गांव-गांव जांच...... 18 मई 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

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गांव-गांव जांच......

18 मई 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा 

14 दिन मे अस्पताल तैयार, अनाथ बच्चों की देखभाल, PM की वीडियो कांफ्रेंस, कंपनी 20 तक सील, किसानों की पीड़ा, दो दिन भारी, आशा को डिफेंस और......कोविड बुलेटिन।

1- अस्थायी अस्पताल बनाएगी सरकार- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि प्रदेश सरकार ने राज्य में कोविड-19 के मामलों में हो रही तीव्र वृद्धि के दृष्टिगत मौजूदा संस्थानों में बिस्तरों की क्षमता बढ़ाने और कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए अस्थायी अस्पतालों का निर्माण करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कोविड-19 से निपटने के लिए राज्य के भीतर और बाहर के निजी अस्पतालों

को शामिल कर उनकी सेवाएं लेने का निर्णय लिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रोगियों को इलाज करवाने में कोई भी असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार ने रोगियों को दी जा रही सुविधाओं के अनुसार निजी अस्पतालों के लिए शुल्क निर्धारित किए हैं। उन्होंने कहा कि साधारण बिस्तर के लिए प्रतिदिन 800 रुपये प्रति बिस्तर, जबकि आॅक्सीजन युक्त बिस्तर के लिए 4000 रुपये प्रतिदिन निर्धारित किये गये हैं। सरकार ने राज्य के भीतर और बाहर के निजी अस्पतालों को कोविड-19 रोगियों के लिए 9000 रुपये प्रतिदिन प्रति आईसीयू बिस्तर प्रदान करने का भी निर्णय लिया है। जय राम ठाकुर ने कहा कि इससे कोविड-19 के रोगियों को बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी और उन्हें बिस्तरों की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमित मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक स्थानों तक पहुंचाने के लिए डेड बाॅडी वैन उपलब्ध करवाएगी ताकि लोगों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।

2- अनाथ बच्चों की देखभाल और सुरक्षा कर रही प्रदेश सरकारः मुख्यमंत्री।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बताया कि कोरोना महामारी से न केवल वैश्विक अर्थ-व्यवस्था प्रभावित हुई है, बल्कि बहुत से बच्चे अनाथ हुए हैं। प्रदेश सरकार अनाथ बच्चों के अलावा अन्य बच्चे, जो संकट में हैं, सभी की सुरक्षा सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार किसी अन्य परिवार के साथ रह रहे 18 वर्ष की आयु तक के बच्चों की देखरेख के लिए 2500 रुपये प्रतिमाह प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अब तक कोविड महामारी के सात बच्चे अनाथ हुए हैं, जो अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने उनके अभिभावकों से सम्पर्क किया है, लेकिन उन्होंने इन बच्चों को शिशु देखभाल केन्द्र भेजने से मना कर दिया है, इसलिए इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं कि ऐसे बच्चों को पालक देखभाल में रखने के लिए तुरन्त कार्रवाई शुरू करें और उन्हें 18 वर्ष आयु तक 2500 रुपये प्रतिमाह प्रति बच्चा प्रदान किया जाए।
जय राम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने हाल ही में कोविड महामारी के दौरान बच्चों की देखभाल और सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जो बच्चे शिशु देखभाल केन्द्रों में नामांकित हैं और कोविड महामारी के दौरान स्कूल बंद होने के कारण, जिन्हें अस्थायी रूप से उनके परिवारों के पास भेज दिया गया है, को उनकी आॅनलाइन शिक्षा जारी रखने में सक्षम बनाने के लिए 2000 रुपये प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत वर्तमान में 598 बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 18 वर्ष की आयु तक के ऐसे बच्चे, जिन्होंने कोविड महामारी के कारण माता-पिता को खो दिया है या कोविड से पीड़ित हैं, उन्हें शिशु देखभाल केन्द्रों में आश्रय और देखभाल प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा

