राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन  ddnewsportal.com

राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन  ddnewsportal.com

राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ आयोजन 

जैव विविधता और सतत विकास" विषय पर दो दिन चलेगा मंथन

पांवटा साहिब के श्री गुरु गोबिंद सिंह जी राजकीय महाविद्यालय के वनस्पति विज्ञान और प्राणी विज्ञान विभाग द्वारा "जैव विविधता और सतत विकास" विषय पर आज से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन शुरू हो गया। जिसमे डॉ ए0के0 भट्ट प्रोफेसर, बायो टेक्नोलॉजी, हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी मुख्य अतिथि रहें। द्वीप प्रज्ज्वलन से सेमिनार का शुभारंभ किया गया। डॉ वीना राठौर, प्राचार्या, प्रो0 विम्मी रानी, प्रो0 ऋतु पंत एवम मंच संचालक डॉ विनीता पॉल द्वारा सभी अतिथियों विधिवत स्वागत किया गया एवम बैज पहनाकर उन्हें सम्मानित किया। प्राचार्या डॉ वीणा राठौर ने बताया कि यह सेमिनार डिपार्टमेंट ऑफ बायो टेक्नोलॉजी के सौजन्य से महाविद्यालय के जीव विज्ञान विभाग एवं वनस्पति विभाग के द्वारा स्टार कॉलेज के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है। यह संगोष्ठी मानव जीवन की बेहतरी के लिए ज्ञान, अनुभव और अनुसंधान के आदान-प्रदान के लिए शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और उद्योग विशेषज्ञों को एक सामान्य राष्ट्रीय मंच पर लाएगी।

इस संगोष्ठी का उद्देश्य अनुसंधान, विकास, अनुप्रयोग के पूर्ण स्पेक्ट्रम में लगे प्रतिनिधियों के लिए एक अंतःविषय मंच प्रदान करना और वर्तमान स्थिति और हाल के विकास पर चर्चा करना है। डॉ जाहिद अली मालिक कोऑर्डिनेटर स्टार कॉलेज स्कीम  ने बताया कि 2019 से स्टार कॉलेज के तहत तीन राष्ट्रीय स्तर की वर्कशॉप एवम अनैक शैक्षणिक टूर  आयोजित किये जा चुके है। प्रो0 ए0 के0 भट्ट ने आयोजक समिति को सेमिनार आयोजित करने की बधाई दी तथा सतत विकास एवमजैव विविधता को आज के परिपेक्ष्य  में एक ज्वलंत मुद्दा बताया। सेमिनार के प्रथम रिसोर्स पर्सन डॉ0 सुभाष चंद्र गुप्ता (सेवानिवृत्त प्राचार्या कॉलेज कैडर) ने सतत विकास और जैव विविधता पर अपने अनुभव सांझा किये।उन्होंने कहा कि जैव विविधता के बारे में जो विलुप्त हो रही है और कोई भी तकनीक उसे वापस नहीं ला सकती है। उन्होंने पोंग बांध सिंबलबारा अभयारण्य और रेणुका जी में पाई जाने वाली जैव विविधता के बारे में भी बात की। उन्होंने किसान और सुनहरी मुर्गी की कहानी के माध्यम से सतत विकास की व्याख्या की व  जैव विविधता के संरक्षण पर भी प्रकाश डाला। अरविन्द कुमार भट्ट प्रथम तकनीकी सत्र के दूसरे रिसोर्स पर्सन ने उद्यमिता पैमाने पर आधारित कार्यक्रमों के बारे में बात की। उन्होंने मुख्यमंत्री की स्टार्टअप योजनाओं और ईको ब्रिक्स जैसे उत्पादों के बारे में भी अपना व्याख्यान दिया। अजय ठाकुर, (वैज्ञानिक ई, वन आनुवंशिकी और वृक्ष सुधार, एफआरआई देहरादून), ने ऑनलाइन भारतीय परिपेक्ष में बांस जैव विविधता  पर व्याख्यान दिया। डॉ योगेश कुमार रावल (अध्यक्ष, प्राणिविज्ञान विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़) ने इस राष्ट्रीय सेमिनार में “ स्नो ट्राउट के जीवन-चक्र के माध्यम से विदेशी-आक्रामक साक्ष्य के साथ प्रतिस्पर्धा: अविनाशी बेसिन में मूल निवासी आक्रमण तनाव के तहत बेहतर प्रदर्शन “ पर अपने विचार रखे। पहले दिन के सत्र डॉ अंजू अग्रवाल, डॉ एस0 सी0 गुप्ता, डॉ ऋतु पंत एवम डॉ योगेश कुमार रावल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए।
इसके साथ ही समानांतर सत्र  डॉ राजेश त्रेहन एवम डॉ प्रिंस ठाकुर की अध्यक्षता में हुए जिसमे ऑफलाइन 12 प्रतिभागियों  एवम ऑनलाइन 15  प्रतिभागियों ने अपने पेपर प्रस्तुत किये गए। डॉ ऋतु पंत ने पहले दिन के सफल आयोजन पर सभी का धन्यवाद प्रस्तुत किया।