खुल गये दरबार....... 30 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

खुल गये दरबार.......  30 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

खुल गये दरबार.......

30 जून 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा

कल से हिमाचल ओपन, देवी-देवताओं के दर्शन, दून महंगा, किसानों की आय दुगुनी, स्कूल फीस बिल नही मंजूर, धर्मशाला को बड़ा झटका, एग्जाम कल, और लाल हुआ टमाटर, साढ़े 10 करोड़ सब्सीडी, चली गोलियाँ और....... कोविड/सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बुलेटिन।


(हिमाचल)

1- हिमाचल मे कल से खुल जायेंगें धार्मिक स्थलों के कपाट।

हिमाचल प्रदेश में एक जुलाई यानि कल से धार्मिक स्थलों के दरवाजे खुल जायेंगें। पूजारी पूजा अर्चना करेंगे। भक्त दर्शन करेंगे। जानकारी के मुताबिक दूसरी बार आई कोरोना की लहर के बाद बंद पड़े शक्तिपीठ बज्रेश्वरी, ज्वालामुखी, चामुंडा और नयनादेवी मंदिर के कपाट पहली जुलाई से खुलने जा रहे हैं। अब श्रद्धालुओं के लिए राहत की बात यह है कि मंदिर में उनके लिए कोविड काल की दूसरी लहर से पहले की तरह व्यवस्थाएं शुरू होने जा रही हैं। वे गर्भ गृह भी जा सकेंगे, प्रसाद भी चढ़ा सकेंगे और घंटी भी बजा सकेंगे। बस यहां अभी अगले सरकारी आदेशों तक भजन, कीर्तन और लंगर

आयोजित नहीं होंगे। सरकार के इस फैसले से जहां श्रद्धालु अब तसल्लीबख्श मां बज्रेश्वरी के दर्शन कर सकेंगे, वहीं मंदिर बाजार के दुकानदारों के लिए यह फैसला राहत लेकर आया है। कोविड काल की दूसरी लहर के बाद जैसे ही कोरोना के केसों में बढ़ोतरी हुई तो माता बज्रेश्वरी देवी के कपाट श्रद्धालुओं के लिए पूर्णतया बंद कर दिए गए थे। अप्रैल माह से माता का दरबार यात्रियों के लिए बंद है। बस यहां पुजारियों को पूजा अर्चना करने की इजाजत दी गई है। अब पहली जुलाई से फिर मंदिर खुलने जा रहे हैं। मंदिर बाजार के दुकानदारों सहित मंदिर के पुजारियों में खुशी की लहर है। युवा पुजारी अनुपम शर्मा ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। मंदिर अधिकारी दिलजीत शर्मा ने बताया कि मंदिर को दो बार सैनिटाइज किया जाएगा। सोशल डिस्टेंसिंग की भी पूरी व्यवस्था बनाई जाएगी। उधर, एसडीएम अभिषेक वर्मा ने बताया कि पहली जुलाई से मंदिर खुलने के दौरान पहले जैसे व्यवस्था शुरू हो जाएगी। श्रद्धालु गर्भ गृह में जा सकेंगे। प्रसाद भी ले जा सकेंगे, लेकिन अभी भजन कीर्तन व लंगर का आयोजन नहीं होगा। मंदिर परिसर में श्रद्धालु मुंडन करवा सकेंगे, लेकिन इसमें कोविड प्रोटोकाल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। श्रद्धालुओं को कोरोना से बचने के लिए खुद भी जागरूक रहना है। मंदिर में सैनिटाइजेशन और कोविड नियमों का पूरी तरह से मानिटर किया जाएगा। चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट सुबह सात से शाम को आठ बजे तक खुले रहेंगे। चिंतपूर्णी मंदिर में हवन यज्ञ और लंगर लगाने पर पाबंदी रहेगी। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में प्रसाद चढ़ाने एवं बच्चों के मुंडन संस्कार पर रोक नहीं लगाई गई है। श्रद्धालुओं की चिंतपूर्णी सदन और शंभू बैरियर पर स्क्रीनिंग की जाएगी। गर्भ गृह में केवल पुजारियों को जाने की अनुमति होगी। वहीं, बुजुर्ग एवं दिव्यांग श्रद्धालुओं को लिफ्ट से दर्शन करने के लिए भेजा जाएगा। मंदिर में 42 सुरक्षा कर्मी अलग-अलग जगह तैनात किए जाएंगे। इनमें 30 एक्स सर्विसमैन और होमगार्ड के 12 जवान शामिल हैं। उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि एक जुलाई से चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के खोल दिए जाएंगे। वही, कल से बार्डर भी फ्री हो जायेंगे। किसी को पास लेने की जरूरत नही है। कल से बाहरी राज्यो मे बसें भी चल पड़ेगी। 