कि सभी शिशु देखभाल केन्द्रों में आॅक्सीमीटर, थर्मामीटर और थर्मल स्कैनर आदि उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों को टीकाकरण के उद्देश्य से अग्रणी पंक्ति का कार्यकर्ता घोषित किया गया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने पहले से ही बच्चों की देखभाल और सुरक्षा के लिए राज्य में कई योजनाएं क्रियान्वित की हैं। उन्होंने कहा कि मदर टेरेसा आश्रय मातृ संबल योजना के अन्तर्गत विधवाओं को दो बच्चों के भरण-पोषण के लिए 18 वर्ष की आयु तक प्रति वर्ष 6000 रुपये प्रति बच्चे की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन परिवारों की वार्षिक आय 35000 रुपये से अधिक नहीं है, उन्हें भी इस योजना के अन्तर्गत लाया गया है।

3- मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की वीडियो काॅन्फ्रेंस में लिया भाग।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से देश भर के राज्य और जिला अधिकारियों के साथ कोविड-19 प्रबंधन पर बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण की सराहना की। उन्होंने स्थानीय कंटेनमेंट जोन, कोविड जांच में तेजी और लोगों को सही और पूरी जानकारी देने के महत्व पर बल दिया।

मुख्यमंत्री ने शिमला से और उपायुक्त राकेश प्रजापति ने भी धर्मशाला से वर्चुअल माध्यम से  वीडियो काॅन्फ्रेंस में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव जेसी शर्मा, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डाॅ. निपुण जिंदल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मुख्यमंत्री के साथ शिमला में उपस्थित रहे। 

4- कोविड संबंधित एम्बुलेंस सेवा के लिए अब सिंगल नंबर-108 पर करें काॅल।

हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना पाॅजिटिव के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत होम आइसोलेटिड मरीजों को स्वास्थ्य संस्थान में ले जाने की आवश्यकता को देखते हुए संबंधित जिला प्रशासन को परिवहन के सभी उपलब्ध साधनों का पता लगाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में तैनात एम्बुलेंस के अलावा, सेना, अर्धसैनिक, ईएसआई, जलविद्युत परियोजनाओं आदि के पास उपलब्ध एम्बुलेंस वाहनों का उपयोग कोरोना मरीजों तथा कोरोना संदिग्ध मरीजों की आवाजाही के लिए उपयोग में लाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संबंधित जिलों द्वारा जुटाई गई सभी एम्बुलेंसों की सेवाओं के सुचारू परिवहन का खाका तैयार कर लिया गया हैं, जिसके लिए 108 नम्बर पर काॅल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोई भी कोरोना मरीज जो वर्तमान में घर पर है या कोविड-19 का संदिग्ध मामला है तो ऐसी स्थिति में एम्बुलेंस सुविधा प्राप्त करने के लिए 108 नम्बर पर काॅल कर सकता है। काॅल प्राप्त होते ही काॅल सेंटर में कार्यरत कर्मचारी संबंधित जिला नोडल अधिकारी से उस काॅल से संबंधित मरीज को स्थानांतरण करने की पुष्टि कर एम्बुलेंस भेजेंगे। उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों को डीसीसीसी, डीसीएचसी और डीसीएच के बीच अंतर स्थानान्तरण सुविधा के लिए सम्बन्धित स्वास्थ्य संस्थान के नोडल अधिकारी  वहां उपलब्ध बिस्तरों की सुविधा की पुष्टि करेंगे और कोविड-19 मरीजों के आने के संभावित समय की जानकारी देंगे।
उन्होंने बताया कि मरीजों की मांग के अनुसार संबंधित जिला के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा एम्बुलेंस को तैनात किया जाएगा, ताकि मरीज को कम से कम समय में स्वास्थ्य संस्थान पहुंचाया जा सके और मरीज को शीघ्र स्वास्थ्य सुविधा प्रदान की जा सके। प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों व खण्ड चिकित्सा अधिकारियों द्वारा इन एम्बुलेंसों का उपयोग कोरोना मरीजों को उनके घरों से अस्पताल तक ले जाने तथा अन्तर स्थानांतरण सुविधा (इंटर फैसिलिटी ट्रांसफर) के लिए किया जाएगा। कोरोना महामारी से स्वस्थ हो चुके मरीजों को स्वास्थ्य संस्थानों से घर पहुंचाने के लिए संबंधित जिला प्रशासन अथवा मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा गैर एम्बुलेंस वाहनों या किराए के वाहनों का उपयोग भी किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि कोविड सेवाओं में तैनात एनएएस-108 और जेएसएसके -102 सेवा में लगी 123 एम्बुलेंसों के अतिरिक्त 9 और एम्बुलेंसों को 108 काॅल सेंटर में जोड़ा गया है।

