एनपीएस कर्मचारियों के बदल गये हैं सुर ddnewsportal.com

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एनपीएस कर्मचारियों के बदल गये हैं सुर

सीएम से बैठक के बाद जानिएं अब क्या बन रही रणनीति...

चुनावी वर्ष में सरकार के लिए कर्मचारी वर्ग को संतुष्ट करना बड़ी चुनौती बन गई है। एक वर्ग को मनाया जाता है तो कर्मचारियों का दूसरा वर्ग आपनी मांगों को लेकर सरकार को घेरने की कौशिश शुरू कर देता है। अब एनपीएस कर्मचारियों को मनाना सरकार के लिए नया चैलेंज बनकर सामने आया है। क्योंकि बीते कल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से वार्ता के बाद एनपीएस कर्मचारियों के सुर बदल गए हैं। एनपीएस कर्मचारियों ने अब निर्णय लिया है कि मंडी से शुरू हुए उनके पैदल मार्च को आगे जारी रखने पर वीरवार का

होने वाली कोर कमेटी बैठक में निर्णय लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में पुरानी पैंशन बहाली पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है। मुख्यमंत्री के साथ हुई इस बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष सौरभ वैद, महासचिव भरत शर्मा, जिलों के प्रधान राजेंद्र, कुशाल शर्मा, सुरेंंद्र पुंंडीर, लेखराज और सुनील जरयाल ने भाग लिया। गोर हो कि एनपीएस कर्मचारियों को सरकार की ओर से वार्ता के लिए बुलाया गया था लेकिन इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष शामिल नहीं हो पाए। बैठक में प्रदेश अध्यक्ष के हिस्सा न लेने पर भी सरकार की तरफ से नाराजगी जताई गई। मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक के बाद पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में प्रदेश उपाध्यक्ष सौरभ वैद ने कहा कि वह आंदोलनकारी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इस विषय पर

एक-दो दिन में फिर वार्ता हो सकती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को पैदल मार्च जारी रखने को लेकर भी सवाल उठाया गया। उन्होंने कहा कि आज कोर कमेटी की बैठक होगी, जिसमें प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर भाग लेंगे। ऐसे में पैदल मार्च को जारी रखने सहित आगामी विषयों को लेकर वही खुलासा करेंगे। यहां  ये भी बता दें कि कि इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में यह स्पष्ट किया था कि सरकार किसी भी तरफ से किए जाने वाले आंदोलन से डरने वाली नहीं है। उनके इस बयान के बाद चिकित्सक भी नाराज हो गये और 26 फरवरी को एक दिन के अवकाश पर जाने का निर्णय लिया। अब एनपीएस कर्मचारी संघ भी आज की बैठक मे आगामी रणनीति तैयार करेगा।