HP Election News : 85 फीसदी दिव्यांगों-बुजुर्गों ने घर से वोट डाल बनाया रिकार्ड... ddnewsportal.com

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HP Election News : 85 फीसदी दिव्यांगों-बुजुर्गों ने घर से वोट डाल बनाया रिकार्ड...

हिमाचल प्रदेश में घरों में मतदान प्रक्रिया का शिमला पार्लियामेंट्री सीट हे रिकार्ड कायम हो गया है। शिमला संसदीय क्षेत्र में अब तक 85 फीसदी मतदान दर्ज हुआ है। निर्वाचन विभाग ने दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए पहली बार घर-घर जाकर वोट डालने की प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रक्रिया में शिमला लोकसभा चुनाव क्षेत्र में अब तक कुल छह हजार 683 दिव्यांगजन और 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं ने घरद्वार पर अपने मत का प्रयोग किया है। सबसे ज्यादा मतदान रोहडू विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 470 मतदाता और 160 दिव्यांगजन अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके हैं। दूसरे नंबर पर जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 446 मतदाता और 179 दिव्यांगजन ने अब तक वोट डाले हैं। घरद्वार पर पोस्टल बैलेट के माध्यम से अपने मत का प्रयोग किया है।


इसके अलावा अर्की विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 426 मतदाता और 158 दिव्यांगजन, नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 137 मतदाता और 37 दिव्यांगजन, दून विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 195 मतदाता और 63 दिव्यांगजन, सोलन विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 283 मतदाता और 124 दिव्यांगजन, कसौली विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 184 मतदाता और 76 दिव्यांगजन, पच्छाद विधानसभा में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 212 मतदाता और 188 दिव्यांग, नाहन विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 260 मतदाता और 116 दिव्यांग, श्रीरेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 276 मतदाता और 100 दिव्यांगजन, चौपाल विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 226 मतदाता और 77 दिव्यांगजन, ठियोग विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 413 मतदाता और 197 दिव्यांगजन, शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 335 मतदाता और 126 दिव्यांगजन मतदान कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया 29 मई तक जारी रहेगी।

इसमें घर से मतदान करने का विकल्प चुनने वाले मतदाताओं से मतदान करवाने के लिए गठित टीम घर-घर जाकर मतदान करवा रही हैं। अगर एक बार कोई बुजुर्ग या दिव्यांग मतदाता घर पर नहीं मिलता तो टीम दूसरी बार फिर से मतदान करवाने के लिए आएगी। दूसरी बार भी अगर संबंधित मतदाता घर पर नहीं मिलता तो उसके पश्चात मतदान नहीं होगा।