5- कंपनी को नोटिस, 20 मई तक सील - एसडीएम।

जिला सिरमौर के पांवटा साहिब की धौलाकुआं पंचायत के अन्तर्गत एक उद्योग में कई पॉजिटिव मामले पाए जाने पर एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन ने औद्योगिक इकाई को 20 मई तक सील करने के आदेश जारी किए हैं ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। एसडीएम पांवटा साहिब विवेक महाजन ने बताया कि उक्त औद्योगिक इकाई में गत दिनों 65 कामगार पॉजिटिव पाए गए थे जिसके बाद औद्योगिक इकाई ने पॉजिटिव पाए गए कामगारों को संस्थागत क्वारंटाइन किए बिना ही होम आइसोलेशन में भेज दिया था जिससे उनके परिवार के अन्य सदस्यों के जीवन को भी खतरे में डाला गया। इस प्रकार औद्योगिक इकाई ने सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की भी अवहेलना की तथा इकाई के नकारात्मक रवैये के कारण कोविड-19 के मामले बढ़े जिस पर एसडीएम ने इस औद्योगिक इकाई को कारण बताओ नोटिस जारी किया और 20 मई तक सील करने के आदेश जारी किए। उन्होंने बताया कि आगे की कार्रवाई 20 मई को औद्योगिक इकाई द्वारा प्रस्तुत कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन की रिपोर्ट के आधार पर तय की जाएगी।

6- मुख्यमंत्री ने खलियार में समर्पित मेकशिफ्ट स्वास्थ्य केन्द्र का किया लोकार्पण।

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मण्डी जिले के खलियार में राधास्वामी सत्संग ब्यास कोविड समर्पित मेकशिफ्ट स्वास्थ्य केन्द्र (डीसीएचसी) का लोकार्पण किया। इस अस्पताल में 200 पूर्ण आॅक्सीजनयुक्त बिस्तर, 20 बिस्तरों की क्षमता का गम्भीर रोगी वार्ड तथा केन्द्रीय आॅक्सीजन आपूर्ति की सुविधा उपलब्ध है। इस अस्पताल में गर्म व ठंडे पानी की सुविधा वाले अलग-अलग वाशरूम, मरीजों के आराम के लिए लाउंज, उपचार संगीत, अग्नि सुरक्षा व्यवस्था और रोगियों के लिए गर्म व ठंडे पानी के आरओ की सुविधा उपलब्ध

है। इसमें 16 सीसीटीवी और स्वचालित स्विचओवर पावर बैकअप जेन-सेट और आॅन द स्पाॅट लैब की सुविधा है, जिसे 140 स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा संचालित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने मण्डी स्थित डीआरडीए सम्मेलन कक्ष में जिला के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि 200 बिस्तरों की क्षमता वाला यह मेकशिफ्ट अस्पताल कोविड-19 रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि भंगरोटू में 100 बिस्तरों की क्षमता के एक अन्य प्री-फैब्रिकेटिड अस्पताल का निर्माण भी किया जा रहा है।
 जय राम ठाकुर ने कहा कि कोविड-19 रोगियों की संख्या में तीव्र वृद्धि चिंता का विषय है। कोविड रोगियों के लिए बेड की लगातार बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने शिमला, कांगड़ा, नालागढ़ आदि में प्री-फैब्रिकेटिड कोविड अस्पताल बनाए हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह का अस्पताल नेरचैक में भी बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड रोगियों के उपचार के लिए राधास्वामी सत्संग ब्यास ने मण्डी जिला के खलियार, कांगड़ा जिला के परौर और सोलन में मेकशिफ्ट अस्पतालों के निर्माण के लिए अपने परिसर उपलब्ध करवाए हैं। उन्होंने कहा कि परौर में मेकशिफ्ट अस्पताल का निर्माण कार्य भी पूरा होने वाला है। प्रारम्भ में इस अस्पताल में 250 बिस्तरों की क्षमता होगी, जिसे आवश्यकता के अनुसार बढ़ाकर 1000 बिस्तर तक किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने महामारी के दौरान राज्य सरकार की सहायता के लिए राधा स्वामी सत्संग ब्यास का आभार व्यक्त किया।

