विधायक छोडेंगे कुर्सी तो पूर्व विधायक बहा देंगे अपना खून....... 26 फरवरी 2022- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा ddnewsportal.com
विधायक छोडेंगे कुर्सी तो पूर्व विधायक बहा देंगे अपना खून.......
26 फरवरी 2022- पांवटा साहिब से आज का खबरनामा
हाटी मुद्दे पर एक है कांग्रेस-भाजपा के नेता
2229.94 करोड़ रुपये बढ़ा बजट
यूक्रेन से 32 हिमाचली लौटे: सीएम
कर्मचारियों को डरा रही सरकार: आशा
धवाला ने क्यों घेरी अपनी ही सरकार
शारीरिक शिक्षकों की होगी भर्ती
हाटी बोले: चार महिने में चाहिए परिणाम
बिगड़ गये तो संभालना होगा मुश्किल
सिरमौर में आज मात्र 01 मामला और....... कोविड/सूचना एवं जन संपर्क विभाग बुलेटिन।
(आज की तस्वीर) हाटी मुद्दे पर एक मंच पर भाजपा-कांग्रेस नेता।
स्थानीय (सिरमौर)
1- हाटी मुद्दे पर एकजुट है गिरिपार के भाजपा-कांग्रेस नेता।
सांसद सुरेश कश्यप, विधायक हर्ष वर्धन चौहान, विनय कुमार और पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने दिया हर तरह के सहयोग का आश्वासन।
हाटी जनजातीय दर्जा देने की मांग का आंदोलन का दबाव राजनैतिक दलों पर भी पड़ने लगा है। यही कारण है कि शिलाई मे शनिवार को हाटी शिलाई इकाई द्वारा हाटी की महाखुमली में निमंत्रण पर सांसद सहित गिरिपार क्षेत्र के विधायक और पूर्व विधायक भी पंहुचे और हाटी की मांग को समर्थन दिया। इस दौरान नेताओं ने अपनी बात रखी। दोनो दलों के नेता खुलकर इस मांग के समर्थन मे एकजुट दिखाई दिये। इस दौरान शिलाई विधानसभा क्षेत्र के विधायक हर्ष वर्धन चौहान ने तो यहां तक कह दिया कि ज़रूरत पड़ी तो वह अपनी कुर्सी तक छोड़ देंगे। जबकि पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने कहा कि जहां हाटी भाईयों का पसीना बहेगा वहां वह अपना खून बहाने को भी तैयार है। हर स्तर पर साथ देंगे। इस दौरान मौजूद भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने अपने विचार रखे।
- सांसद सुरेश कश्यप ने कहा कि हिमाचल के सभी दलों के चुने हुए प्रतिनिधियों ने इस मुद्दे पर प्रयास किये। उन्होंने कहा कि जो कमियाँ रही उसे पूरे करने की कौशिश की जा रही है। उन्होंने गत माह हो संसद में गिरिपार क्षेत्र की हाटी जनजातीय दर्जा देने की मांग को उठाया। उसके बाद ट्राईबल मिनिस्टर अर्जुन मुंडा से मुलाकात की और हाटी मुद्दे की प्रोग्रेस रिपोर्ट की काॅपी उन्हे सौंपी। फिर आश्वासन दिया कि जल्द ही हाटी समीति का प्रतिनिधिमंडल की जनजातीय विभाग मंत्री से मुलाकात करवाई जाएगी। उसके बाद प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मुलाकात का समय लेंगे ताकि यह मांग को पूरी हो सके। उन्होंने क।आ कि उन्हे झूठ बोलने नही आता। संघर्ष की बात आएगी तो वह भी साथ खड़े है।
- शिलाई के विधायक हर्ष वर्धन चौहान ने कहा कि आज सभी नेताओं ने हाटी मुद्दे पर एकता का संदेश दिया है। जिन्होंने इस मुद्दे की शुरूआत करने वालों के संघर्ष को नही भूलना है। एचपीयु के ट्राईबल इंस्टीट्यूट को नोडल एजेंसी बनाया। वीरभद्र सिंह के मुख्यमंत्री कार्यालय के दौरान केंद्र की रिकमेंडेशन थी कि इसकी सर्वे ट्राईबल डिपार्टमेंट करें। हर राजनीतिक दल की यह मंशा है कि हाटी को जनजातीय दर्जा मिलना चाहिए। हर आंदोलन या संघर्ष नौजवानों के बिना कामयाब नही होता। हमे चाहे अपनी कुर्सी भी छोडनी
