खैर की लकड़ी से भरी पिकअप का पीछा करते वन विभाग की गाड़ी टक्कर मारने के प्रयास ddnewsportal.com
पांवटा मे वन माफिया के हौंसले बुलंद
खैर की लकड़ी से भरी पिकअप का पीछा करते वन विभाग की गाड़ी टक्कर मारने के प्रयास, पुलिस के सहयोग से लकड़ी बरामद, आरोपी फरार
भाजपा की सरकार है और वन माफिया के हौंसले इतने बुलंद है कि वह वन विभाग के कर्मियों को मारने का प्रयास तक कर रहे हैं। ऐसा मामला गुरूवार को उस समय आया जब वन विभाग की टीम अवैध खैर की लकड़ी से भरे पिकअप का पीछा कर यही थी। इस दौरान विभाग की गाड़ी को पिकअप चालक ने कई बार साईड से मारने का प्रयास किया। इरादा था कि विभाग की गाड़ी पलट जाए। लेकिन ऐसा नही हुआ। हां, लेकिन ऐसा हो जाता तो विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ कुछ भी घटित हो सकता था। दरअसल, पांवटा-सतौन मार्ग पर बुधवार-गुरूवार देर रात 2 बजे वन विभाग द्वारा नाका लगाया गया था। इस दौरान बद्रीपुर मे सतौन की तरफ से ग्रे रंग की आल्टो कार की अगुवाई मे तरपाल ढकी पिकअप आई। पिकअप को रोकने का प्रयास वन विभाग की टीम द्वारा किया गया जिस पर पर वह नही
रूकी। इस पर दो वन-विभागीय टीमों ने लगभग 20 किमी तक पीछा कर पिकअप को गिरीनगर के कोटड़ी-ब्यास क्षेत्र मे दबोचा। इस दौरान माजरा पुलिस को भी सूचित किया। थाना प्रभारी माजरा द्वारा स्वयं पुलिस-टीम के साथ वाहन दबोचने मे अहम भूमिका निभाई गयी। वहीं बताया जा रहा है कि पीछा करने के दौरान पिकअप ड्राईवर द्वारा कई बार वन विभागीय गाड़ी को साईड मारने का प्रयास किया गया। चारों तरफ से घिरे वाहन चालक ने कोटड़ी गांव के समीप पिकअप खेतों मे उतार दी। चलता वाहन छोड़ पिकअप ड्राईवर अंधेरे का लाभ उठाकर भागने मे सफल रहा। वाहन की तलाशी के वाहन खैर की लकड़ी से भरा पाया गया। इस दौरान लकड़ी के
परिवहन संबंधित कोई परमिट मौके पर प्राप्त नही हुआ। लकड़ी का वजन 20 क्विंटल व बाजारी कीमत लगभग 2.37 लाख रूपये आंकी गयी है। वन विभाग द्वारा डैमेज रिपॉर्ट काट कर जांच की जा रही है। साथ ही पुलिस मे मामला दर्ज आगामी कार्यवाही करवायी जा रही है। डीएफओ पांवटा साहिब कुनाल अंग्रीष ने मामले की पुष्टि की है।