खास खबर- बाप का सपना- अब बेटे का है अपना- ddnewsportal.com
बाप का सपना- अब बेटे का है अपना
पिता के सामाजिक दायित्व के पदचिह्न पर चलते उद्योगपति अरूण गोयल जरूरतमंद लोगों की मदद करके पूरा कर रहे ख्व़ाब
कहते हैं कि पिता यदि समाजसेवा मे कोई सपना देखें और बेटा उस सपने को साकार करने के लिए उन्ही के नक्शेकदम पर चलें तो मिसाल बनना तय होती है। ऐसी ही मिसाल समाजसेवा के क्षेत्र मे पांवटा साहिब के उद्योगपति और समाजसेवी स्वर्गीय ज्ञान चंद गोयल के पुत्र अरूण गोयल बनाते जा रहे हैं। जरूरतमंद लोगों की निस्वार्थ सेवा करके। किसी को चलने मे दिक्कत हो या कोई बेटी की शादी करवाने मे असमर्थ हो। कोई मैधावी आर्थिक अभाव मे आगे की शिक्षा लेने मे असमर्थ हो या कोई गोवंश सेवा मे निस्वार्थ लगा हो तो ऐसे लोगों की मदद के लिए तिरूपति ग्रूप के निदेशक अरुण गोयल हमेशा खड़े मिलेंगे। पिता के देहांत के बाद उनके नाम पर एक चैरिटेबल ट्रस्ट भी बनाया है जिसके माध्यम से लगातार समाज की सेवा के कार्य किए जा रहे हैं। हाल ही मे अरुण गोयल ने जहां 14 वर्षिय बच्ची वर्षा को ट्राईसाईकिल
प्रदान कर उसके जीवन को कुछ सरल बनाया वहीं एक होनहार जरूरतमंद छात्रा को आगे की शिक्षा के लिए एक लैपटाॅप और 11 हजार रूपये का चैक प्रदान कर बच्ची के भविष्य को उज्जवल करने का प्रयास किया है। इसी ट्रस्ट के तहत ऐतिहासिक व प्राचीन देईजी साहिबा मंदिर के मैदान मे भव्य पार्क निर्माण का कार्य भी शुरू कर दिया है। जिस पर लाखों रूपये खर्च होंगे। अरुण गोयल रोटरी पांवटा से जुड़े हैं और अधिकतर सामाजिक कार्य इसी क्लब के माध्यम से करते आ रहे हैं। रोटरी प्रेजिडेंट अरविंद्र सिंह मारवाह ने बताया कि रोटरी क्लब पांवटा साहिब के माध्यम से ज्ञान चंद गोयल चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी रोटेरियन अरुण गोयल ने अपने स्वर्गीय भाई प्रदीप गोयल की याद में पावंटा साहिब की एक जरूरतमंद व होनहार छात्रा इशिता शर्मा को लैपटॉप व 11 हजार रुपये का चैक प्रदान किया। उनके साथ उनकी बेटी प्रथा गोयल भी मौजूद थी, जो समाजसेवा के कार्यों में अपने पिता के साथ बढ़-चढ़ कर भाग ले रही है। रोटेरियन अरुण गोयल से हुई बातचीत मे उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस लैपटॉप की वजह से इशिता की पढ़ाई अच्छे से पूरी होगी और जब वह सीए बन जाएगी तो दूसरे लोगों की मदद करेगी। उन्होंने कहा कि हमारे स्वर्गीय पिता ज्ञान चन्द हमेशा ही समाज में जरूरतमंद लोगों की मदद करते थे और हम भी उनके नक़्शे कदम पर चल कर जरूरतमंद लोगों की मदद करने की कोशिश कर रहे है। रोटरी क्लब के अध्यक्ष ने बताया कि गवर्नमेंट गर्ल्स स्कूल के अध्यापक नरेश दुआ के द्वारा रिक्वेस्ट आई थी कि इशिता शर्मा बहुत अच्छी मेघावी छात्रा है। उसे पढ़ाई करने के लिए लैपटॉप और कुछ पैसों की जरूरत है, जिसके बाद रोटेरियन अरुण गोयल आगे आए और उन्होंने इशिता को अपने ट्रस्ट के माध्यम से लैपटॉप और पैसे देकर उसकी मदद की।
इशिता शर्मा ने बताया कि वह चार्टेड-अकाउंटेंट बनना चाहती थी, जिसके लिए उसने सीए फाउंडेशन का एग्जाम दिया था जो उसने क्लियर कर लिया। इशिता ने बताया की उनके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। उनके पिताजी बस ड्राइवर है और उनकी माता का बीमारी के चलते देहांत हो गया। उसे अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए लैपटॉप और पैसो की जरूरत थी। जो अब पूरी हो गई है। वह प्रयास करेगी कि अपने जीवन मे सफल होकर ऐसे ही किसी जरूरतमंद की मदद जरूर करेगी।