बच्चों की फिक्र....... 02 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

बच्चों की फिक्र.......  02 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

बच्चों की फिक्र.......

02 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा

डाॅक्टर की टीम आएगी घर, वैक्सीन कब तक, डबल म्यूटेशन के 16 मामले, जमा दो पर फैसला 5 को, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं को गिफ्ट, ज्यादा टेस्ट पर ईनाम, लाखों युवा कतार में, डिग्रियों की जांच, जनता को दो राहत, टास्क फोर्स गांव में और..........कोविड बुलेटिन।


1- जून महीने के बाद बढ़ जाएगी वैक्सीन की आपूर्ति- CM

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि 18 साल से ऊपर की आयु के लोगों के लिए जून महीने के बाद वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ा दी जाएगी। कंपनी से आग्रह किया गया है कि ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन हिमाचल

को दी जाए। सीएम ने शिमला में कहा कि पहले एक लाख सात हजार वैक्सीन उपलब्ध करवाई गई थी। जब मामला दोबारा से उठाया गया तो एक लाख 77 हजार वैक्सीन मिली है। जून महीने के बाद इसकी आपूर्ति और भी बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 45 साल से ऊपर आयु के लोगों के लिए वैक्सीनेशन का अभियान बेहतरीन तरीके से चल रहा है। हालांकि कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट आई है, लेकिन मौतों का आंकड़ा अभी भी चिंताजनक हैं।

2- चालीस सैंपल मे यूके वेरियंट, 16 मे डबल म्यूटेशन।

स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि राज्य ने अब तक जीनोमिक सिक्वेंसिंग के तहत 876 सैंपल  जांच के लिए दिल्ली भेजे हैं, जिनमें से 146 के परिणाम प्राप्त हुए हैं। इन 146 परिणामों में से 64 में किसी भी प्रकार का म्यूटेशन नहीं पाया गया है। 25 सैंपलों में कुछ म्यूटेशन देखे गए हैं। 40 सैंपलों में यूके वेरियंट पाॅजिटिव पाए गए हैं जबकि 16 सैंपलों में दोहरा म्यूटेशन पाया गया है जबकि एक सैंपल को एनसीडीसी द्वारा खारिज कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि देश में वायरल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए देश

भर में दस क्षेत्रीय जीनोम सिक्वेंसिंग प्रयोगशालाओं (आरजीएसएल) के साथ भारतीय सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (आइएनएसएसीओजी) का गठन किया गया है। गत एक वर्ष में कोविड-19 वायरस में म्यूटेशन हुआ है और इन प्रयोगशालाओं को वायरस के प्रकारों के अध्ययन के उद्देश्य से विभिन्न राज्यों के लिए चिन्हित किया गया है। हिमाचल प्रदेश के लिए एनसीडीसी दिल्ली को आरजीएसएल के रूप में चिन्हित किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जीनोमिक सिक्वेंसिंग के उद्देश्य से दो प्रकार की निगरानी की जा रही है। जिसमें एक होल जीनोमिक सिक्वेंसिंग (डब्ल्यूजीएस) निगरानी है, जिसमें नामित प्रयोगशालाओं को डब्ल्यूजीएस के लिए एनसीडीसी दिल्ली को सैंपल भेजने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि दूसरा प्रकार विशेष निगरानी है, जिसका उद्देश्य मामलों के क्लस्टरिंग, सुपर स्प्रैडर इवेंट, संस्थानों में मामलों की क्लस्टरिंग आदि करके समुदाय में डब्ल्यूजीएस जानकारी एकत्र करना है। कोविड पाॅजिटिव मरीजों के सैंपल, जो टीकाकरण की दूसरी खुराक लेने के बाद कोविड-19 से संक्रमित हुए है, उन्हें भी प्राथमिकता दी जाएगी और जिला निगरानी अधिकारियों को ऐसे नमूनों की पहचान कर एनसीडीसी दिल्ली भेजने के लिए कहा गया है।