2- किसानों की आय को दोगुना करने के लिए राज्य में प्राकृतिक खेती को दिया जा रहा है बढ़ावाः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कृषि विभाग की प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना की राज्य परियोजना क्रियान्वयन इकाई द्वारा रिलायलाइजेशन आॅफ मिशन नैचुरल फार्मिंग अमंग स्माॅलहोल्डर्ज विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वैबिनार को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जा रहा है ताकि वर्ष 2022 के अन्त तक किसानों की आय को दोगुना किया जा सके। जय राम ठाकुर ने

कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना का क्रियान्वयन कर रही है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल फसलों की पैदावार बढ़ेगी बल्कि किसानों की लागत में भी कमी आएगी। किसानों की लागत को कम करने में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती पद्धति उभर कर सामने आई है। इस पद्धति के माध्यम से स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पदार्थों का उपयोग करके पैदावार उपज और कृषि स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जाता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों की नीति आयोग ने सराहना की है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए पहले बजट में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए 25 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा गया था। उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के सपने को साकार करने में सहायक सिद्ध होगा। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी 9.61 लाख किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करने का प्रयास कर रही है ताकि हिमाचल देश का प्राकृतिक कृषि प्रदेश बन सके। उन्होंने कहा कि 1.28 लाख किसान पहले से ही प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं और वे अन्य लोगों को भी इसे अपनाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सन्तोष का विषय यह है कि हिमाचल प्रदेश देश के बड़े राज्यों में इस क्षेत्र में आदर्श राज्य बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कृषि योग्य भूमि सीमित है और अधिकतर किसान लघु और सीमान्त श्रेणी में आते हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से न केवल अच्छी पैदावार मिलती है बल्कि किसानों को भी अच्छे दाम मिलते है। जय राम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को देश में सेब राज्य के रूप में भी जाना जाता है, परन्तु सेब उत्पादकों द्वारा रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग चिन्ता का विषय है। उन्होंने कहा कि सौभाग्यवश अधिक से अधिक सेब उत्पादक अब प्राकृतिक खेती को अपना रहे हैं, जिससे उन्हें अपने उत्पादों के अच्छे दाम मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार प्राकृतिक उत्पादों के प्रमाणीकरण करने के लिए एक तंत्र विकसित करने का भी प्रयास कर रही है ताकि वे अपने उत्पादों का अच्छा मूल्य प्राप्त कर सके। कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि राज्य में सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती न केवल किसानों के लिए लाभदायक है, बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डाॅ. राजीव कुमार ने राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि नीति आयोग प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य को हर संभव सहायता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों और उनकी आर्थिकी पर होने वाले प्रभावों के संबंध में भी डाटा तैयार किया जाना चाहिए।पद्मश्री सुभाष पालेकर ने रासायनिक और जैविक खेती की जगह प्राकृतिक खेती करने से होने वाले विभिन्न लाभों के बारे में वर्चुअली माध्यम से विस्तृत जानकारी प्रदान की।

3- शिक्षा का गला घोंट देगा स्कूल फीस बिल- इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन।

इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन हिमाचल प्रदेश व अन्य स्कूल एसोसिएशन ने पूरे प्रदेश में सरकार के स्कूल फीस बिल के विरोध में हर ज़िला मुख्यालय पर अपनी अपनी आपत्तियाँ  मुख्यमंत्री, शिक्षा मन्त्री व निदेशक उच्च शिक्षा को हर ज़िला के ज़िलाधीश व उप शिक्षा निदेशक को भेजने के लिये एकत्रित हुए। निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि स्कूल फीस बिल शिक्षा का गला

