जेबीटी के पदों पर बीएड अभ्यर्थी न हों मान्य ddnewsportal.com

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जेबीटी के पदों पर बीएड अभ्यर्थी न हों मान्य 

प्राथमिक शिक्षक संघ सतौन ने बैठक कर सरकार से उठाई मांग

प्राथमिक शिक्षक संघ खंड सतौन की बैठक संघ के अध्यक्ष रंगीलाल पुंडीर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य चर्चा का विषय जेबीटी बैच वाईज भर्ती मे बीएड अभ्यर्थियों को मान्य किया जाना रहा। संघ के अध्यक्ष ने बैठक में कहा कि जेबीटी के पदों पर जेबीटी अभ्यर्थियों की नियुक्ति होनी चाहिए। इन भर्तियों में बीएड अभ्यर्थियों को शामिल किया गया तो जेबीटी प्रशिक्षुओं

के साथ बहुत बड़ा अन्याय होगा। वर्तमान समय में जिला के 12 डाइट जेबीटी/ डीएलएड का प्रशिक्षण करवा रहे हैं। डाइट से प्रतिवर्ष लगभग 2000 तथा इतने ही निजी प्रशिक्षण केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त कर निकलते हैं। हिमाचल प्रदेश में पर्याप्त संख्या में जेबीटी प्रशिक्षु है और जब जेबीटी प्रशिक्षु पर्याप्त मात्रा में है तो ऐसे में सरकार B.Ed अभ्यर्थियों को इसमें शामिल करके जेबीटी प्रशिक्षुओं के साथ सरासर अन्याय कर रही है। बैठक में चर्चा हुई कि जेबीटी और बीएड के प्रशिक्षण में बहुत बड़ा अंतर है। B.Ed प्रशिक्षण में आर्ट्स, कॉमर्स और विज्ञान संकाय के अभ्यर्थियों को अपने अपने

विषय से संबंधित प्रशिक्षण दिया जाता है। टीचिंग प्रैक्टिस और पाठ योजना भी संबंधित विषय पर ही बनाई जाती है। लेकिन जेबीटी प्रशिक्षण में सभी विषयों जैसे हिंदी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित और समाजशास्त्र विषयों में प्रशिक्षण व पाठ योजना बनाई जाती है। ऐसे में दोनों वर्गों में जमीन आसमान का अंतर है। बैठक में संघ ने निर्णय लिया कि इस विषय पर सरकार गंभीरता से मंथन करें। क्योंकि बीएड अभ्यर्थियों को जेबीटी के पद पर मान्य उन राज्यों में किया जाता है जहां पर पर्याप्त संख्या में जेबीटी प्रशिक्षु नहीं है। प्राथमिक शिक्षक संघ सरकार से मांग करता है कि जेबीटी के पद पर जेबीटी प्रशिक्षु को ही नियुक्त किया जाए ना कि बीएड प्रशिक्षु को। यदि सरकार जेबीटी के पदों पर बीएड अभ्यर्थियों को मान्य करती है तो सरकार को जबीटी/डीएलएड का जो प्रशिक्षण विभिन्न स्थान दे रहे हैं, उन्हें बंद कर देना चाहिए। ताकि जेबीटी डीएलएड का प्रशिक्षण कर रहे हैं। ताकि प्रशिक्षुओं का समय बर्बाद ना हो। इस मौके पर संघ के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।