3- HP बोर्ड जमा दो की परीक्षा पर फैसला 5 को।

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षाएं रद्द की जा सकती है। इस पर अंतिम फैसला 5 जून को होने वाली कैबिनेट बैठक मे लिया जाएगा। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस मामले में सीबीएसई की तर्ज पर आगे बढ़ने की बात करते हुए पूरे संकेत दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में मौजूदा हालात में परीक्षाएं नहीं करवाई जा सकती। बुधवार को अपने सरकारी निवास ओक ओवर शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में सीएम ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं करवाने या न करवाने के बारे में सरकार पांच जून को होने जा रही कैबिनेट की बैठक में फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बैठक के बाद सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला लिया गया है। जहां तक हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की बात है तो उसी तर्ज पर चीजें देखी जा रही हैं। राज्य सरकार इस संबंध में आगे बढ़ रही है।

4- लाखों युवा वैक्सीन के लिए इंतजार में।

हिमाचद प्रदेश में 18 से 44 साल आयु वर्ग को वैक्सीन का इंतजार है। इस सप्ताह तो वैक्सीनेशन होगा नही। इस बारे सरकार स्थिति पहले ही स्पष्ट कर चुकी है। लेकिन दस जून के बाद भी किस गति से यह अभियान चलेगा इस बारे अभी संशय बरकरार है।  हिमाचल सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए सीरम इंस्टीट्यूट को कोविशील्ड की डोज के लिए रिमाइंडर पत्र लिखा है। राज्य में 18 से 44 साल आयु वर्ग को लेकर वैक्सीनेशन का काम रुक गया है। सरकार के पास इस आयु वर्ग के लिए 4 हजार के करीब डोज बची है। जबकि हिमाचल प्रदेश में करीब 32 लाख ऐसे लोग हैं, जिनकी आयु 18 से 44 साल के बीच में हैं। ऐसे में मई में हुए 18 से 44 साल आयु वर्ग के वैक्सीनेशन ड्राइव में केवल 1 लाख 3 हजार को ही पहली डोज लग पाई है। जबकि 31 लाख अभी भी वैक्सीन लगने के इंतजार में हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीरम को वैक्सीन मुहैया करवाने के लिए रिमाइंडर पत्र लिखा गया है। कंपनी को जल्द वैक्सीन उपलब्ध करवाने को कहा गया है। 31 मई को 18 से 44 साल वालों को वैक्सीन लगाने के लिए अंतिम टीकाकरण अभियान चलाया गया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की और से कहा गया था कि अब जब वैक्सीन की डोज उपलब्ध होगी उसके बाद ही वैक्सीनेशन ड्राइव चलाया जाएगा। 

5- ज्यादा टेस्ट करने पर मिलेगा ईनाम।

हिमाचल प्रदेश सरकार कोरोना को लेकर रैपिड एंटीजन टेस्टिंग बढ़ाने पर स्वास्थ्य उपकेंद्र दल को प्रोत्साहन राशि प्रदान करेगी। 250 से अधिक टेस्ट करने पर स्वास्थ्य उपकेंद्र के दल को अधिकतम 11500 रुपये प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि अधिसूचित सूची में क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, एएनएम, एमपीडब्ल्यू और आशा कार्यकर्ताओं में वितरित की जाएगी। इस प्रोत्साहन को प्राप्त करने के बाद हेल्थ वेलनेस सेंटर-स्वास्थ्य उपकेंद्र व हेल्थ वेलनेस सेंटर-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को कोविड-19 सीसी पोर्टल पर प्रोत्साहन को सत्यापन के बाद कलेक्शन सेंटर के रूप में नामित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त टेली परामर्श की संख्या, ओपीडी में वृद्धि, दैनिक व मासिक रिपोर्टिंग तथा डीवीडीएमएस पोर्टल के उपयोग को भी प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के लिए आधार बनाया जाएगा। कोविड के कारण कुछ लोगों की घर पर मृत्यु दर्ज की गई है। इनमें कुछ मरीज ऐसे थे जिन्हें या तो कोविड पॉजिटिव पाया गया था और उन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया था। जबकि कुछ मरीज ऐसे थे जिन्होंने कोविड के लक्षणों की अनदेखी की और उनकी मृत्यु होने पर उनके कोविड पॉजिटिव होने का पता चला हैं। इसी के चलते सरकार ने अधिक सैंपलिंग के लिए यह निर्णय लिया है। 