पड़ी तो छोड़ देंगे। हम आपके साथ है। उन्होंने सांसद सुरेश कश्यप से भी आग्रह किया कि वह केंद्र में यह मांग जोरदार तरीके से उठायें। उन्होंने शांति बरतने की सलाह दी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अपने हक के लिए संघर्ष का भी रास्ता अपनाना पड़े तो वह भी करेंगे। उन्होंने राजनाथ सिंह के वायदे को भी याद दिलाया। उन्होंने कहा कि आज केंद्र मे स्पष्ट बहुमत की सरकार है तो वह यह काम कर सकती है।
- श्री रेणुका जी के विधायक विनय कुमार ने कहा कि हाटी का मुद्दा जातिवाद, क्षेत्रवाद और राजनीति से उपर है। सभी राजनीतिक दलों ने प्रयास किये हैं। हम ये संदेश प्रदेश और देश को देना चाहते हैं कि जितने ज़रूरी काम हो जब हमारे लोग हमारा समुदाय हमें बुलाएगा तो हम वहां खड़े रहेंगे। हमे मिल जुलकर यह काम करना है और नौजवानों को न्याय दिलाना है।
- खाद्य एवं आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष और शिलाई विधानसभा क्षेत्र के के पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने कहा कि भाजपा सरकार और सांसदो ने गिरिपार क्षेत्र की हाटी जनजातीय दर्जा देने की मांग को हर स्तर पर रखा। अब मामला आरजीआई के पास है। राजनीति छोड़नी होगी तो वो भी छोड़ देंगे। जनता के साथ है। हर स्तर तक साथ रहेंगे। हाटी को जनजातीय दर्जा देने का समय आ गया है। केंद्र सरकार इस पर जल्द निर्णय ले। बिना राजनीति के यह लड़ाई लड़ना संभव नही। इसलिए हमें नेताओं को भी साथ लेकर चलना है।
2- सिरमौर जिला में मेरी पॉलिसी मेरे हाथ अभियान का शुभारंभ।
जिला सिरमौर के मुख्यालय नाहन में कृषि विभाग कार्यालय के सभागार में आज उपायुक्त सिरमौर रामकुमार गौतम ने मेरी पॉलिसी मेरे हाथ अभियान का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत पॉलिसी को बीमित किसानों के द्वार तक पहुंचाने के लिए फसल बीमा पॉलिसी वितरण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपायुक्त ने जिला के 15 किसानों को पॉलिसी दस्तावेज वितरित किए। राम कुमार गौतम ने बताया कि मेरी पॉलसी मेरे हाथ अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को एग्रीकल्चर इंशोरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड व पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना को एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व पुनर्गठित
मौसम आधारित फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों की फसलों से जुड़े हुए जोखिमों की वजह से होने वाले नुकसान की भरपाई करने का एक माध्यम है।इससे किसानों को अप्रत्याशित या प्रतिकूल मौसम की वजह से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई की जाती है। उपायुक्त ने बताया कि फसल बीमा योजना के तहत किसानों के लिए बीमित राशि क्या होगी इसके लिए जिला स्तरीय तकनीकी समिति द्वारा फसल के वित मान के आधार पर या गत वर्ष की फसल औसत उपज एवं फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर तय किया जाता है। उपायुक्त ने बताया कि खरीफ मौसम के फसलों के लिए बीमा लेने की अंतिम तिथि 31 जुलाई जबकि रबी फसल की बीमा लेने की अंतिम तिथि 14 व 15 दिसंबर निर्धारित की गई है। जिला के मटर उत्पादक 14 मई व आलू उत्पादक 31 मई, फूल व पत्ता गोभी 15 जून व अदरक उत्पादक 30 जून, टमाटर उत्पादक 31 जुलाई व मक्की व धान के लिए 15 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। इसी तरह रबी की फसलों जिसमें लहसुन के लिए 14 दिसंबर, गेंहू व जौ 15 दिसम्बर, आलू 31 दिसम्बर