घोटने का काम करेगा। यह बिल असंवैधानिक है क्योंकि TMA pai केस में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने कहा है कि निजी गैर सहायता पर्याप्त स्कूलों की फीस को सरकार नियंत्रित नही कर सकती। हर स्कूल अपनी-अपनी सुविधाओं के आधार पर फीस लेता है। माननीय उच्च न्यायलय हिमाचल प्रदेश ने भी दिनाक 24 अगस्त 2020 के फैसले मे भी स्कूलों की स्वतंत्रता को बरकरार रखा है। अगर सरकार यह बिल लाती है तो लगभग सभी स्कूल बंद हो जाएंगे और कुछ बन्द भी हो गये हैं। इस स्थिति में हम स्कूल नही चला पायंगे। सरकार फीस में केवल हर साल 6 प्रतिशत बढ़ाने की बात कर रही है जबकि अन्य वस्तुओं के दाम 15 से 20 प्रतिशत हर साल बढ़ रहे है व पेट्रोल व डीजल के दाम 30% तक बढ़ रहे हैं। बिना फीस के निजी स्कूल नही चल सकते जबकि स्कूलों के अन्ये खर्चे भी हैं जिसमे नई तकनीको को ले कर आना, स्कूलों को नया सामान नई तकनीक से बढ़िया शिक्षा देना इत्यादि शामिल है। कोरोना काल मे भी ऑनलाइन शिक्षा देना भी हमारे लिये एक बहुत बडी चुनौती थी। जिससे हमारे अध्यापकों ने इस चुनौती का मुकाबला करके बेहतर शिक्षा दी है। हिमाचल प्रदेश इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ गुलशन कुमार ने कहा है कि उनका अभिभावकों से भी निवेदन है कि गुणवत्ता की शिक्षा के लिये आपको पैसा ख़र्च करना पड़ेगा अन्यथा फिर सरकारी स्कूलों में ही जाना पड़ेगा। क्योंकि निजी स्कूल बंद होंगे और 3 लाख के करीब अध्यापक सड़कों पर होंगे, लगभग 6 लाख बच्चों को सरकारी स्कूलों मे बैठने की जगह नहीं होगी तो शिक्षा का क्या होगा। हम सब मिलकर शिक्षा को और भी अच्छा बनाने के लिये आधुनिक शिक्षा प्रणाली को अपनाए और अपने बच्चों का भविष्य उज्जवल बनाने के लिए निजी स्कूलों को प्रोसाहित करे औऱ गुरु और शिष्य की गरिमा को कायम रखते हुए स्कूल प्रबंधन व अभिभावकों  के बीच ऐसा वातावरण ना बनाये जिससे बच्चों का भबिष्य खराब हो। सरकार से भी अनुरोध है की निजी स्कूलों को प्रोसाहित करे और हिमाचल प्रदेश में शिक्षा का केन्द्र बनाकर रोजगार को बढ़ावा दें ताकि नोजवानों को नौकरी के लिए न भागना पड़े और हिमाचल शिक्षा में नया कीर्तिमान स्थापित करे।

4- कल से दूध दो रूपये महंगा। 

हिमाचल प्रदेश में कल से वेरका का पैकेट बंद दूध दो से ढाई रुपये प्रतिलीटर महंगा मिलेगा। वेरका ने आधा लीटर से छह लीटर तक के पैकेट के दाम बढ़ा दिए हैं। वेरका ने डेढ़ लीटर तक के पैकेट पर दो रुपये प्रति लीटर दाम बढ़ाए हैं, जबकि छह लीटर वाले पैकेट पर ढाई रुपये प्रति लीटर बढ़ाए हैं। आधा लीटर का पैकेट एक रुपये महंगा, एक लीटर का पैकेट दो रुपये महंगा और डेढ़ लीटर का पैकेट तीन रुपये महंगा मिलेगा। वहीं छह लीटर दूध का पैकेट 15 रुपये तक महंगा मिलेगा। शिमला में अभी 52 रुपये प्रतिलीटर वेरका दूध मिलता है। दूध के बढ़े हुए दाम पहली जुलाई से लागू होंगे। वेरका एजेंसी हमीरपुर के संचालक सुशील डोगरा ने कहा कि पहली जुलाई से दाम बढ़ जाएंगे। वहीं, मेट्रो मिल्क एजेंसी संचालक तेज प्रकाश चोपड़ा ने बताया कि अभी तक मेट्रो दूध के दाम बढ़ने के बारे में सूचना नहीं है। उधर अमूल दूध के दाम भी पहली जुलाई से 2 रुपये प्रतिलीटर बढ़ा दिए गए हैं। अब अमूल गोल्ड 58 रुपये प्रतिलीटर के हिसाब से मिलेगा।

