाउट FACEBOOK ACCOUNT, MESSANGER, INSTAGRAM एवम् WHATSAPP से फेक अकांउट के माध्यम से भी VIDEO CALL करके पुरुष व महिलाओं को चैट करने के लिए आग्रह किया जाता है तथा साईबर आपराधी द्वारा नग्न फोटोग्राफ्स व विडियो शेयर करने को कहते है। बाद मे यह साईबर अपराधी
इन नग्न फोटोग्राफ्स व विडियो को EDIT/MORPHYING करके पीडित व्यक्ति के सोशल मिडिया FRIENDS एवम् इस ऐवज मे पैसो की मांग करते है। इस तरह की शिकायतें साईबर थाना मे निरन्तर आ रही है। इस सन्दर्भ मे आम जन मानस से अनुरोध है कि वह उपरोक्त अपराधों को मध्यनजर रखते हुऐ नागरिकों के लिए सुरक्षा सलाह दी जाती है कि-
1. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अजनबियों या उन लोगों से फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले सतर्क रहें, जिन्हें आप व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं।
2. अजनबियों के साथ वीडियो चैट में शामिल न हों। उत्पीड़न और ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो को आसानी से हेरफेर किया जा सकता है।
3. उनके ब्लैकमेल के आगे न झुकें और कभी भी पैसे न दें। तुरंत अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन या ऑनलाइन पोर्टल पर रिपोर्ट करें और एक शिकायत के साथ स्क्रीनशॉट आदि साझा करें।
4. नकली प्रोफाइल, ट्रू कॉलर या ट्रू कॉलर पर दिखाए गए फोन नंबरों को गलत तरीके से इस्तेमाल किया जाता है उस विश्वास ना करे ।
आम जनमानस से अनुरोध है कि साइबर स्पेस का इस्तेमाल करते हुए सतर्क एंवम जागरुक रहे।