पांवटा साहिब के चौमुखी विकास मे वीरभद्र सिंह का योगदान अतुलनीय- ddnewsportal.com

पांवटा साहिब के चौमुखी विकास मे वीरभद्र सिंह का योगदान अतुलनीय- ddnewsportal.com

पांवटा साहिब के चौमुखी विकास मे वीरभद्र सिंह का योगदान अतुलनीय

पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर ब्राह्मण सभा पांवटा ने आयोजित की वर्चुअल शोक सभा, आत्मा की शांति के लिए की प्रार्थना।

हिमाचल प्रदेश ब्राह्मण सभा (पंजीकृत) पांवटा साहिब इकाई की आकस्मिक वर्चुअल शोक सभा आयोजित हुई। जिसमें हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री 
राजा वीरभद्र सिंह, हर दिल अजीज, लाखों दिलों की धड़कन, गरीबों के मसीहा, सभी धर्मों के प्रेरणा स्वरूप, भगवान शंकर एवं मां भीमा काली की अपार कृपा से फलीभूत, राजनीतिक रूप से सर्वाधिक अनुभवी नेता, हिमाचल प्रदेश में 6 बार मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड स्थापित करने वाले करिश्माई नेता के आकस्मिक निधन पर गहरा दुख एवं हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए शोक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की गई कि दिवंगत आत्मा को चिर शांति प्रदान करें, परिवारजनों मित्र जनों एवं लाखों प्रशंसकों को व्याप्त अपूरणीय क्षति को सहन करने की अपार क्षमता प्रदान करें। निसंदेह राजा वीरभद्र सिंह हिमाचल प्रदेश के विकास के मसीहा के रूप में सदैव याद रखे जाएंगे, वहीं जिला सिरमौर के समुचित विकास के प्रति विशेष समर्पण भाव रखते हुए एवं पांवटा साहिब क्षेत्र के चौमुखी विकास में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। सभा अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि ब्राह्मण सभा पांवटा साहिब इकाई के आग्रह पर ही उन्होंने बाता पुल चौक का नामकरण महादेव चौक तथा बांगरण चौक का नामकरण भगवान परशुराम चौक करवाने में विशेष योगदान प्रदान किया, वहीं अन्य संस्थाओं के आग्रह Y पॉइंट चौक का नामकरण अग्रसेन चौक, बद्री नगर चौक का नाम गुरु गोविंद सिंह चौक, रैनबैक्सी चौक का नामकरण महाराणा प्रताप चौक तथा पांवटा साहिब के प्रवेश द्वार पर स्थित चौक का नाम विश्वकर्मा चौक स्थापित करने को विशेष योगदान प्रदान करने हेतु कभी भुलाया नहीं जाएगा। यह उनका सभी धर्मों एवं समुदायों के प्रति समान भाव को दर्शाता था। आज पूरा हिमाचल रो रहा है। प्रदेश में विकास पुरुष के नाम से विख्यात तथा पूरे हिमाचल को विकास के मामले में समान दृष्टि से देखने वाले पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह अपने अंतिम सफर पर निकल पड़े हैं। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा 3 दिन का राजकीय शोक घोषित कर एवं सरकारी कार्यालयों में 1 दिन का अवकाश घोषित कर वर्तमान प्रदेश सरकार का नेतृत्व कर रहे जयराम ठाकुर ने भी एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। विभिन्न राजनीतिक संगठन एवं व्यक्तित्व राजनीति से ऊपर उठकर

तथा सामाजिक संगठनों एवं व्यक्तित्व आधार पर अपने शोक संदेश तथा श्रद्धा सुमन अर्पित कर सामाजिक समभाव का उदाहरण प्रस्तुत करते नजर आ रहे हैं ,जोकि स्वागत योग्य है। शोक सभा बैठक की अध्यक्षता मदन शर्मा एवं राजेंद्र शर्मा मुख्य संरक्षक ने संयुक्त रूप से की। बैठक में  सर्वश्री श्याम चंद शर्मा संरक्षक ,अश्वनी शर्मा कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष शर्मा मुख्य सलाहकार, अजय शर्मा अध्यक्ष, पीसी भंडारी वरिष्ठ उपप्रधान, अजय शर्मा महासचिव, पंडित किरण भारद्वाज, पंडित कमल कांत सेमवाल व पंडित मनोज शर्मा धार्मिक अनुष्ठान प्रकोष्ठ सदस्य पंडित रमेश शास्त्री, पंडित तेज प्रकाश सेमवाल, युवा प्रकोष्ठ अध्यक्ष अनूप शर्मा, अभय शर्मा, संजय भारद्वाज, रमाकांत तिवारी कोषाध्यक्ष, संजीव नौटियाल, अजय भारद्वाज,भूपेंद्र शर्मा, मधुकर डोगरी, गौरव पाठक, हरीश शर्मा, जीवन प्रकाश जोशी, कैलाश शर्मा, मोहन लाल शर्मा, नंदलाल शर्मा, नितिन शर्मा, राजेंद्र शर्मा एवं बीडी शर्मा आदि सदस्य उपस्थित रहे।