7- सब्जी उत्पादकों को लागत भी नही हो रही वसूल।

हिमाचल किसान सभा का कहना है कि कोविड के समय में जब आम आदमी को दो जून रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है वहीं किसान अपने उत्पाद को पशुओं को खिलाने और गोबर में मिलाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। इसका कारण मण्डी में दाम न मिलना है। इस सीज़न में फूलगोभी के दाम 2 रुपये से 7 रुपये तक मिले जबकि इसका लागत मूल्य 10 से 12 रुपये आती है। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि कोविड महामारी से गुज़रते हुए किसान कितनी परेशानियों व मानसिक तनाव से गुज़र रहा है। दूसरी तरफ से

आम उपभोक्ता को बाज़ार में फूलगोभी के 20-25 रुपये प्रति किलोग्राम तक दाम चुकाने पड़ रहे हैं। फूलगोभी की दुर्दशा के मद्देनज़र हिमाचल किसान सभा ने आने वाली सब्ज़ियों के लिए किसानों को सुरक्षा प्रदान करने और सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। संयुक्त प्रैस वार्ता में हिमाचल किसान सभा के राज्याध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह तँवर, किसान सभा के पूर्व राज्य सचिव एवं विधायक राकेश सिंघा और राज्य कोषाध्यक्ष सत्यवान पुण्डीर ने मांग की है कि तुरंत प्रभाव से फुलगोभी तथा कुछ ही समय में तैयार होने वाली अन्य सब्ज़ियों (टमाटर, बंदगोभी मटर, फ्रांसबीन) आदि के लिए न्युनतम समर्थन मूल्य की दर पर खरीद को सुनिश्चित किया जाए। किसान सभा प्रदेश सरकार से अपील करती है कि महीनों की किसानों की मेहनत से खिलवाड़ न किया जाए तथा वाजिब दाम पर खरीद सुनिश्चित की जाए। इस बाबात किसान सभा ने सरकार को ई. ज्ञापन भी प्रेषित किया।
किसान सभा के राज्याध्यक्ष डॉ.  कुलदीप सिंह तँवर कहा कि इस महामारी के दौर में जहां एक ओर सरकार को किसानों पर प्रकृति की मार, ओलावृष्टि से हुए नुकसान, मण्डियों तक सही प्रकार से माल न ला पाने से हो रहे नुकसान, बेमौसमी बारिश से खराब हुई फसलों के नुकसान की भरपाई करनी चाहिए थी वहीं सरकार किसानों के प्रति उदासीन और असंवेदनशील बनी हुई है। किसानों की खून-पसीने की मेहनत खेत में सड़ रही है या गोबर में मिली जा रही है मगर सरकार का तन्त्र फसलों के न्युनतम दाम भी किसानों को नहीं दे पा रहा है। डॉ. तँवर ने कहा कि यह साफ हो गया है कि किसानी के प्रति असंवेदनशील सरकारी नीतियों का खामियाज़ा प्रदेश के किसानों को लम्बे अर्से से झेलना पड़ रहा है जिसके कारण आज की युवा पीढ़ी इस व्यवसाय को अपनाने के लिए तैयार नहीं है। सरकार कृषि क्षेत्र में लगातार सरकारी निवेश में कटौती करती जा रही है वहीं कृषि उपकरण, बीज, खाद, स्प्रे, कीटनाशक, फफूंदनाशक मंहगे होते जा रहे हैं। डीज़ल के दाम बढ़ने से ट्रांस्पोटेशन का खर्च बढ़ गया है जिससे लगात मूल्य में भी वृद्धि हुई है। परिणामस्वरूप आज किसानों को देशभर में अपने कृषि उत्पाद के लिए न्युनतम समर्थन मूल्य के लिए ज़बरदस्त संघर्ष करना पड़ रहा है।
वहीं राकेश सिंघा ने कहा कि किसान आज भंकर पीड़ा में है। प्रदेश का कोई क्षेत्र नहीं बचा जहां आलावृष्टि ने फसलों को नुकसान न पहुंचाया हो। 23 अप्रैल को हुई बर्फबारी ने भी बागवानों के पौधों को नुकसान पहुंचाया। प्रशासन की ओर से सर्वे भी किया गया मगर राहत के तौर पर एक नया पैसा किसानों को नहीं मिला। राकेश सिंघा ने कहा कि सरकार ने आवश्यक वस्तु अधिनियम को वापिस लेकर कालाबाज़ारी करने वालों को बढ़ावा दिया है। इस एक्ट के अभाव में कोविड से बचाव के लिए ज़रूरी वस्तुओं और दवाओं की कालाबाज़ारी हो रही है। सिंघा ने सरकार को आगाह किया कि हम वक्त के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं अगर चूक हो गई या वक्त पर न संभले तो परिणाम गंभीर हो सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि 4-5 पंचायतों के कलस्टर बनाकर इस महामारी से निपटने के लिए खाका तैयार किया जाना चाहिए। वहीं वित्त सचिव सत्यवान पुण्डीर ने जानकारी दी कि किसान सभा 26 मई को किसान आन्दोलन के 6 महीने पूरे होने पर किसानों और आम जनता के सवालों को उठाएगी। इसका क्या तरीका होगा इस पर बात में योजना बनाई जाएगी।

