संघर्ष है प्रेरणादायक- गिरिपार की सुषमा कपूर पुलिस इंस्पेक्टर पदोन्नत ddnewsportal.com

संघर्ष है प्रेरणादायक- गिरिपार की सुषमा कपूर पुलिस इंस्पेक्टर पदोन्नत ddnewsportal.com
फाइल फोटो- सुषमा कपूर।

गिरिपार की सुषमा कपूर पुलिस इंस्पेक्टर पदोन्नत

संघर्ष है प्रेरणादायक, फीमेल सब इंस्पेक्टर परीक्षा मे प्रदेश में हासिल किया था पहला स्थान, भाई को पुलिस वर्दी मे देखकर बनाया था पुलिस मे जाने का मन।

अपने बड़े भाई को पुलिस की वर्दी मे देखकर एक बहन ने सपना पाल लिया था कि वह भी पुलिस मे बड़े पद पर पंहुचेगी। आज से छह वर्ष पूर्व 26 साल की उम्र मे उसने वह सपना पूरा भी कर लिया। बात हो रही है पांवटा उपमण्डल के ग्रामीण गिरिपार क्षेत्र के छोटे से गांव पमता की रहने वाली सुषमा कपूर की, जो अब प्रमोट होकर इंस्पेक्टर बन गई है। 
करीब 6 वर्ष पूर्व फीमेल पुलिस सब-इंस्पेक्टर की परीक्षा मे सुषमा कपूर ने पूरे प्रदेश मे पहला स्थान हासिल कर गिरिपार क्षेत्र की शान बढ़ाई और आज फिर अपनी मेहनत और काबिलियत के बूते इंस्पेक्टर पदोन्नत होकर उस शान को चार चांद लगा दिये है। गिरिपार के पमता गांव मे साधारण किसान परिवार में पिता इंद्र सिंह व माता इंदिरा देवी के घर 1 सितम्बर 1990 को जन्मी सुषमा अपने पांच भाई-बहनो मे सबसे छोटी है। उस समय वह 12वीं कक्षा पास कर गई थी जब उसके बड़े भाई सुभाष कपूर का चयन पुलिस विभाग मे हुआ। भाई के शरीर पर पुलिस की वर्दी देखकर सुषमा बहुत प्रभावित हुई तथा उसने पुलिस मे जाने का मन बना लिया। खेतीबाड़ी करने वाले सुषमा के माता-पिता सुषमा को डाॅक्टर बनाना चाहते थे इसीलिए जमा दो मे विज्ञान संकाय रखवाया। सुषमा के दादा चाहते थे कि उनकी पोती डाॅक्टर बने। इसलिए सुषमा ने बहुत मेहनत की तथा कफोटा रावमा पाठशाला से प्रथम श्रैणी मे जमा दो उर्तीण की। उसके माता-पिता व भाई सुभाष कपूर और प्रवेश कपूर समैत बहने बहुत खुश हुई। सुषमा का सपना पुलिस मे जाने का था लेकिन फिर भी उसने परिवार की खातिर बीएससी कर ली। घर की अर्थिक स्थिति सही न होने के कारण वह एमबीबीएस व पीएमटी जैसी परीक्षा के लिए कोचिंग नही ले सकी। लेकिन भाई ने बहुत मदद की। बीएससी के बाद बीएड की ताकि यदि डाॅक्टर न बन संकु तो टीचिंग लाईन मे चली जांउ। लेकिन शायद भाग्य ने उनका सपना पूरा करना था इसलिए किसी को बिना बताए सुषमा ने पुलिस लेडी कांस्टेबल भर्ती का फाॅर्म भर दिया और 2013 मे सिलेक्ट हो गई। यहां उनका लक्ष्य नही थमा और सब इंस्पेक्टर की परीक्षा के लिए आवेदन किया। उन्होने इस परीक्षा के लिए डयूटी

के बाद 4-5 घण्टे तक रौजाना पढ़ाई की। किताबें पढ़ी और नेट से आॅनलाईन भी तैयारी की। मुख्य परीक्षा के लिए विभाग से छुट्टी लेकर पढ़ाई की। और कड़ी मेहनत का नतीजा रहा कि वह सब इंस्पेक्टर की परीक्षा में प्रदेश की टाॅपर बनी। हिमाचल प्रदेश चयन आयोग हमीरपुर द्वारा ली गई फीमेल सब-इंस्पेक्टर पदों की भर्ती के परिणामों मे सुषमा कपूर ने कुल 184 अंक हासिल कर यह मुकाम हासिल किया था। साक्षात्कार के लिए वह 16 लड़कियां थी। जिसमे सामान्य वर्ग की केवल 6 सीटे ही थी। उसने सामान्य वर्ग मे 184 अंक लेकर प्रदेश मे पहला स्थान हासिल किया। उसके बाद प्रदेश के मंडी, शिमला और कोलर छठी रिजर्व बटालियन में सेवाएं दी और आज वह सब इंस्पेक्टर से इंस्पेक्टर बन गई है। उनके परिजन और क्षेत्र के लोगों में इस उपलब्धि पर खुशी का आलम है। अब सुषमा स्टेट सीआईडी शिमला में बंद इंस्पेक्टर सेवाएं देगी।