व टमाटर 28 फरवरी तक बीमा के लिए आवेदन कर सकते है। उन्होंने बताया कि जिला में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के तहत अब तक 2189 किसान बीमा करवा चुके है। रबी और खरीफ की फसलों के बीमा के लिए गैर ऋणी किसानों को आधार कार्ड की प्रति, बैंक पासबुक की प्रति, खसरा खतौनी आदि की प्रतिलिपि, पूर्णतया भरा हुआ प्रस्ताव फॉर्म, किराएदार किसानों के लिए लागू अनुबंध समझौता के शपथ पत्र की प्रति व कृषक द्वारा स्व घोषित बुवाई प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी। इस अवसर पर उप-निदेशक कृषि विभाग राजेंद्र ठाकुर उप निदेशक आत्मा परियोजना एनडी शर्मा, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस कंपनी के प्रतिनिघि ओम प्रकाश व अजय, एग्रीकल्चर इंशोरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के प्रवीण, वीरेन्द्र व प्रमोद उपस्थित रहे।
3- हाटी महाखुमली शिलाई- नेताओं को स्पष्ट संदेश, चार महीने में चाहिए निर्णय, उसके बाद अंतिम लड़ाई शुरु...
जिला सिरमौर के शिलाई विधानसभा क्षेत्र के शिलाई में हाटी समीति शिलाई इकाई द्वारा हाटी महाखुमली का आयोजन किया गया। इस महाखुमली में खराब मौसम और भारी बारिश के बावजूद भी लोगों का हुजूम उमड़ा। उम्मीद जताई जा रही थी बारिश के कारण कम लोग जुटेंगे लेकिन भीड़ ने दर्शा दिया कि बारिश और खराब मौसम उनकी मांग के आगे रोढ़ा नहीं बन सकती। अलग-अलग इलाकों से झुंडों में हाटी पुरुष और महिलाएं शिलाई लोनिवि विश्राम गृह के प्रांगण में अपनी वेषभूषा में पंहुचे और पारंपरिक नाटी
और रासा नृत्य का प्रदर्शन कर अपनी संस्कृति की झलक दिखाई। इस मौके पर हाटी समीति की केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष डाॅ अमीचंद कमल ने आज तक के हुए सभी प्रयासों क विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार और हाटी केंद्रीय कार्यकारिणी की तरफ से सारे कागजात तैयार है। अब आरजीआई के पास फाईल है जिसे राजनैतिक स्तर पर संसद में लाना है। इसके लिए राजनैतिक प्रयास होने चाहिए।
वहीं, अधिवक्ता सुरेन्द्र हिदुस्तानी ने कहा कि चार महिने मे परिणाम चाहिए। अब आश्वासन से काम नही चलेंगे। नेता आज ही इस मंच से संदेश दें कि इतने दिन मे होगा। अब बेवकूफ नही बनेंगे। आज रूपरेखा नेता यह करें वरना आगे की रूप-रेखा हाटी समीति ने तैयार करनी है।
महिला वक्ता श्यामा तोमर ने पहाड़ी में भाषण देते हुए कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नही हुई तब तक हम पीछे नही हटेंगे। उन्होंने कहा कि हाटी भाईयों के साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर साथ रहेगी। क्रांति के लिए जड़ से मुहिम को शुरू करना है। साथ ही प्रण लेना है कि अब इस मुद्दे को सिरे चढ़ाना है।
हाटी केंद्रीय कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष फकीर चन्द चौहान ने कहा कि यह खुमली एक तरह से देवता का दर है इसलिए नेता यहां झूठे वायदे मत करना। नेताओं को आग्रह है कि दिल से प्रयास करना। भूखे रहने को तैयार है लेकिन यदि हाटी बिगड़ गये तो संभालना मुश्किल हो जाएगा। अब झूठे आश्वासन में नही आयेंगे।
महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री ने कहा कि आरजीआई की सभी कंडीशन पूरी की जा चुकी है। अब नेताओं की बारी है। उन्होंने कहा कि पच्छाद के नौरी मे 6 मार्च को अगली महाखुमली होनी है। उन्होंने कहा कि हम संस्कारी लोग है और जो भी 2 मार्च को तहसील और उपतहसील स्तर पर तीन घंटे का सांकेतिक प्रदर्शन होगा वो शांतिपूर्ण होगा। 20 अप्रैल को संगड़ाह में भी एक बड़ी खुमली होगी। इस दौरान युवाओं में काफी रोश भी दिखा और नेताओं से आश्वासन नही निर्णय मांगा। इस दौरान काफी देर तक नेताओं के मंच पर आने पर युवाओं ने हाटी के समर्थन में जमकर नारेबाजी की।
इस मौके पर हाटी समीति की केंद्रीय कार्यकारिणी के अध्यक्ष डाॅ अमीचंद
कमल, महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री, उपाध्यक्ष फकीर चन्द चौहान, शिलाई अध्यक्ष ग्यार सिंह नेगी, जैलदार प्रताप तोमर, जैलदार बहादुर सिंह, हरिराम शास्त्री, गुमान सिंह वर्मा, राजेन्द्र सिंह नेगी, रणसिंह चौहान, जय प्रकाश चौहान, अतर नेगी, शिलाई महासचिव बलबीर शर्मा, रमेश देसाई, प्रदीप सिंगटा, जिला परिषद सदस्य मामराज शर्मा मामू, पूर्व जिप अध्यक्ष दलीप चौहान, नाथू राम चौहान, जगत सिंह पुंडीर, भवान सिंह चौहान, रघुवीर कपूर, गुलाब पुंडीर, आत्मा राम शर्मा, भाव सिंह कपूर, वीरेन्द्र चौहान, इंद्रसिंह राणा, दलीप सिरमौरी, इंद्र ठाकुर, जितेन्द्र राणा, आशा तोमर, श्यामा तोमर आदि सहित हजारों की संख्या में पुरुष और महिलाएं मौजूद रही।
4- मजदूरों, दलितों और गरीबों की पार्टी है कांग्रेस: किरनेश जंग
कांग्रेस का पांवटा साहिब मे सदस्यता अभियान जोरों पर है। शनिवार को पहले नघेता, टोरू, भैला, डांडाआंज में कांग्रेस सदस्यता अभियान मंडल अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की अध्यक्षता में हुआ जिसमे विशेष तौर पर पूर्व विधायक चौधरी किरनेश जंग भी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस हमारा बहुत बड़ा परिवार है। काफी बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस पार्टी ही एक ऐसी पार्टी है जो मजदूरों, दलितों और गरीबों की पार्टी है। बीजेपी पार्टी ने आम इंसान को ठगा
है। महंगाई चरम सीमा पर है। युवा बेरोजगार सड़कों पर है। सड़कों की हालत खराब है। स्वास्थ्य सुविधा का अभाव है। उनके साथ आंजभोज जोन अध्यक्ष हृदय राम, नघेता प्रधान रीना पुंडीर, जगी राम, संत राम, सुमेर चंद, जगी राम, शेर सिंह, ओम प्रकाश शर्मा, श्याम सिंह तोमर, कांशी राम, जगदीश्वर सिंह, रंगी लाल, रघुवीर सिंह, अतर सिंह, जी एस तोमर, सुमेर चंद, श्याम लाल, सोम प्रकाश, कंवर तोमर, जगदीश, छजू राम, देवेंद्र, विनोद शर्मा, मदन सिंह, लक्की, तनुज, जगत सिंह, जगत सिंह तोमर, गंगा सिंह, जीया लाल, नीटू, जीत सिंह, प्रदीप, रमेश, अनिल कुमार आदि लोग मौजूद रहे।
5- महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने किया हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी का शैक्षणिक दौरा।
पांवटा साहिब के राजकीय महाविद्यालय के कम्युनिटी कॉलेज के विद्यार्थियों ने हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में शैक्षणिक दौरे का लाभ उठाया। विद्यार्थियों को हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी की प्राचार्या डॉ. उज्ज्वल नौटियाल ने फार्मास्यूटिकल से संबंधित मशीनों पर महाविद्यालय के विद्यार्थियों को ट्रेनिंग प्रदान की। विदित हो कि राजकीय महाविद्यालय में कम्यूनिटी कॉलेज के तहत फार्मास्यूटिकल का 6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स चलाया जा रहा है। इस पाठ्यक्रम में बी.एस.सी. प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय वर्ष के कुल 29 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। यह पाठ्यक्रम राष्ट्रीय कौशल