5- टेक्नोमैक कंपनी मालिक ने आठ देशों मे किया निवेश।

पांवटा साहिब के जगतपूर स्थित बहुचर्चित टेक्नोमैक कंपनी के मालिक ने चार हजार करोड़ से ज्यादा की कर चोरी और बैंक लोन फ्रॉड करने के बाद सिंगापुर, यूएई, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका समेत आठ देशों में हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस बात की जानकारी टेक्नोमैक घोटाले में मनी लाॅंड्रिंग के एंगल से जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की अब तक की जांच में सामने आई है। जांच में पता चला है कि कंपनी के मालिक और प्रबंधन ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से पहले हिमाचल प्रदेश सरकार और विभिन्न बैंकों के साथ फर्जीवाड़ा किया। इसके बाद हासिल की गई रकम को दूसरे देशों में भेज दिया। इसी राशि के भेजने की प्रक्रिया मनी लाॅंड्रिंग के दायरे में आ गई है। सूत्रों के अनुसार अब इन देशों को कुल कितनी राशि कितनी बार और कब भेजी गई, इसकी पूरी जानकारी हासिल करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय ने संबंधित देशों की सरकारों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट 2002 के तहत लेटर ऑफ रिक्वेस्ट जारी कर दिए हैं। इन लेटर के जवाब में संबंधित देशों की सरकारों से जवाब आने पर यह साफ हो जाएगा कि किन देशों में शर्मा ने कितना काले धन का निवेश किया। कंपनी के प्रबंधन के खिलाफ ईडी और सीआईडी के अलावा अब सीबीआई और दिल्ली पुलिस भी बैंक लोन फ्रॉड से जुड़े अलग अलग मामलों की जांच में जुटी है। वहीं, फिलहाल कंपनी के प्रबंध निदेशक रहे आरके शर्मा को इंटरपोल ने अबु धाबी में गिरफ्तार कर रखा है। उसकी गिरफ्तारी हिमाचल प्रदेश की सीआईडी के उस केस के आधार पर की गई है जिसमें उस पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कर चोरी और बैंक लोन हासिल करने का आरोप है। इस मामले की जांच एसपी साइबर क्राइम संदीप धवल की अध्यक्षता वाली विशेष जांच टीम कर रही है। इसी एसआईटी ने शर्मा के खिलाफ नाहन की अदालत से गिरफ्तारी वारंट हासिल किया था और फिर उसके आधार पर इंटरपोल से संपर्क साधा था। फिलहाल उसे भारत लाने के लिए सीबीआई और विदेश मंत्रालय कौशिश कर रहे हैं।

6- टी-20 वर्ल्ड कप यूएई में, धर्मशाला को झटका।

कोरोना के चलते अंतर्राष्ट्रीय टी-20विश्व कप अब यूएई होगा। भारत में अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड न होने से धर्मशाला को बड़ा झटका लगा है। इस साल देश में अक्तूबर- नवंबर माह में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप का पहला मैच धर्मशाला के एचपीसीए स्टेडियम में हो सकता था। लेकिन कोरोना महामारी की तीसरी लहर को मद्देनजर रखते हुए बीसीसीआई ने एहतियातन कदम उठाते हुए भारत में टी-20 वर्ल्ड कप आयोजित न करवाने का निर्णय लिया है। बीसीसीआई ने निर्णय लिया है कि अब वर्ल्ड कप यूएई में आयोजित किया जाएगा। बीसीसीआई के इस निर्णय से धर्मशाला के साथ साथ जिला कांगड़ा की आमदनी और पर्यटन पर भी काफी असर पड़ेगा। बता दें कि एचपीसीए स्टेडियम विश्व के सबसे खूबसूरत मैदानों में से एक है। धर्मशाला में कोई भी अंतरराष्ट्रीय या आईपीएल मैच होने पर बाहरी राज्यों के हजारों पर्यटकों से धर्मशाला गुलजार होता है। वहीं मैच के दौरान धर्मशाला के साथ जिलेभर के होटल पूरी तरह से पैक रहते हैं। साथ ही रेस्तरां व होम स्टे वालों को भी भारी मुनाफा होता है। इसके अलावा धर्मशाला क्षेत्र को भी दुनिया भर में अलग पहचान मिलती है। HPCA स्टेडियम धर्मशाला के सचिव सुमित शर्मा ने कहा कि कोरोना के कारण देश में टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप नहीं हो रहा है, जिसका असर धर्मशाला स्टेडियम पर भी पड़ा है। लेकिन एचपीसीए चाहता है कि यहां अंतरराष्ट्रीय मैच न भी हों पर अन्य घरेलू मैच नहीं रुकने चाहिए। वहीं क्रिकेट के साथ अन्य खेलों पर भी कोरोना की मार नहीं पड़नी चाहिए।

