प्रदेश के आंगनवाड़ी केन्द्रों को लेकर सरकार का अहम निर्णय ddnewsportal.com
प्रदेश के आंगनवाड़ी केन्द्रों को लेकर सरकार का अहम निर्णय
अक्तूबर माह से जुड़ेंगे ये पोषक आहार, मिल्क फेडरेशन ने शुरू की प्रक्रिया...
हिमाचल प्रदेश के आंगनवाड़ी केन्द्रों को लेकर सरकार ने एक अहम निर्णय लिया है। अब नौनिहालों को आंगनवाड़ी केंद्रों में मीठा-नमकीन दलिया और खिचड़ी भी मिलेगी। प्रदेश के चार जिलों सिरमौर, ऊना, शिमला और कांगड़ा में अक्तूबर से पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर इसे शुरू किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक एचपी मिल्क फेडरेशन की ओर से तैयार खाद्य उत्पाद आंगनबाड़ी केंद्रों में बांटे जाएंगे। इस मुहिम को अच्छा रिस्पांस मिलने पर अन्य जिलों में भी योजना को शुरू किया जाएगा। बीते लंबे समय से केंद्रों में पोषक आहार को बदले जाने की योजना पर काम हो रहा है। अब प्रदेश सरकार ने चार जिलों में बदलाव करने का फैसला लिया है। इसके तहत दिनों के
हिसाब से केंद्रों में एक दिन मीठा दलिया, एक दिन नमकीन दलिया और एक दिन खिचड़ी दी जाएगी। हिमाचल प्रदेश मिल्क फेडरेशन को खाद्य उत्पाद तैयार करने का काम दिया गया है। आगामी दो माह के भीतर मिल्क फेडरेशन खाद्य उत्पाद तैयार कर सप्लाई देना शुरू करेगा। इसके अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों में फल भी दिए जाने की योजना है। हालांकि, अभी फल देने को लेकर अंतिम फैसला नहीं हुआ है। वर्तमान में प्रदेश में साढ़े 18 हजार आंगनवाड़ी केंद्र हैं। इन केंद्रों में अभी सोया खिचड़ी, दलिया, काले चने, प्लाव, राजमाह-चावल, बिस्कुट और न्यूट्री मिक्स बनाकर बच्चों को दिए जाते हैं। नई व्यवस्था के लागू होने पर आंगनवाड़ी केंद्रों में नौनिहालों को पैक किए गए खाद्य पदार्थ दिए जाएंगे।