भाजपा की हार पर छलका इन वरिष्ठ नेता का दर्द ddnewsportal.com
भाजपा की हार पर छलका इन वरिष्ठ नेता का दर्द
पार्टी को खून से सींचने वालों की अनदेखी 2022 मे भी पड़ सकती है भारी, सरकार और पार्टी को चलाने वाले नौसीखियों की खुली पोल...
हिमाचल प्रदेश उपचुनाव मे भाजपा एक तरह से चारों खाने चित्त हो गई है। पार्टी को मंडी संसदीय सीट सहित तीन विधानसभा सीटें फतेहपुर, अर्की और जुब्बल कोटखाई मे कड़ी हार का सामना करना पड़ा जिससे पार्टी के वरिष्ठ नेता ही भाजपा की आलोचना करने से पीछे नही हट रहे। पांवटा साहिब के
वरिष्ठ नेता और पूर्व मे भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी शिवसिंह असवाल ने फेसबुक पर पोस्ट डालकर अपना दर्द जाहिर किया है। पार्टी को खून पसीने से सींचने वाले वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी से भी वह हताश है। उन्होंने अपनी फेसबुक वाॅल पर लिखा है कि
"समय रहते हाईकमान के सामने सरकार और पार्टी चलाने वाले नौसिखियों की पोल खुल गयी है?
भाजपा नही हारी? यह उगराहीगैंग और जेहातियो को पालने वालो की हार है! हाईकमान इसका संज्ञान ले ?
और गुजरात की तर्ज पर संगठन और सरकार मे सब बदले जाने चाहिये ? वरना रेत मे सिर देकर खतरे टला नही करते है। हाईकमान जी ?"
एक तरह से उन्होंने पार्टी की हार पर अपना दर्द जाहिर किया है। जो भाजपा के लिए भी मंथन का विषय जरूर होना चाहिए। उनके कहने का यह भी तात्पर्य माना जा रहा है कि यदि वरिष्ठ वर्कर्स की यूं ही अनदेखी होती रही तो
2022 के विधानसभा चुनाव मे भी परिणाम ऐसे ही देखने को मिल सकते हैं। गोर हो कि गत दिवस ऊना से भी वरिष्ठ नेता व पूर्व मीडिया प्रभारी अपना बयान देकर पार्टी और सरकार पर सवाल उठा चुके हैं।