7- डिग्री काॅलेज मे स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कल से। 

हिमाचल प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षाएं कल से शुरू हो रही है। करीब 35 हजार विद्यार्थी इस परीक्षा मे बैठेंगे। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए प्रदेश भर में 156 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। एक जुलाई से प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रथम वर्ष और पॉलीटेक्निक कॉलेजों में तृतीय वर्ष की कक्षाएं शुरू होंगी। फार्मेसी कॉलेजों में प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों की भी नियमित कक्षाएं लगेंगी। आईटीआई में भी द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों की कक्षाएं लगेंगी। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा व तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से जारी एसओपी के तहत ही परीक्षाएं और नियमित कक्षाएं लगाई जाएंगी। शिक्षण संस्थानों में बिना फेस मास्क किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। दो गज की दूरी के नियम का पालन करना होगा। हिमाचल प्रदेश विवि की बीटेक की होने वाली परीक्षाओं में बैठने वाले छात्र-छात्राओं को तय किए गए केंद्रों में रोल नंबर साथ लाने होंगे। यदि किसी छात्र के पास रोलनंबर नहीं भी होगा, तो छात्र को यूआईटी का पहचान पत्र, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने पर परीक्षा में बैठने की अनुमति दे दी जाएगी। विवि के परीक्षा नियंत्रक की ओर से पांचों परीक्षा केंद्र अधीक्षकों को इस संदर्भ में दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।

8- टमाटर के दामों मे उछाल से किसान खुश।

लॉकडाउन के बाद टमाटर के दामों में अचानक उछाल आ गया है। जिससे किसानों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के मशोबरा ब्लॉक के निचले क्षेत्रों से इन दिनों सैकड़ों टन टमाटर, शिमला मिर्च और फ्रांसबीन प्रदेश और देश की विभिन्न मंडियों भेजी जा रही है। एक सप्ताह में लाल सोना टमाटर के दाम तीन गुना बढ़े हैं। ट्रांसपोर्टर प्रदीप ब्रागटा ने बताया कि बुधवार को सोलन और पानीपत मंडी में 350 से चार सौ रुपये प्रति क्रेट टमाटर के दाम मिले हैं। 18 से 20 रुपये प्रतिकिलो टमाटर बिका। शुरुआती दौर में टमाटर पांच से सात रुपये प्रति किलो बिक रहा था। इससे किसानों की गाड़ी का भाड़ा भी पूरा नहीं हो रहा था। देश की विभिन्न मंडियों में हरियाणा से भारी मात्रा में टमाटर आने से भाव काफी कम हो गए थे। हरियाणा का सीजन अब खत्म होने वाला है। ऐसे में प्रदेश के किसानों को टमाटर का रेट 50 रुपये प्रतिकिलो तक पहुंचने की उम्मीद है। प्रगतिशील किसान प्रीतम सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी सोलन में गत वर्ष के दौरान हिमसोना टमाटर की क्रेट आठ सौ से एक हजार रुपये और हाइब्रिड का एक क्रेट 5 से 7 सौ रुपये में बिका था। जुन्गा क्षेत्र के गांव  पीरन, ट्रहाई, नोवा, लखोटी, डूब्लु, टलेंजी, गौड़ा, शरगांव और नेईनेटी गांवों में सर्वाधिक टमाटर और अन्य नकदी फसलों का उत्पादन किया जाता है। इन क्षेत्रों से प्रतिदिन करीब दस गाड़ियां विभिन्न मंडियों को भेजी जा रही हैं। 

9- मौसम अपडेट- कल से गर्मी से मिलेगी राहत।

हिमाचल प्रदेश में कुछ दिनों से पड़ रही भारी गर्मी से अब राहत मिलने के आसार हैं। प्रदेश में दोबारा मानसून सक्रिय होगा। मौसम विभाग के मुताबिक कल प्रदेश में हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है। दो से छह जुलाई तक अधिकांश क्षेत्रों में झमाझम बारिश होने की संभावना जताई गई है। एक से चार जुलाई तक मैदानी और मध्य पर्वतीय जिलों में भारी बारिश और अंधड़ का येलो अलर्ट भी जारी हुआ है। छह जुलाई तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहेगा। बुधवार को राजधानी शिमला सहित प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। कांगड़ा, ऊना, सिरमौर और सोलन में लू चली। गुरुवार को भी इन क्षेत्रों में लू चलने के आसार हैं।


