प्रदेश मे तैयार होगी आस्ट्रेलियाई नस्ल की भेड़ें ddnewsportal.com

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प्रदेश मे तैयार होगी आस्ट्रेलियाई नस्ल की भेड़ें

राज्य के भेड़ पालकों के लिए जागरूकता एंव प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन, वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर रहे मौजूद, भेड़ पालकों को बांटी 200 पशु मेडीकल किट और सोलर लाईट
 
‘सरकार भेड़ पालक के द्वार‘ कार्यक्रम के अतंर्गत बुधवार को एक दिवसीय भेड़ पालक जागरूकता एंव प्रशिक्षण शिविर का आयोजन नाहन स्थित कण्डी विश्राम गृह में किया गया जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से 125 भेड पालकों ने भाग लिया। इस शिविर की अध्यक्षता वूल फेडरेशन के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर ने की। इस दौरान त्रिलोक कपूर ने भेड़ पालकों को 200 पशु

मेडीकल किट प्रदान की जिसमें ऐसी सभी आवश्यक दवाईयां उपलब्ध है जिससे भेड़ पालक जंगलो में प्रवास के दौरान निजी स्तर पर भी भेड़ बकरीयों का उपचार कर सकेगें। इसके अतिरिक्त, उन्होने भेड़ पालकों को सोलर लाईटे भी प्रदान की जिससे वह रात्री में रोशनी के साथ-साथ अपने मोबाईल भी चार्ज कर सकेंगे। उन्होने बताया कि शिविर में आये हुए भेड़ पालकों को सरकार द्वारा आने जाने का बस किराया भी प्रदान किया जाएगा।
उन्होने भेड़ पालकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भेड़ पालक व पशुपालक केवल अपने ही परिवार का पालन पोषण नहीं करता बल्कि प्रदेश के अन्य लोगों का भी पालन पोषण करता है। यह एक ऐसा व्यवसाय है जो पहाड़ी क्षेत्र से लेकर मैदानी इलाकों तक सभी की जरूरतो को पूरा करता है। वर्तमान सरकार द्वारा भेड़ पालकों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाए चलाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा आस्ट्रेलिया से 250 उन्नत किस्म के पशु लाये गए है जिससे प्रदेश में भेड़ बकरियों की उन्नत नस्ल तैयार की जाएगी ।
इस मौके पर बोर्ड के निदेशक गुरमुख ने भी अपने विचार व्यक्त किये। शिविर

के दौरान विभिन्न क्षेत्रों से आये भेड़ पालकों ने अपनी समस्याओ व मागों से वूल फेडरेशन के अध्यक्ष को अवगत करवाया जिन्हे अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री व पशुपालन मंत्री के समक्ष रखने का आश्वासन दिया। उप निदेशक पशुपालन विभाग नीरू शबनम ने बताया कि भेड़ पालकों की समस्याओं के निदान, भेड़ बकरियों की उन्नत किस्मोें, पशुपालन सम्बन्धी तकनीकी जानकारी व भेड़ बकरियों मे होने वाली बिमारियों की जानकारी पशुपालन विभाग द्वारा भेड पालकों को इस जागरूकता शिविर के दौरान प्रदान की गई। अक्तूबर से मार्च माह तक विभिन्न जिलों से घुमन्तू भेड़ पालक भेड़ बकरियां चराने के लिए सिरमौर में आते हैं। इस अवसर पर डीएफओ सौरव, एसडीएम नाहन रजनेश कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।