8- निदेशक एसएआईएफ ने हिमाचल प्रदेश के लिए एयर प्यूरीफायर यूनिट भेंट किए।

पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ की साॅफिस्टिकेटेड एनालिटिकल इंस्ट्रूमेन्टेशन फेसिलिटी (एसएआईएफ) के निदेशक डाॅ. गंगा राम चौधरी ने शिमला में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को इन्दिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल शिमला के लिए 40 एयर प्यूरीफायर यूनिट भेंट किए। यह एयर प्यूरीफायर पंजाब विश्वविद्यालय चण्डीगढ़ को माॅलिक्यूल इंक यूएसए द्वारा कोविड-19 महामारी से निपटने में सहायता प्रदान करने के दृष्टिगत प्रदान किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस पुनीत कार्य के लिए एसएआईएफ के निदेशक का आभार व्यक्त किया।

9- मौसम अपडेट- अगले दो दिन भारी।

हिमाचल प्रदेश मे 19 और 20 मई को पूरे प्रदेश में भारी बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। 23 मई तक पूरे प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बुधवार और गुरुवार को भारी बारिश, अंधड़ और ओलावृष्टि का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम में आ रहे बदलाव से 23 मई तक पूरे प्रदेश में बादल बरसने का पूर्वानुमान है। 24 मई को मौसम साफ रहने की संभावना जताई गई है। 

स्थानीय (सिरमौर)

1- आशा व स्वास्थ्य कार्यकर्ता की सुरक्षा को डिफेंस किट।

जिला सिरमौर मे कोरोना महामारी के संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए तथा होम आइसोलेशन में रह रहे प्रत्येक व्यक्ति की देखभाल के लिए डिस्ट्रिक्ट रेड क्रॉस सोसाइटी ने जिला की सभी आशा/स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तथा सभी आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी व स्वास्थ्य उप केंद्रों के लिए कोविड-19 डिफेन्स किट भेजी हैं। इस डिफेन्स किट में कोरोना संक्रमण से बचाव के मेडिकल उपकरण के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाली चीजें