स्थानीय (सिरमौर)

1- कल से सिरमौर के सभी धार्मिक स्थल दर्शनों के लिए खुलेंगे- उपायुक्त

कोरोना कर्फ्यू के दौरान हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर जो प्रतिबंध लगाए गए थे उन्हें 1 जुलाई यानि कल से हटा दिया जाएगा। हिमाचल प्रदेश सरकार के आदेशानुसार अब जिला सिरमौर के सभी धार्मिक स्थल कल से मानक संचालन प्रक्रिया के साथ केवल दर्शनों के लिए खोल दिए जाएगें। यह

जानकारी उपायुक्त सिरमौर आर0के0 गौतम ने दी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी श्रद्धालु दर्शन के दौरान मास्क व सामाजिक दूरी का पालन आवश्यक रूप से करें। दर्शन के दौरान मूर्तियों व मंदिर की घंटियों को छूने की अनुमति नहीं होगी और न ही मन्दिर परिसर में प्रसाद व आचमन वितरण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आदेशानुसार सभी धार्मिक स्थलों के अंदर हवन, भजन, विवाह और मुन्डन संस्कार की अनुमति नहीं होगी और न ही मन्दिर परिसर में बनी सरायों में श्रद्धालुओं को ठहरने की अनुमति होगी। इसके अतिरिक्त 1 जुलाई से प्रदेश में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ अन्तर्राज्यीय परिवहन सेवा भी आरम्भ होगी जिसके लिए सवारियों को भी मानक संचालन प्रक्रिया का पूरा ध्यान रखना होगा। उन्होंने बताया कि 1 जुलाई से जिला के सभी सरकारी कार्यालय पूरी क्षमता के साथ कार्य करेगें जिसके लिए सभी कार्यालयों में कर्मचारियों को कोरोना अनुरूप व्यवहार का पालन करना होगा। इसके अतिरिक्त, कल से जिला के सभी इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक और आईटीआई को भी खोलने की अनुमति दी गई है।
उपायुक्त ने कहा कि जिला में कोरोना संक्रमण की दर 8.4 प्रतिशत है और फिलहाल कोरोना के 72 एक्टिव केस हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है इसलिए कोरोना अनुरूप व्यवहार अपनाना अनिवार्य है ताकि कोविड वायरस संक्रमण से बचा जा सके।  

2- सिरमौर मे साढ़े 10 करोड़ रूपये सब्सिडी वितरण का लक्ष्य- जीएस चौहान

मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना के अतंर्गत जिला सिरमौर में प्राप्त आवेदनों के लिये साक्षात्कार 5 व 6 जुलाई 2021 को उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम की अध्यक्षता में उपायुक्त कार्यालय में प्रातः 11.00 बजे होगें। यह जानकारी महा प्रबंधक जिला उद्योग केंद्र नाहन जी एस चौहान ने दी। उन्होने बताया कि

खण्ड़ पांवटा साहिब तथा नाहन के अभ्यर्थियों के साक्षात्कार 5 जुलाई 2021 व अन्य खण्ड़ों के अभ्यर्थियों के साक्षात्कार 6 जुलाई 2021 को किये जाएगें। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने परियोजना की कुल लागत को 60 लाख से बढाकर अब 1 करोड़ कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत 25  से 35 प्रतिशत तक की सब्सिडी, 5 प्रतिशत ब्याज सब्सिड़ी व लोन की गारंटी फीस की 100 प्रतिशत प्रतिपूर्ति की जाती है। वर्ष 2021-22 के लिए जिला सिरमौर का 10.50 करोड़ रूपए सब्सिडी वितरण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने जिले के 18 से 45 वर्ष तक के इच्छुक उद्यमियों से आवाहन किया है कि वे मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना का भरपूर लाभ उठाएं जिसके लिए इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन हिमाचल उद्योग विभाग के वेबसाइट www.mmsy.hp.gov.in  पर कर सकते हैं। वेबसाइट पर इस योजना से जुड़ी संपूर्ण जानकारी प्रदान की गई है।

3- बैंक कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक लोन करवाए उपलब्ध- सोनाक्षी तोमर

