हिमाचल प्रदेश में है खाद की गंभीर शाॅर्टेज- भाकियु ddnewsportal.com
हिमाचल प्रदेश में है खाद की गंभीर शाॅर्टेज- भाकियु
युनियन ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर बताई वस्तुस्थिति, गेंहू की बुआई पर किसानों को पड़ती है जरूरत, कांग्रेस ने भी लिया सरकार को आड़े हाथों।
भारतीय किसान युनियन का कहना है कि प्रदेश मे खाद की गंभीर शाॅर्टेज है जबकि किसानों को इस समय गेंहू की बुआई करने के लिए खाद की जरूरत है। युनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी ने इस समस्या को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखकर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया है। सीएम को लिखे पत्र में कहा गया है कि भारतीय किसान युनियन हिमाचल प्रदेश आपके संज्ञान में यह महत्वपूर्ण जानकारी ला रही है कि हिमाचल प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में धान की कटाई हुए लगभग 15 दिन बीत चुके हैं व कुछ किसानों के धान आज से एक महीने पहले ही कट चुके थे। इसके बाद एकदम गेंहू की बुआई करनी होती है। लेकिन किसानों को इस बार दोहरी मार पड़ रही है क्योंकि आपके खाद गोदामों में डीएपी तथा एनपीके उपलब्ध नहीं है। अगर यह पहले उपलब्ध होती उस समय बारिशों से जमीन में नमी बनी हुई थी तथा उसी नमी में किसान गेहूं को बीज सकते थे और अब मौसम भी सूखा हो गया है तथा जिन किसानों के पास सिंचाई की व्यवस्था नहीं है। वह खाद एजेंसी तथा आसमान दोनों की तरफ नजर टिकाए बैठे हैं। जिन किसानों के पास सिंचाई की व्यवस्था है वह भी इन दोनों खाद के बिना बुवाई नहीं कर सकते क्योंकि यह ऐसी खाद है जो बिजाई से पहले ही जमीन में डालनी पड़ती है। इस बारे में आपके सभी जिला अधिकारी कृषि विभाग शुतुरमुर्ग की तरह जमीन में गर्दन गड़ाए हुए हैं। पूछने पर कई अधिकारियों ने एक हास्यास्पद कारण यह बताया कि हिमाचल प्रदेश में सरकार जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए रसायनिक खाद नहीं मंगवा रही। अगर ऐसा है तो किसान जैविक खाद भी खरीदने को तैयार है बशर्ते सरकार इस को उपलब्ध करवाएं तथा इस पर 80% अनुदान दे। हालत यह है कि ना रसायनिक ना जैविक किसी प्रकार की भी खाद आपके सरकारी गोदामों और एजेंसियों के पास उपलब्ध नहीं है तथा आगे आने की कोई निश्चित तिथि बताई नहीं जा रही कि किसान बिजाई के लिए कब तक इंतजार करें। किसान फसल की बिजाई तथा कटाई को अपने नियंत्रण में नहीं रख सकता। यह मौसम और समयबद्ध तरीके से करना जरूरी होता है इसलिए किसानों की हालत पर रहम खाते हुए कृपया करके डीएपी तथा एनपीके खाद एक हफ्ते के अंदर अंदर हिमाचल प्रदेश के सभी क्षेत्रों में उपलब्ध करवाई जाए अन्यथा सरकार को गंभीर विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
वहीं, कांग्रेस ने भी खाद की कमी के मामले मे सरकार को घेरा है। जारी प्रेस बयान में पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग, मंडल प्रधान अश्विनी शर्मा और सुरजीत सिंह आदि ने बताया कि भाजपा राज में किसानों का बहुत बुरा हाल है। धान की फसल बिक नहीं रही, गेहूं की फसल बीजने के लिए पांवटा साहिब में ना तो अच्छी किस्म का बीज मिल रहा है और ना ही खाद मिल रहा
है। गेहूं में बीज के साथ डालने के लिए एनपीके-12-32-16 खाद की भारी कमी है जिससे किसान बहुत दुखी है। बिना खाद के फसल उगा नहीं सकता, बीज नहीं सकता और खाद उपलब्ध नहीं है। ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी सत्ता के नशे में चूर है और किसान मजदूर बागवान बेहद परेशान है और सरकार को किसानों की कोई फिक्र नहीं है अभी तक भी लोगों के धान खेतों में और घरों में पड़े हैं जिससे लोग बहुत परेशान हैं आय का एकमात्र स्रोत यह फसल ही है और वह बिक नहीं रही और दूसरी फसल बीजने के लिए खाद बीज नहीं है। सरकार जनहित में शीघ्र अति शीघ्र लोगों को खाद ब बीज उपलब्ध कराएं।