खैर के पेड़ कटने पर दो फोरेस्ट गार्ड सस्पैंड ddnewsportal.com
खैर के पेड़ कटने पर दो फोरेस्ट गार्ड सस्पैंड
31 पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलने के मिले साक्ष्य, सर्च अभियान के बाद CCF की कार्रवाई
हिमाचल की वन संपदा पर वन माफिया की बुरी नजर हे। तभी आए दिन प्रदेश मे अवैध वन कटान के मामले सामने आ रहे हैं। निश्चित तौर पर इसमे या तो वन विभाग के कर्मियों की मिलीभगत होती है या लापरवाही। लेकिन कहीं तो अधिकारी इतने इमानदार होते हैं कि त्वरित एक्शन लेते हुए संबंधित कर्मियों को सस्पैंड कर देते है तो कहीं सिर्फ डीआर काटकर इतिश्री कर ली जाती है। कांगड़ा जिला के नूरपुर में विभागीय अधिकारी ने अवैध पेड़ कटान मे फाॅरेस्ट गार्ड को संस्पैंड किया है। शनिवार को दूसरे दिन भी वन विभाग के
उच्चाधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम द्वारा नूरपुर हलके के एक अन्य जंगल में दबिश दी गई। जांच के दौरान खैर के 31 पेड़ों को काटे जाने के साक्ष्य मिले हैं। बरंडा क्षेत्र की पंचायत रिट में चले इस सर्च अभियान में गंगथ बीट व ब्लॉक गंगथ के 2 वन रक्षकों क्रमश: मोहन लाल व पुष्पिंद्र सिंह को सस्पैंड कर दिया गया है। बता दें कि शुक्रवार को भी विभाग की टीम ने डैक्वां के जंगल में सर्च अभियान चलाया था तथा काफी संख्या में खैर के पेड़ काटे
जाने की जानकारी मिली थी तथा इस बीट की वन रक्षक को सस्पैंड कर दिया था। इस सारे सीमांत क्षेत्र में विभाग की इस कार्रवाई से वन काटुओं में हड़कंप मच गया है। उधर, विभाग को अन्य जंगलों में भी अवैध कटान की जानकारी मिली है। सीसीएफ वन विभाग डीआर कौशल ने बताया कि सर्च अभियान में शनिवार को नूरपुर हलके की रिट पंचायत के जंगल में 31 पेड़ों के अवैध कटान की पुष्टि हुई है। इस संबंध में ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए संबंधित क्षेत्र के 2 वन रक्षक सस्पैंड कर दिए गए हैं।