6- एहतियात- बीमार बच्चों के सर्वे की तैयारी मे सरकार।

कोरोना की संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए हिमाचल सरकार राज्य में बीमार बच्चों का सर्वे कराने की तैयारी कर रही है। डॉक्टरों की टीमें लोगों के घर-घर जाकर सर्वे करेगी। साधारण बीमारी का इलाज मौके पर किया जाएगा जबकि गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चों को अस्पताल शिफ्ट किया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि सर्वे में बीमार बच्चों की पहचान की जाएगी। कोरोना की संभावित तीसरी लहर के चलते डॉक्टरों की टीमें लोगों के घर-घर जाकर बीमार बच्चों का इलाज करेंगी। सभी सीएमओ को डॉक्टरों की टीमें तैयार करने के निर्देश दे दिए गए हैं। जैसा कि विदित है कि प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर कहर बनकर बरपी है। दूसरी लहर में दो हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है जबकि हजारों लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने तीसरी संभावित लहर से निपटने की तैयारियां शुरू की हैं। इस लहर को इसलिए भी ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है क्योंकि अब यह बीमारी 2 से 17 साल तक के बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर सकती है। स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल कॉलेजों के प्रिंसिपलों, वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अस्पतालों में बच्चों के लिए वार्ड बनाने, न्यू बोर्न बेबी वार्ड, हर बिस्तर को ऑक्सीजन सुविधा से लैस करने के निर्देश दिए हैं। 

7- रैगुलर हो गये लेकिन डिग्रियों की होगी जांच।

हिमाचल प्रदेश प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के तहत 30 अप्रैल को तीन वर्ष का अनुबंध सेवाकाल पूरा करने वाले (ट्रेंड ग्रेजुएट शिक्षक) टीजीटी की डिग्रियों की जांच की जाएगी। प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों में बीते दिनों सामने आए फर्जी डिग्रियों के मामलों को देखते हुए शिक्षा निदेशालय ने यह फैसला लिया है।प्रारंभिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर संबंधित विश्वविद्यालयों से टीजीटी की डिग्रियों को सत्यापित करवाने के निर्देश दिए हैं। जांच में फर्जी पाए जाने वाली डिग्रियों के संबंध में जल्द से जल्द निदेशालय को सूचित करने को कहा गया है। दरअसल, हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों सामने आए फर्जी डिग्रियों के मामलों के बाद प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने तीन वर्ष का अनुबंध सेवाकाल पूरा करने वाले टीजीटी की डिग्रियां जांचने का फैसला लिया है। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक की ओर से जारी पत्र में सभी जिला शिक्षा उप निदेशकों को कहा गया है कि 31 मार्च, 2021 को तीन वर्ष का अनुबंध सेवाकाल पूरा करने वाले 30 अप्रैल को नियमित किए गए टीजीटी की बीए, बीकॉम, बीएससी और बीएड की डिग्री की संबंधित विश्वविद्यालयों से जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि यदि किसी शिक्षक की डिग्री अवैध पाई जाती है तो इस संबंध में जल्द से जल्द शिक्षा निदेशालय को सूचित किया जाए, ताकि सरकार के ध्यान में मामला लाकर आगामी कार्रवाई की जा सके।

8- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता-सहायिकाओं का मानदेय बढ़ा।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणा को लागू करते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के मानदेय बढ़ाने के निर्देश जारी कर दिये है। इससे प्रदेश की करीब 36 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और मिनी आंगनबाड़ी वर्करों लाभान्वित होंगी। अब आंगनबाड़ी वर्करों को प्रति प्रतिमाह 7300 रुपये, सहायिकाओं को 3800 रुपये और मिनी आंगनबाड़ी वर्करों को 5200 रुपये मानदेय मिलेगा। पहली अप्रैल 2021 से बढ़ा हुआ मानदेय जारी किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास निदेशालय ने इस बाबत लिखित निर्देश जारी कर दिए हैं। गोर हो कि बजट मे मुख्यमंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में प्रतिमाह 500 रुपये, सहायिकाओं और मिनी आंगनबाड़ी वर्करों के मानदेय में 300 रुपये प्रतिमाह की बढ़ोतरी करने की घोषणा की थी।