बैंक कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक लोन उपलब्ध करवाए और सभी बैंक जिला ऋण योजना के अतंर्गत हर क्षेत्र में ऋण आबंटन के अपने लक्ष्य को पूरा कर और विभागों द्वारा बैंकों को लोन स्वीकृति दिए गए मामलों को प्राथमिकता के आधार पर पास करना सुनिश्चत करें। यह निर्देश अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर सोनाक्षी तोमर ने जिला स्तरीय समीक्षा समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुए बैंकों के अधिकारियों को दिए। अतिरिक्त उपायुक्त ने इस

अवसर पर वार्षिक ऋण योजना पत्रिका का विमोचन करते हुए बताया कि इस वर्ष 2660 करोड़ का ऋण वितरण का लक्ष्य रखा गया है जोकि गत वर्ष 2350 करोड़ रुपए था। वार्षिक ऋण योजना 2021-22 में कृषि क्षेत्र के लिए 797.77 करोड़ रुपये, सूक्ष्म, छोटे एवं मध्यम उद्योगों के लिए 853.12 करोड़ तथा अन्य प्राथमिकता क्षेत्र के लिए 349.11 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है तथा गैर प्राथमिकता क्षेत्र के लिए 660 करोड़ का प्रावधान किया गया है। अतिरिक्त उपायुक्त ने बैंकों से आग्रह किया है कि वह अपने वार्षिक ऋण लक्ष्य हर हालत में प्राप्त करें एवं गरीब लोगों के कल्याण के लिए लागू कि गई सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि केंद्र सरकार द्वारा सूक्ष्म, छोटे एवं मध्यम उधयोगों के लिए कोविड 19 महामारी के कारण लागू की गई सहायता योजना का इन उद्योगों को भरपूर लाभ पहुंचाया जा सके। इस अवसर पर यूको बैंक के अग्रणी जिला प्रबन्धक सिरमौर राजीव अरोड़ा ने बैंको से आग्रह किया कि वो वार्षिक ऋण योजना 2021-22 में दिए गए लक्ष्यों कि प्राप्ति के लिए अभी से कार्य आरम्भ कर दें ताकि इन लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। उन्होंने बताया कि 31 मार्च 2021 तक पिछले वर्ष में वार्षिक ऋण योजना 2020-21 में दिये गए लक्ष्यों का 105 प्रतिशत प्राप्त किया गया है तथा इस वर्ष भी बैंकों से शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने की आशा है। इस मौके पर निदेशक ग्रामीण स्वरोजगार प्रिशिक्षण संस्थान राकेश वर्मा ने बैठक में ग्रामीण स्वरोजगार प्रिशिक्षण संस्थान से संबंधित पिछले तिमाही का ब्यौरा प्रस्तुत किया। इस अवसर पर एलडीओ आरबीआई भरत आनंद ने ऑनलाइन माध्यम से जिला के सभी बैंक अधिकारियों को अपना संदेश दिया। इस अवसर पर यूको बैंक के अग्रणी जिला प्रबन्धक सिरमौर राजीव अरोड़ा, नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक गौरव शर्मा सहित  सभी बैंको के जिला संयोजक तथा सरकारी विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।

4- विद्युत उपमंडल नारग, सराहाँ और बागथान मे 2 जुलाई कोे विद्युत आपूर्ति रहेगी बाधित।
 
सोलन-सराहां 33 केवी लाइन में आवश्यक रख रखाव हेतु 2 जुलाई को प्रातः 9ः00 से सायं 6ः00 बजे तक विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी। यह जानकारी  सहायक अभियंता विद्युत उपमंडल नारग राजेन्द्र कुमार ने दी।
उन्होने बताया कि इस दौरान विद्युत् उपमंडल नारग, सराहाँ और बगथान के अंतर्गत आने वाले सभी स्थानों पर विद्युत आपूर्ति प्रभावित रहेगी।

5- वाह रे सिस्टम- पहले 16 हजार का बिल थमाया फिर काट दिया वृद्ध के घर का बिजली कनेक्शन।

गर्मी का मौसम और उस पर लाईट का कनेक्शन कट जाए तो सौंच सकते हैं कि आदमी की क्या हालत होगी। और उपर से पीडित बुजुर्ग और दिव्यांग हो। ऐसा मामला पांवटा साहिब मे सामने आया है। पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र में विद्युत बोर्ड की लापरवाही का खामियाजा एक 75 वर्षीय व्यक्ति व उसके दिव्यांग बेटे को भुगतना पड़ रहा है। अंबोया के 75 वर्षीय एक बुज़ुर्ग

