डिवाईडर स्क्रेप बिक्री मामले मे कांग्रेस ने घेरी नगर परिषद ddnewsportal.com
डिवाईडर स्क्रेप बिक्री मामले मे कांग्रेस ने घेरी नगर परिषद
पीसीसी महासचिव अनिन्द्र सिंह नौटी ने की मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग
पांवटा साहब नेशनल हाईवे पर बद्रीपुर चौक से वाई पॉइंट तक लगे लोहे के डिवाइडर, जिनका वजन कई टन था तथा कीमत स्क्रैप में भी लाखों रुपए आंकी गई है, जिसको पहले नेशनल हाईवे विभाग द्वारा विस्तारीकरण के दौरान कटवाया गया और अब नेशनल हाईवे विभाग कह रहा है कि उन्होंने इसको नगर परिषद के हवाले कर दिया है, वह संदेहास्पद तरीके से नगर परिषद से गायब हैं। यह बात हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव
अनिन्द्र सिंह नौटी ने जारी प्रेस बयान में कही। उन्होनें कहा कि इस बारे में कोई भी अधिकारी, कर्मचारी या नगर परिषद के पदाधिकारी बोलने को तैयार नहीं है। नजर दौड़ाने पर नगर परिषद के किसी भी गोदाम मैदान में यह लोहा नजर नहीं आ रहा। सूत्र बताते हैं के अब आनन फानन में गलती को सुधारने हेतु नगर परिषद, जिस कबाड़ी को बिना प्रक्रिया का पालन किए यह लोहा बेचा गया या गायब करने दिया गया, उससे वापस मंगवा रहे हैं। कानून की दृष्टि से यह भी गलत है। सबसे पहले तो यह निर्माण कार्य कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड यानी सीएसआर के तहत हुआ था। जिसके लिए एक स्थानीय दवा उद्योग द्वारा पेमेंट की गई थी व इसकी क्रियान्वयन एजेंसी नगरपालिका नहीं थी। इसलिए इस लोहे को रखने का अधिकार भी नगर परिषद के पास नहीं था। यह सीधे राजस्व विभाग में जमा होना चाहिए था।
इतने अधिक मूल्य की वस्तुओं की बिक्री और नीलामी की भी एक प्रक्रिया होती है। जिसको कम से कम दो राष्ट्रीय समाचार पत्रों में एडवर्टाइज करके, निविदाएं आमंत्रित की जाती उसके बाद ही इसकी खुली बोली हो सकती थी। जबकि इस केस में ऐसा नहीं किया गया और यह भ्रष्टाचार का स्पष्ट उदाहरण है। इससे पहले भी नगरपालिका भ्रष्टाचार को लेकर कई चर्चाओं में रही है और लगता है नगरपालिका ने अभी भी पिछली गलतियों से कोई सबक लेना सही नहीं समझा। हम इसमें उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं और अगर ऐसा नहीं होता तो इस बारे में कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया जा सकता है तथा इसके सभी दस्तावेज जुटाए जाएंगे।