9- मुख्यमंत्री को BBN इंडस्ट्रलिस्ट एसोसिएशन ने कोविड-19 फंड में 12.40 लाख का दिया अंशदान।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को BBN इंडस्ट्रलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय खुराना ने एसोसिएशन की ओर से राज्य सरकार को कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए मुख्यमंत्री कोविड-19 फंड में 12.40 लाख रुपये का चैक भेंट किया। मुख्यमंत्री ने इस पुनीत कार्य के लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह का सहयोग संकट के समय में जरूरतमंद

लोगों की सहायता में सहायक सिद्ध होगा। संजय खुराना ने कहा कि एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री कोविड-19 फंड के लिए 7 मई, 2021 को 31.47 लाख और 19 मई, 2021 को 50 लाख रुपये प्रदान किए थे। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने बद्दी में 200 बिस्तर क्षमता का आईसोलेशन सेंटर स्थापित किया है और बद्दी व नालागढ़ में कोविड देखभाल केंद्र के लिए 200 बिस्तर प्रदान किए हैं। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन द्वारा 25 हजार मास्क, 50 पल्स आॅक्सीमीटर और 54 आॅक्सीजन कंसन्ट्रेटर भी प्रदान किए गए हैं। इस मौके पर एसोसिएशन के महासचिव वाईएस गुलेरिया और हिमाचल दवा निर्माता संघ के सलाहकार सतीश सिंघाल भी उपस्थित रहे।

10- मुख्यमंत्री के समक्ष कोविड संबंधी सेवाओं को उपलब्ध करवाने पर प्रस्तुति।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के समक्ष आज यहां निरोग्य लाइफ लाइन फाउंडेशन ने टेली मेडिसन के माध्यम से कोविड तथा को-माॅरबिडीटीज से संबंधित गुणवत्ता जांच, निदान और उपचार सेवाओं को उपलब्ध करवाने में सुधार पर प्रस्तुति दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार परियोजना की जांच करेगी और उसके अनुसार निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के लोगों को बेहतर परामर्श प्रदान करने के लिए टेली मेडिसन परियोजना पहले ही लागू कर दी है। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा, सचिव स्वास्थ्य अमिताभ अवस्थी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डाॅ. निपुण जिंदल, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के ओएसडी डाॅ. वरिन्द्र गर्ग सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

11- सहकारी बैंक जनता को राहत देने के लिए बनायें योजनाएं: सुरेश भारद्वाज

हिमाचल प्रदेश के शहरी विकास एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सहकारिता विभाग और प्रदेश के सहकारी बैंक आम जनता को कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न हुई परिस्थिति में राहत देने के लिए योजनाएं बनाएं। सुरेश भारद्वाज ने सहकारिता विभाग व सहकारिता बैंकों की समीक्षा

बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दिए कि सहकारी बैंकों को एनपीए घटाने के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों का सहयोग व उत्थान करने के मूल ध्येय पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बैठक में हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक, जोगिंद्रा बैंक व कांगड़ा केन्द्रीय काॅपरेटिव बैंक के अधिकारी शामिल हुए। सुरेश भारद्वाज ने बताया कि गत एक वर्ष में सहकारी बैंकों ने आम लोगों कि सहायता के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई हैं। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों द्वारा लोगों को राहत देने के लिए 30,000 से अधिक लोगों को लगभग 450 करोड़ रुपये के ऋण प्रदान किए। सहकारिता मंत्री ने निर्देश दिए कि सहकारिता विभाग व बैंक योजनाओं का प्रचार-प्रसार करें, जिससे लोगों तक सही जानकारी पहुँच सके और अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हों। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में किसानों, बागवानों, और छोटे व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हुआ है। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए बैंकों को अपनी ऋण योजनाओं का निर्धारण कर अधिक से अधिक लोगों को ऋण सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए आगे आना होगा ताकि प्रभावित वर्ग अपनी दैनिक गतिविधियों को संचालित कर अपने कारोबार को गति दे सकें। 
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सहकारी बैंकों ने विभिन्न योजनाएं चलाई हैं जिनका अधिक प्रचार नहीं हुआ लेकिन फिर भी काफी लोगों ने उसका लाभ लिया है। सभी बैंक एक-दूसरे द्वारा चलाई गई ऐसी योजनाओं का विश्लेषण कर इनका प्रभावी कार्यान्वयन करें। उन्होंने कहा की विभिन्न योजनाएं पशुपालन, स्वरोजगार क्रेडिट, स्ट्रीट वेंडर्स के लिए कार्यान्वित की जा रही हैं, जिसमें बैंकों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा की केवल हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारिता बैंक ने कोरोना महामारी में लगभग 10,000 लोगों को लगभग 340 करोड़ रुपये के ऋण आवंटित किए। इसी वर्ष एक अप्रैल से राज्य सहकारी बैंक द्वारा 3655 मामले पारित किए गए, जिसमें 152 करोड़ रुपये का आवंटन हुआ।

12- मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक के निधन पर किया शोक व्यक्त।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मेवा विधानसभा क्षेत्र (वर्तमान में भोरंज) के पूर्व विधायक अमर सिंह चौधरी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अमर सिंह चौधरी का आज हमीरपुर स्थित उनके पैतृक स्थान में निधन हो गया। वह 85 वर्ष के थे। जय राम ठाकुर ने कहा कि अमर सिंह चौधरी को क्षेत्र के विकास में योगदान के लिए भोरंज के लोगों द्वारा सदैव याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना की। अमर सिंह चौधरी हमीरपुर जिला के मेवा विधानसभा क्षेत्र से वर्ष, 1967 और 1977 में दो बार विधायक रहे।  


स्थानीय (सिरमौर)

1- ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना काबू करने को पंचायत स्तरीय टास्क फोर्स गठित- DC

प्रदेश सरकार के आदेशों के बाद जिला सिरमौर के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए पंचायत स्तरीय कोविड-19 टास्क फोर्स

का गठन किया गया है तथा टास्क फोर्स की जिम्मेदारियां भी तय कर दी गई हैं। यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर डा0 आर के परुथी ने दी। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत प्रधान की अध्यक्षता वाली टास्क फोर्स में सभी वार्ड सदस्य, पंचायत सचिव, पटवारी, क्षेत्र में रहने वाले शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के स्वास्थ्य अधिकारी, आयुर्वेद विभाग के कर्मचारी, स्वयं सहायता समूह, आशा कार्यकर्ता और युवक मंडल व महिला मंडल आदि के प्रतिनिधि सदस्य होंगे। टास्क फोर्स पंचायतों में इनफ्लुएंजा व सांस लेने में परेशानी होने वाले लोगों की पड़ताल कर उन्हें कोविड-19 टेस्ट कराने के लिए प्रोत्साहित करेेगी। इसके अतिरिक्त, टास्क फोर्स को रैपिड एंटीजन टेस्ट के दौरान निगेटिव आने वाले लक्षणों वाले मरीजों का आरटीपीसीआर टेस्ट करवाना, रिपोर्ट आने तक उन्हें आइसोलेट रखना, पॉजिटिव केस की जानकारी तत्काल स्वास्थ्य व राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ साझा करना, होम आइसोलेट गंभीर मरीज को तत्काल उच्च स्वास्थ्य संस्थान में रेफर करने के लिए भी स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क साधना होगा। टास्क फोर्स को बिना लक्षणों वाले उन लोगों का क्वारंटाइन सुनिश्चित करना होगा जो ऐसे इलाकों से हिमाचल लौटे हैं जहां कोविड-19 के मामलों की संख्या ज्यादा हैं।
टास्क फोर्स को कोविड-19 उचित व्यवहार के दिशा निर्देशों के बारे में लोगों को जागरूक करना होगा जैसे कि सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का पालन करना, सांस्कृतिक, धार्मिक, सामाजिक समारोह तथा विवाह, दाह संस्कार आदि के संबंध में पाबंदियों को लागू करना और इससे संबंधित उल्लंघन को स्थानीय प्रशासन को सूचित करना होगा। इसके अतिरिक्त, पंचायत क्षेत्र में टीकाकरण केंद्र स्थापित करना, स्वास्थ्य विभाग की सहायता और पंचायत के पात्र निवासियों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करना तथा पंचायत में जरूरतमंदों को पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर उपलब्ध करवाना भी टास्क फोर्स की जिम्मेदारी होगी। डा0 परुथी ने बताया कि टास्क फोर्स की निगरानी करने के लिए खण्ड स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी (BDO) और सम्बन्धित उप मण्डलाधिकारी(SDM) को नियुक्त किया गया है।