योग्यता ढांचा 4 के तहत मशीन ऑपरेटर की कौशल आधारित पाठ्यक्रम है। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य इन विद्यार्थियों को नियमित पाठ्यक्रम के साथ साथ रोज़गार योग्य बनाना भी है। इस दौरे से विद्यार्थियों ने स्थानीय हिमाचल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी में टैबलेट मशीन, कैप्सूल फिलिंग मशीन, टैबलेट कंप्रेशन मशीन, मिलोटपल पिचिंग मशीन आदि पर प्रशिक्षण भी प्राप्त किया। साथ ही प्राचार्या डॉ. उजावल नौटियाल ने बिक्री संवर्धन पर व्याख्यान भी प्रदान किया। विद्यार्थियों के साथ कम्युनिटी कॉलेज के समन्वयक डॉ.पुष्पा यादव, फार्मास्यूटिकल के शिक्षक अनमोल शर्मा तथा लैब अटेंडेंट रुचिका चौहान ने भी दौरे से लाभ उठाया।
6- कल पांवटा-शिलाई में पूरे दिन नही होगी बिजली।
विद्युत मंडल पांवटा साहिब के 132/11kv सब स्टेशन गोंदपुर में आवश्यक मुरम्मत कार्य के चलते बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। इस बारे में जानकारी देते हुए विद्युत मंडल पांवटा साहिब के वरिष्ठ अधिशासी अभियंता अजय चौधरी ने बताया कि 27 फरवरी दिन रविवार को 132/11kv सब स्टेशन गोंदपुर में आवश्यक मुरम्मत कार्य किया जाना है। जिसके कारण 132/11kv गोंदपुर, बातामंडी, पातलियां क्षेत्र, 33 kv बद्रीपुर, 33 kv पुरुवाला, 33 kv सतौन, 33 kv शिलाई, 33 kv रामपुरघाट के अंतर्गत आने वाले सभी क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति प्रात: 9 से शाम 6 बजे तक बाधित रहेगी। उन्होंने उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। हालांकि यह शट-डाउन मौसम पर भी निर्भर रहेगा। यदि मौसम खराब रहा तो शट-डाउन कैंसल भी किया जा सकता है।
(हिमाचल)
1- 2229.94 करोड़ रुपये और बढ़ गया हिमाचल का बजट।
हिमाचल प्रदेश के चालू वित्त वर्ष 2021-22 का बजट 2229.94 करोड़ रुपये और बढ़ गया। वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 50,192 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया था, मगर वास्तविक खर्च इससे अधिक बढ़ गए। विपक्ष के विरोध के बीच इसे शनिवार को पारित कर दिया गया। इस अनुपूरक बजट को पारित करने का मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव रखा तो इस पर विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया। किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने
कहा कि हमें बिल का दस्तावेज अभी मिला है। गुपचुप तरीके से सरकार पारित करना चाह रही। सरकार को जल्दबाजी है। नियमों के तहत बिल 24 घंटे पहले हमारे पास आना चाहिए। क्या हम सुपर कंप्यूटर हैं जो इसे एकदम पढ़ लेंगे। जगत सिंह नेगी ने विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए कहा कि राजस्व व्यय ज्यादा, पूंजीगत व्यय कम है। पूंजीगत व्यय से आधारभूत ढांचा बनाया जाता है। 2000 करोड़ रुपये फिजूलखर्ची में गए। बिजली बोर्ड और एचआरटीसी में व्यापक भ्रष्टाचार है। बोर्डों-निगमों में चेयरमैन, वाइस चेयरमैन की फौज खड़ी कर दी। वाइस चेयरमैन बनाने की क्या जरूरत है। विधायकों को ही वाइस चेयरमैन बना देते।
किस प्रमुख क्षेत्र के लिए कितना अनुपूरक बजट पारित-
क्षेत्र राजस्व व्यय पूंजीगत व्यय
सड़क और जल परिवहन - 135.62 करोड़ -194.86 करोड़
लोक निर्माण - 0.20 करोड़ - 176.26 करोड़
विद्युत विकास- 183.97 करोड़ --