भी शामिल हैं। इस बारे में जानकारी देते हुए डिस्ट्रिक्ट रेड क्रॉस सोसाइटी अध्यक्ष व उपायुक्त सिरमौर डॉ आर के परूथी ने बताया कि आम लोगों के साथ जमीनी स्तर पर संपर्क बनाए रखने के लिए आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होंने कहा कि डिफेन्स किट में फेस शिल्ड, पल्स ऑक्सीमीटर, एन-95 मास्क, च्यवनप्राश, बिस्कुट और सैनिटाइजर शामिल हैं। सभी 487 आशा/स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को और सभी 79 आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी व 144 स्वास्थ्य उप केंद्रों को यह डिफेन्स किट दी गई हैं। उन्होंने बताया कि सभी उपमंडल अधिकारियों के पास डिफेन्स किट का अतिरिक्त स्टॉक उपलब्ध मुहैया करवाया गया है जिसमें पच्छाद को 10 रेग्युलेटर, 20 ऑक्सीजन मास्क, 500 सर्जिकल मास्क, 80 पीपीई किट, 3 सैनिटाइजर स्टैंड के साथ, 10 पल्स ऑक्सीमीटर, 25 च्यवनप्राश, 2 बॉक्स बिस्कुट, 83 आशा किट और 50 एन-95 मास्क भेजे गए। इसी तरह राजगढ को 500 सर्जिकल मास्क, 40 पीपीई किट, 3 सैनिटाइजर स्टैंड के साथ, 10 पल्स ऑक्सीमीटर, 25 च्यवनप्राश, 2 बिस्कुट बॉक्स, 74 आशा किट, 75 फेस शील्ड और 50 एन-95 मास्क भेजे गए।     इसके अतिरिक्त, संगडाह को 500 सर्जिकल मास्क, 40 पीपीई किट, 3 सैनिटाइजर स्टैंड के साथ, 10 पल्स ऑक्सीमीटर, 25 च्यवनप्राश, 2 बिस्कुट बॉक्स, 109 आशा किट, 100 फेस शील्ड और 50 एन-95 मास्क वितरित भेजे गए जबकि शिलाई उपमण्डल को 500 सर्जिकल मास्क, 40 पीपीई किट, 3 सैनिटाइजर स्टैंड के साथ, 10 पल्स ऑक्सीमीटर, 25 च्यवनप्राश, 2 बिस्कुट बॉक्स, 95 आशा किट और 50 एन-95 मास्क वितरित किये गए है। 
नाहन को 2 स्टैंड सेनेटाइजर के साथ और 101 आशा किट वितरित की गई। उन्होंने बताया कि जिला आयुर्वेदिक अस्पताल को 101 आशा किट और 20 पल्स ऑक्सीमीटर दिए गए हैं तथा पांवटा साहिब को 10 रेग्युलेटर, 20 ऑक्सीजन मास्क, 20 नॉन रिब्रीदर मास्क, 500 सर्जिकल मास्क, 80 पीपीई किट, 3 सैनिटाइजर स्टैंड के साथ, 10 पल्स ऑक्सीमीटर, 25 च्यवनप्राश, 2 बॉक्स बिस्कुट, 143 आशा किट, 100 फेस शील्ड और 50 एन-95 मास्क दिए गए हैं। डॉ परूथी ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट रेड क्रॉस सोसाइटी मानवता की सेवा के लिए तत्पर है तथा कोरोना संक्रमण से लडने के लिए सोसाइटी हर संभव कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में यह कोविड-19 डिफेन्स किट काफी कारगर सिद्ध होंगी।

2- बीमार हों तो समय पर पंहुचे अस्पताल- ऊर्जा मंत्री। 

हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा है कि यदि आप बीमार हैं तो समय रहते अस्पताल पहुंच कर अपनी परिवार और समाज की सुरक्षा सुनिश्चित करें। पांवटा साहिब मे उन्होंने कहा कि यदि किसी को भी खांसी-जुकाम या बुखार है तो अपना कोरोना टैस्ट अवश्य करवाएं। ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि सभी पंचायतों में स्वास्थ्य विभाग के लोग कोरोना टैस्ट के लिए पहुंच रहे हैं। सभी बीमार आगे आएं और टैस्ट करवाएं।