2- कोरोना काल मे लगातार काम कर रहे आउटसोर्स कर्मियों को बने स्थाई नीति- अंकुर

प्रदेश सरकार को आउटसोर्स कर्मचारियों के भविष्य के बारे मे विचार बिमर्श करना चाहिए। आउटसोर्स कर्मचारी युनियन के जिला सिरमौर के अध्यक्ष अंकुर शर्मा ने जारी प्रेस बयान में कहा कि कॉरोना काल जैसी महामारी मे भी

आउटसोर्स कर्मचारी अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे है। 80 फीसदी बिलिंग स्टॉफ, मेंटिनेंस गेंग, ऑफिस स्टॉफ/ कर्मचारी अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे है। जबकि सरकार ने 30% स्टॉफ को ऑफिस मे आने कि अनुमति दी थी। उसके बावजूद भी अगर बोर्ड में निरंतर सेवाएं दे रहे आउटसोर्स कर्मचारियों की गेर हाजरी अनुपस्थित की गई तो कर्मचारी इसका कड़ा विरोध करेंगे। जिला इकाई अध्यक्ष अंकुर शर्मा ने बताया कि आउटसोर्स कर्मचारी ऐसी महामारी मे अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे हैं। प्रदेश सरकार ऐसी स्थिति मे सेवाएं दे रहे कर्मचारियो के लिए स्थाई नीति बनाएं या इन कर्मचरियों को बोर्ड के अंदर नियमित किया जाएं। आउटसोर्स कर्मचारी ऐसी महामारी मे भी अस्पतालों के कई वार्डो में भी अपनी सेवाएं निरंतर दे रहे हैं। प्रदेश सरकार को आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति बनानी चाहिए। यदि सरकार ऐसी स्थिति को देखकर भी कर्मचारियों के लिए स्थाई नीति नहीं बनाती है तो कर्मचारी इसका विरोध करेंगे।

3- यमराज व मदारी के किरदारों ने लोगों को कोरोना के प्रति किया जागरूक।

जिला प्रशासन सिरमौर व सूचना एंव जन सम्पर्क विभाग द्वारा कोविड-19 के प्रति लोगों को अलग-अलग माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है। इस कडी में आज उप मण्डल नाहन के ददाहू बाजार व नाहन चौगान, बडा चौंक व नाहन बाजार में जिला लोक सम्पर्क कार्यालय नाहन के नैमेतिक कलाकारों ने नाट्य शैली में लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया। उन्होंने यमराज व मदारी के किरदारों से लोगों को बताया कि कोरोना अभी समाप्त नहीं हुआ है इसलिए सभी कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाएं और चार बातों का विशेष घ्यान रखें जिसमें मूंह पर मास्क लगाना, हाथों को बार-बार साबुन से धोना या सैनिटाइज करना, बाजार में सामाजिक दूरी को बनाए रखना तथा अति आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलना शामिल है। इस दौरान कलाकारों ने यह भी बताया कि कोरोना से संबंधित कोई भी लक्षण आने पर उसे न छुपाएं तथा शीघ्र अति शीघ्र अपना कोरोना टैस्ट करवाएं जिससे समय रहते इस बिमारी का उपचार किया जा सके तथा आस पास अन्य लोगों में भी कोरोना न फैले। उन्होंने लोगो से यह भी आग्रह किया कि बाजार में अन्नायास ही भीड न लगाएं और सामान लेते समय नो मास्क नो सर्विस के नियम का पालन करें। उन्होंने लोगों से यह भी आग्रह किया कि सभी लोग कोविड टीकाकरण अभियान में सहयोग करें तथा टीका लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा जारी कोविड हेल्प लाईन नम्बर 1077 पर फोन कर घर बैठे ही कोविड सम्बन्धी जानकारी या सहायता लेने तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आईसोलेशन में रह रहे लोगों को स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी व सहायता देने संबंधी सुविधा बारे भी बताया।

4- मरीजों की सुविधा को 50 इलेक्ट्रिक कैटल।

श्री खाटू जी इंडस्ट्री कालाआंब के सौजन्य से सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में कोविड मरीजों के लिए पीने को गर्म पानी की सुविधा के लिए 50