और दिव्यांग बेटे की बिजली कनेक्शन काट दिया है। तपती गर्मी में यह दोनों अब बहुत परेशान घूम रहे हैं। जानकारी के मुताबिक वृद्ध अंबोया गांव में अपने एक दिव्यांग बेटे के साथ रहता है। 75 वर्ष की इसकी उम्र है। एक बल्ब और पंखा यह इस्तेमाल करते हैं। पिछले सभी बिल 400 से 500 रूपये के बीच बिल आते रहे हैं। लेकिन इस बार विद्युत बोर्ड ने 16000 रूपये का भारी भरकम बिल थमा दिया। हैरानी की बात तो तब हो गई जब गलत बिल थमाने के बावजूद वृद्ध व्यक्ति का बिजली का कनेक्शन इस तपती गर्मी में काट दिया गया है। इस तपती गर्मी में 75 वर्षीय वृद्ध और दिव्यांग बेटा गर्मी में परेशान हो रहे हैं। अंबोया पंचायत की प्रधान सुनीता शर्मा ने बताया कि एक 75 वर्षीय बुजुर्ग का कनेक्शन गलत बिल थमा देने के कारण काट दिया गया है। इस तपती गर्मी में यह बुजुर्ग और उसका दिव्यांग बेटा बेहद परेशान है। उन्होंने कहा कि आखिर एक पल और पंखे का इतना बिल कैसे आ सकता है। इसकी जांच होनी चाहिए और तुरंत बोर्ड को वृद्ध व्यक्ति का बिजली कनैक्शन जोड़ देना चाहिए। वहीं विधुत बोर्ड पुरूवाला के सहायक अभियंता अरुणदीप सिंह ने बताया कि वह इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। उनके बिल काटने वाले से भी गलती हो सकती है। बिल भी चेक किया जा रहा है आखिर चूक हुई कहां पर। इसका पता लगाया जा रहा है। वहीं लाइनमैन को निर्देश दिए गए हैं कि जब तक जांच पूरी न हो कनेक्शन को जोड़ दिया जाए।

6- अनाज मंडी मे 150 लीटर वाटर कूलर।

पांवटा साहिब अनाज मंडी मे अब एक बड़ा वाटर कूलर लग गया है। इससे मंडी मे आने वाले किसानों और अन्य लोगों को पानी की सुविधा मिल

जाएगी। यह वाटर कूलर Tirupati Medicare Limited के निदेशक अरुण गोयल ने लगाया है। मंडी समीति सिरमौर के चेयरमैन रामेश्वर शर्मा ने बताया कि उद्योगपति अरुण गोयल के द्वारा आज एक Water   Cooler 150 LTR मंडी कार्यालय को दिया गया।जिसके लिए वह अरूण गोयल का APMC Sirmour व किसानों की तरफ से धन्यवाद करते हैं।

क्राईम/एक्सीडेंट 

1- सो रहे व्यापारी पर चला दी गोलियाँ।

हिमाचल प्रदेश के उना जिले के नगर परिषद संतोषगढ़ के वार्ड-8 में स्वां नदी से सटी नई कॉलोनी में निर्माणाधीन मकान में सो रहे व्यापारी संजीव वर्मा पर मंगलवार देर रात अज्ञात शातिरों ने गोलियां चला दीं। इस घटना में वह बाल-बाल बच गए। जवाब में व्यापारी ने भी निजी रिवाल्वर से फायरिंग की। इसके बाद शातिर फरार हो गए। इस वारदात के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। व्यापारी संजीव वर्मा ने बताया कि मंगलवार रात को वह अपने निर्माणाधीन मकान की छत के स्टोर रूम में सो रहे थे। रात को लगभग 12 बजे उनकी खिड़की पर पहला फायर हुआ। आवाज सुनकर उठे तो कमरे के बाहर कुछ लोगों की आवाज सुनाई दी। ये फायर करने के लिए कह रहे थे। वह दरवाजे के पीछे छिप गए। इसके बाद शातिरों ने दरवाजे पर भी दो फायर किए। जवाब में संजीव वर्मा ने भी लाइसेंसी रिवाल्वर से तीन राउंड फायरिंग की। इसके बाद शातिर भाग गए। उधर, सूचना मिलते ही संतोषगढ़ पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। व्यापारी ने हमले के लिए अवैध खनन माफिया और संतोषगढ़ में अवैध कारोबार में जुटे लोगों पर संदेह जताया है। उन्होंने कुछ दिन पहले अवैध खनन का मामला उठाया था। 

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-