पर्यटन - 24.94 करोड़ --
खाद्य आपूर्ति- 99.33 करोड़ --
वन - 58.55 करोड़ --
सिंचाई - 50.13 करोड़ --
उद्यान - 102.73 करोड़ --
स्वास्थ्य - 91.03 करोड़ - 118.45 करोड़
शिक्षा - 0.10 करोड़ - 133.43 करोड़
2- दो विमानों से दिल्ली लौट रहे हैं 32 हिमाचली: जयराम
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यूक्रेन में फंसे लोगों के बारे में सदन में वक्तव्य दिया कि रविवार को हिमाचल प्रदेश के 32 लोग दो विमानों से दिल्ली पहुंच रहे हैं। सीएम ने कहा कि उन्हें यूक्रेन में राज्य के नागरिकों के फंसने की चिंता है। विदेश मंत्री एस जयशंकर को उन्होंने खुद पत्र लिखा है। मुख्य सचिव ने भी विदेश सचिव से बात की है। जयराम ने कहा कि यूक्रेन से पोलैंड, हंगरी आदि के रास्ते भारतीयों को निकाला जा रहा है। दिल्ली से हिमाचल लाने का खर्च प्रदेश सरकार वहन कर रही है। रविवार को दो विमान दिल्ली आ रहे हैं। एक में हिमाचल के 15 लोग तो दूसरे में 17 हैं। दिल्ली से हिमाचल प्रदेश लाने के लिए एचआरटीसी और पर्यटन निगम की बसों से व्यवस्था की जा रही है। आवासीय आयुक्त को यह जिम्मेदारी दी गई है। सबका आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया जाएगा। जयराम बोले, वहां फंसे लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।
3- अब चिट्ठियां निकालकर डराए जा रहे कर्मचारी: आशा
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक आशा कुमारी ने सदन में कर्मचारियों के आंदोलन पर सरकार की सख्ती पर मुख्यमंत्री को इशारा कर कहा कि पहले जुबानी डरा रहे थे, अब चिट्ठियां निकाल रहे हैं, आपसे कोई नहीं डरेगा। ओल्ड पेंशन स्कीम का समाधान नहीं निकाला जा रहा। यही अन्य मामलों की बात है। आशा ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान सदन में मजाक में कहा कि अल्बर्ट पिंटो को आजकल गुस्सा क्यों आता है। हंसते हुए
सफाई दी कि यह एक फिल्म का डायलॉग है। कहा कि मुख्यमंत्री जयराम आजकल खूब गुस्से में हैं। उन्होंने सदन में महंगाई का मुद्दा भी उठाया। कहा कि सरसों तेल की रिफाइनरी का काम अडानी के पास है, इसलिए इसके रेट बढ़ गए हैं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने कहा कि सरकार 150 रुपये में सरसों तेल उपलब्ध करवा रही है। रिफाइंड पर भी सब्सिडी दे रहे हैं। आशा ने सवाल उठाया कि यह सरकार की कैसी नीति है कि कोई शराब पीकर मरेगा तो आठ लाख कोई कोरोना से मरेगा तो 50 हजार दिए जाएंगे।
4- अपनी ही सरकार को घेरा धवाला ने।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिला के ज्वालामुखी से भाजपा विधायक रमेश धवाला ने शनिवार को सदन में अपनी ही सरकार को घेरा। प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने निगमों और बोर्डों के घाटे पर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने घाटे से जूझ रहे निगमों और बोर्डों के सरप्लस कर्मचारियों को अन्य उपक्रमों में भेजने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि निगमों-बोर्डों में करीब चार हजार करोड़ के घाटे की बात कैग रिपोर्ट में भी सामने आई है। 70 फीसदी निगम-बोर्ड घाटे में हैं। परिवहन निगम में चालकों
