सिरमौर जिले के भूतपूर्व सैनिकों का ऐतिहासिक रिज मैदान पर पथ संचलन ddnewsportal.com
सिरमौर जिले के भूतपूर्व सैनिकों का ऐतिहासिक रिज मैदान पर पथ संचलन
राजधानी में कदमताल करना पांवटा-शिलाई के भूतपूर्व सेनिकों के लिये गौरव का क्षण
73वें गणतंत्र दिवस के शुभअवसर पर 26 जनवरी को ऐतिहासिक रिज मैदान पर कड़कड़ाती सर्दी में सर्वप्रथम सेना के हेलीकॉप्टर एम आई-17 द्वारा रिज मैदान पर मार्च पास्ट के लिए खड़ी टुकड़ियों पर पुष्प वर्षा की गई। सेना, भूतपूर्व सैनिक, पुलिस, होमगार्ड, बैंड, एन सी सी, एन एस एस, डाक विभाग, फायर विभाग, आपदा प्रबंधन, डॉग स्क्वायड व झांकीयां आदि कई
टुकड़ियों ने पथसंचलन में भाग लिया।
मुख्य विशेषता यह रही की इस वर्ष जिला सिरमौर से भुतपूर्व सैनिक दस्ते ने पथ संचलन किया। विशेष रुप से भुतपूर्व सेनिक संगठन पांवटा-शिलाई के पूर्व सैनिकों की मुख्य भागीदारी रही। इस वर्ष कड़कड़ाती ठंड व बर्फबारी के
बीच पथसंचलन हुआ। गणतंत्र दिवस में सिरमौर के पूर्व सेनिकों का पथसंचलन करना जिले के लिये गौरव बढ़ाने वाली बात है। यह पहला मौका है जब भूतपूर्व सैनिक संगठन पांवटा साहिब-शिलाई क्षेत्र की टुकड़ी भी राज्य स्तर पर रिज मैदान की परेड में कदम ताल मे शामिल हुई। इसमें पांवटा-शिलाई के अलावा जिले के टुकड़ी के अंतर्गत 35 भूतपूर्व सैनिकों ने भाग लिया। ज्ञात रहे कि सैनिकों का जीवन हमेशा से ही चुनौतीपूर्ण रहा है देश की संप्रभुता व सीमाओं की रक्षा के लिए सैनिकों ने देश के लिए हमेशा ही अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। सनंद रहे कि भारतीय सेना की शौर्य गाधा को याद
करते हुए राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर सैनिकों के साथ साथ पूर्व सैनिकों को भी यह गौरव दिया जाता है। महामहिम राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ध्वजारोहण किया उसके बाद परेड की सलामी ली और परेड का निरीक्षण किया। उपस्थित सभी लोगों ने इस गौरवमय क्षण पर खूब तालियां बजाई। भूतपूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि ऐसे गौरवमय क्षण केवल हमारा ही गौरव नहीं अपितु पूरे राज्य व देश के सभी नागरिकों को गौरवान्वित करता है। भूतपूर्व सैनिक हमेशा ही देश और प्रदेश के गौरव, सम्मान, सेवा और सहायता के लिए हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े है। भुतपूर्व सेनिकों
ने कहा कि पथ संचलन में चलने वाले रियल हिरो व जाबांज तीनों सेनाओं के रणबांकुरो ने देश के विभिन्न ऑपरेशन व युद्धों के साथ-साथ भिन्न-भिन्न स्थानों और सीमाओं पर देश की रक्षा व सेवा की है। यह अपने आप में एक अद्भुत व गोरवान्वित करने वाला क्षण है। ज्ञात रहे कि गणतंत्र दिवस पथ संचलन में सेना, भूतपूर्व सैनिकों और झांकियों की झलक विशेष रूप से देखने को मिली। भूतपूर्व सैनिक संगठन कि टुकड़ी 21 जनवरी से लगातार
शिमला के रिज मैदान में खराब मौसम के बावजूद और लगातार हो रही बर्फबारी के बीच कड़कड़ाती ठंड में भी कठिन अभ्यास कर रही थी जोकि सेन्य सेवाकाल समाप्त होने के बावजूद भी राष्ट्र के प्रति इनके आस्था और सेवभाव को दिखाता है।
भूतपूर्व सैनिक संगठन ने याद दिलाया जिले के सैनिकों का देश की रक्षा और सेवा में अभूतपूर्व योगदान रहा है। हमारे क्षेत्र से सेना में जाने वाले जवान हर विकट परिस्थिति में देश के लिए बेहतर से बेहतर सेवायें दे रहे हैं। वे सब क्षेत्र, जिला, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर रहे हैं। हमें उन पर फक्र है। संगठन
के पदाधिकारियों ने जोर देकर कहा कि सभी देशवासियों को इन जवानों से प्रेरणा लेनी चाहिए और युवाओं में राष्ट्रप्रेम की भावना को जागृत करना चाहिए। इस मौके पर भूतपूर्व संगठन पांवटा-शिलाई की तरफ से अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह चौहान, सचिव नरेन्द्र सिंह ठुंडू, सह-सचिव मोहन सिंह चौहान, सोशल मीडिया प्रभारी स्वर्ण जीत सिंह व सुखविंद्र सिंह, नरेश कुमार, संतराम, मुकेश ठुंडू, दीपु ठुंडू, चमेल नेगी, परमिंदर व संगठन के अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।