Good News : निरक्षर माता-पिता का पुत्र करेगा पीएचडी ddnewsportal.com

Good News : निरक्षर माता-पिता का पुत्र करेगा पीएचडी  ddnewsportal.com

Good News : निरक्षर माता-पिता का पुत्र करेगा पीएचडी

गिरिपार के कफोटा उपमंडल के विनोद का सेंट्रल युनिवर्सिटी में इतिहास विषय के लिए हुआ चयन, परिवार व इलाके मे खुशी

गिरिपार क्षेत्र के शिलाई विधानसभा क्षेत्र से युवा हर फील्ड में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रहे हैं। खेलकूद हो या बड़ी बड़ी कंपनियों में नौकरी की बात हो, हर जगह क्षेत्र के युवा अपनी छाप छोड रहे हैं। इसी तरह उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी यहां के युवा आगे बढ़ते जा रहे है। 
क्षेत्र के युवाओं के लिए ऐसा ही एक प्रेरणादायक उदाहरण गरीब व निरक्षर माता-पिता के पुत्र विनोद ने पेश किया है। विनोद के माता पिता भले ही अनपढ़ है लेकिन उन्होंने अपने बेटे को पढ़ाने में कोई कसर नही छोड़ी। बेटे विनोद ने भी खूब मेहनत की और आज प्रदेश की सेंट्रल युनिवर्सिटी से पीएचडी करने के मुकाम तक पंहुच गया। 
शिलाई विधानसभा क्षेत्र के कफोटा नागरिक उपमंडल के मस्तभोज के ग्राम पभार से विनोद कुमार सुपुत्र पुनिया राम का चयन केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में पीएचडी के लिए इतिहास विषय में हुआ है। उनके चयन से परिवार में उनके माता-पिता, भाई बहन, सगे संबंधियों एवं क्षेत्र में खुशी की लहर है। विनोद परिवार में तीनों भाइयों में सबसे छोटा है। उसके बड़े भाई ओम प्रकाश शिक्षा विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत है। उनसे छोटे भाई प्रेम प्रकाश एक चालक है। माता पिता बिल्कुल निरक्षर है और एक गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। विनोद के एक भतीजा दीपक और एक भतीजी मित्तल दोनों जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन में पढ़ रहे हैं। विनोद ने अपनी प्राथमिक शिक्षा राजकीय प्राथमिक पाठशाला पभार से की। छठी से आठवीं तक की पढ़ाई राजकीय माध्यमिक विद्यालय पभार तथा राजकीय

उच्च विद्यालय जामना से 12वीं की परीक्षा पास करके राजकीय डिग्री कॉलेज काफोटा से बीए किया। उसके पश्चात विनोद का चयन केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में एमए के लिए हुआ और वहीं से उन्होंने एमए की परीक्षा पास की। विनोद ने पिछले वर्ष प्रथम चांस में ही नेट और सेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की। घर की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर होने के कारण भी विनोद ने हार नहीं मानी और निरंतर अपनी पढ़ाई को जारी रखा। तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी विनोद ने हिम्मत नहीं हारी और अंततः केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला में इतिहास विषय के लिए पीएचडी में चयनित हुए। बीते कल यानि 26 दिसंबर को विनोद का पीएचडी के चयन होने की सूचना मिलने से घर पर बहुत खुशी का माहौल बन गया और परिवार में एक भावुक माहौल के साथ खुशियां बांटी गई और उनके उज्जवल भविष्य की कामना के लिए भगवान से प्रार्थना की गई। विनोद ने इसका श्रेय अपने सभी अध्यापकों, सहपाठियों, अपने माता-पिता, भाई और परिवार के सदस्यों को दिया है।