ताकि समय पर इलाज शुरू किया जा सके। उन्होंने कहा कि ऐसा देखा जा रहा है कि लोग बीमार हैं लेकिन टेस्ट के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। जो कि उनके साथ परिवार और समाज के लिए भी खतरा बढ़ा रहे हैं। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पांवटा सहित जिला सिरमौर में ऑक्सीजन के साथ पर्याप्त मात्रा में बेड का इंतजाम कर दिया गया है। लोग घबराएं नहीं, समय पर अपना इलाज करवाएं। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से भी अपील की हैं कि बूथ स्तर पर बीमार लोगों का पता लगाएं और उनकी लिस्ट तैयार करें और मंडल के अधिकारियों को भेजें ताकि ऐसे लोगों का पता किया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर जीवन बचाना है तो लक्षण नजर आने पर तुरंत टेस्ट करवाएं। हमने हर पंचायत में, हर पीएचसी पर टेस्ट करवाने का इंतजाम करवाया है। इसके अलावा मोबाइल वैन भी टेस्ट कर रही है और बीएमओ पांवटा राजपुरा की टीमें भी लगातार पंचायतों में टेस्ट कर रही है।

3- शिलाई मे गांव-गांव जाकर होगी लोगों के स्वास्थ्य की जांच- हर्षवर्धन चौहान।

शिलाई: कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए शिलाई के विधायक हर्ष वर्धन चौहान ने सिविल अस्पताल शिलाई का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। इस दौरान उन्होंने आशा वर्कर और अन्य फ़ील्ड स्टाफ़ का हौंसला बढ़ाने के लिए उन्हें ऑक्सीमीटर और डिजिटल थर्मामीटर सहित आवश्यक उपकरण भी वितरित किए। जानकारी के मुताबिक विधायक द्वारा बीएमओ शिलाई और अस्पताल में तैनात चिकित्सकों से कोरोना महामारी से निपटने को लेकर अस्पताल प्रबंधन की

तैयरियों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। आशा वर्कर और अन्य फ़ील्ड स्टाफ़ को होम आइसोलेशन में रखे गए कोरोना संक्रमित मरीज़ों के बेहतर उपचार और मॉनिटरिंग के लिए 100 ऑक्सीमीटर और 100 डिजिटल थर्मामीटर सहित आवश्यक उपकरण प्रदान करके उनका हौंसला बढ़ाया गया। विधायक हर्ष वर्धन चौहान ने बताया कि उन्होंने शिलाई विधानसभा क्षेत्र में क़रीब 15 टीमों का गठन किया है जो गाँव-गाँव जाकर लोगों का बुखार और आक्सीजन लेवल चेक करेंगे और कोरोना के लक्षण वाले लोगों की जानकारी  आशा वर्कर और स्वास्थ्य विभाग के साथ साँझा करेंगे।

4- भरोग बनेडी मे वैक्सीनेशन सेंटर खोलने की मांग।

प्रयास सोसाईटी ने स्वास्थ्य विभाग से धारटीधार के भरोग बनेडी मे वैक्सीनेशन सेंटर खोलने की मांग की है। सोसायटी के सचिव धीरज रमौल ने बताया कि स्वास्थय विभाग व खासकर C.M.O नाहन से अनुरोध है कि 18 से 45 साल तक के लोगों को जो वैक्सीनेशन लगाई जानी है उसके लिए धारटीधार के भरोग बनेडी़ पंचायत में स्वास्थय केन्द्र की PHC को सेंटर बनाएं। यह 4 पंचायतों का केन्द्र है। वैक्सीनेशन केन्द्र नहीं बनाये जाने से यहां के लोगों को असुविधा हो रही है। इस लिए PHC भरोग बनेडी़ को वैक्सीनेशन केन्द्र बना कर लोगों को सुविधा उपलब्ध कराई जाएं। स्वास्थय विभाग ने जो यह ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया है उस मे गांव के गरीब लोग कैसे वैक्सीनेशन का फायदा उठा पाएंगे। गांव मे तो ज्यादा लोगों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना ही नही आता और उसके पास न ही एंड्रोएड फोन और साथ ही इंटरनेट सुविधा भी नहीं है। उन गरीब लोगों को कैसे वैक्सीनेशन करवाएगें। साथ ही कुछ ऐसा समाधान होना चाहिए ताकि 50% लोग ऑफलाइन गांव के लोगों का भी वैक्सीनेशन हो सके।

5- शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-