और परिचालकों से अधिक अफसर हैं। बिजली बोर्ड में जरूरत से अधिक चीफ इंजीनियर नियुक्त हैं। इस तरह के सरप्लस स्टाफ को अन्य उपक्रमों में भेजने के लिए नीति बनाई जानी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि रमेश धवाला टेक्निकल आदमी हैं। अच्छा होता घाटा दूर करने के सुझाव भी देते। बताया कि हिमाचल में 11 निगम और एक बोर्ड घाटे में है। तीन की आर्थिक स्थिति में कुछ सुधार आया है। दूरदराज क्षेत्रों में लोगों की सुविधा के लिए घाटे वाले उपक्रमों को चलाना भी जरूरी है। इन्हें बंद करने का सुझाव कुछ जगह व्यावहारिक नहीं है।
5- स्कूलों में क्लस्टर बनाकर शारीरिक शिक्षकों की भर्ती: गोविन्द
हिमाचल प्रदेश में सौ विद्यार्थियों से कम संख्या वाले सरकारी माध्यमिक स्कूलों में क्लस्टर बनाकर शारीरिक शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने बताया कि शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम की शर्तों पर मंथन कर जल्द भर्ती प्रक्रिया शुरू करेंगे। मंत्री ने सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर करने को युक्तिकरण करने का भी आश्वासन दिया। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक पवन काजल ने यह मामला उठाया। शिक्षा मंत्री ने बताया कि सरकार ने शारीरिक शिक्षकों के रिक्त 870
पद भरने का फैसला लिया था। भर्ती प्रक्रिया शुरू होने से पहले कुछ अभ्यर्थी हाईकोर्ट पहुंच गए। कोर्ट से भर्ती प्रक्रिया पर स्थगन आदेश दिए गए हैं। कोर्ट के फैसले के बाद ये पद भरे जाएंगे। विधायक आशा कुमारी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में शिक्षकों के कई पद रिक्त होने का मामला उठाया। कहा कि कई स्कूलों में जरूरत से अधिक शिक्षक हैं तो कई जगह इनकी संख्या शून्य है। मंत्री ने बताया कि पद भरने की प्रक्रिया जारी है। शिक्षकों का युक्तिकरण जल्द किया जाएगा। विद्यार्थियों की संख्या अनुसार शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। डेपुटेशन पर भी शिक्षक भेजे जाएंगे। विधायक धनीराम शांडिल के सवाल पर मंत्री ने कहा कि कोठी डियोरा स्कूल का भवन निर्माण 31 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा।
6- मौसम अपडेट- फिर बर्फबारी की आगोश मे हिमाचल।
हिमाचल प्रदेश के ऊपरी भागों ने फिर से बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। प्रदेश की राजधानी शिमला के अलावा डलहौजी और मनाली में भी शनिवार को बर्फबारी हुई। लाहौल में लगातार तीसरे दिन दोबारा हिमखंड गिरा। वहीं, चंबा जिले के न्याग्रां के पास हिमस्खलन से रावी नदी का प्रवाह पांच घंटे थमा रहा। बर्फबारी से प्रदेश तीन नेशनल हाईवे समेत 271 सड़कें, 22 बिजली ट्रांसफार्मर और नौ पेयजल योजनाएं ठप हो गईं। शिमला-रामपुर, आनी-कुल्लू
और मनाली-लेह एनएच बर्फबारी से बंद हुए हैं। ऊपरी शिमला में भी वाहनों के पहिये थम गए हैं। चंबा के चुराह में दो मंजिला स्लेटपॉश मकान के चार कमरों पर चट्टानें गिरने से भारी नुकसान हुआ है।
वहीं, हिमाचल के मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में रविवार और सोमवार को मौसम साफ रहेगा। मध्य और उच्च पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, चंबा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति में रविवार और सोमवार को हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना है। 28 फरवरी की रात से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर एक और दो मार्च को मौसम अधिक खराब रहने के आसार हैं।
शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-
सूचना एवं जन संपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-