इलेक्ट्रिक केटल भेंट किये। कंपनी ने यह मदद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के हाथों से अस्पताल मे प्रदान की। इस मौके पर एसडीएम विवेक महाजन, तहसीलदार वेदप्रकाश अग्निहोत्री, एसएमओ संजीव सहगल, बीएमओ डाॅ अजय देओल, सुभाष चौधरी, कंपनी मालिक आरूष गुप्ता, मैनेजर अश्वनी शर्मा आदि मौजूद रहे। 

5- सफाई कर्मचारियों को बांटा दूध।

रोटरी क्लब पांवटा साहिब द्वारा नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों को दूध के पैकेटस ओर मास्क  वितरित किए गये। इस समय  कोरोना काल को  देखते हुए सफाई कर्मचारियो की अहम भूमिका है। पांवटा साहिब में वर्ल्ड मिल्क डे के अवसर पर रोटरी क्लब ने सभी सफाई कर्मचारियों को नगर परिषद कार्यालय के समीप दूध के पैकेट्स वितरित किये। इस अवसर पर सभी सफाई कर्मचारी मौजूद रहे। बता दें कि करोना के दौरान सफाई कर्मचारियों ने भी अपनी अहम भूमिका अदा की है उन्हें भी फ्रंटलाइन वॉरियर्स की श्रेणी में रखा गया है। वहीं रोटेरियन डॉ रोहताश नांगिया भी मौजूद रहे और उन्होंने रोटरी क्लब के अध्यक्ष अरविंद सिंह मारवाह के साथ मिलकर सफाई कर्मचारियों को मास्क तथा दूध के पैकेट वितरित किए।

क्राइम/एक्सीडेंट 

1- मोटरसाइकिल की टक्कर से महिला घायल।

वेदपाल निवासी गांव हीरपुर तहसील पांवटा साहिब ने पुलिस थाना पांवटा साहिब में शिकायत दर्ज करवाई कि जब वह लिंक रोड़ हीरपुर के पास सड़क पर मौजूद था तो एक महिला पैदल हीरपुर की ओर जा रही थी तो उसी समय एक मोटर साईकिल HP17E-8492 Y POINT पांवटा साहिब की ओर से तेज रफ्तारी में आया और उक्त मोटर साईकिल के चालक ने मोटर साईकिल को तेज रफ्तारी एवं लापरवाही से चलाते हुए उक्त महिला को पीछे से टक्कर मार दी। मोटर साईकिल की टक्कर लगने के उपरान्त वह महिला सड़क के किनारे गिर गई। मोटर साईकिल चालक ने पूछताछ पर अपना नाम संतराम बताया। जिस पर उक्त मोटर साईकिल चालक के विरूद्ध पुलिस थाना पांवटा साहिब में मामला दर्ज कर के आगामी अन्वेषण किया जा रहा हैं। 

2- रास्ता रोक की मारपीट।

अशरफ अली निवासी गांव भगवानपुर, तहसील पांवटा साहिब ने पुलिस थाना माजरा में शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 01.06.2021 को यह पैदल मिश्रवाला से गांव भगवानपुर की ओर जा रहा था तो समय करीब 9 बजे समय मुन्ना खान और उसके भाईयों कामिल, आलिम तथा तोयब ने इसका रास्ता रोककर मारपीट की। जिस पर उक्त व्यक्तियों के विरूद्ध पुलिस थाना माजरा में मामला दर्ज कर के आगामी अन्वेषण किया जा रहा हैं। 

3- दराट से वार, हेल्मेट ने बचा लिया।

रोहतास निवासी गांव बोगरिया, डाकघर सैनवाला, तहसील नाहन ने पुलिस थाना काला आम्ब में शिकायत दर्ज करवाई कि दिनांक 01.06.2021 को यह अपने गांव से सामान लेने के लिए बाईक पर नाहन आ रहा था तो रास्ते में इसे मनीष मिला, जिसके हाथ में दराट था। वह भी इसके साथ बाईक पर बैठ  गया। रास्ते में मनीष ने बाईक रूकवाया और बाईक से उतरकर उसने पीछे से इसके सिर पर दराट से वार कर दिया। इसने हैलमेट पहना हुआ था जिस कारण यह बच गया। जिस पर उक्त व्यक्ति के विरूद्ध पुलिस थाना काला आम्ब में मामला दर्ज कर के आगामी अन्वेषण किया जा रहा हैं। एसपी सिरमौर खुशहाल शर्मा ने मामले की पुष्टि की है।

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-