शिलाई: अंबोण-जांदनियां में जब महिलाएं बोली सीएम साहब हमे पैसे नही चाहिए... ddnewsportal.com
शिलाई: अंबोण-जांदनियां में जब महिलाएं बोली हमे पैसे नही चाहिए...
बाढ़ग्रस्त ग्रामीणों ने सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से उठाई समस्या के स्थाई समाधान की मांग, बड़े दायरे में आती है कईं सालों से बाढ़
जिला सिरमौर के एक दिवसीय दौरे पर आए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बरसात के दौरान आई आपदा का मुआयना किया और बाढ़ प्रभावित परिवारों से भी मिले। शिलाई विधानसभा क्षेत्र के प्रवेश द्वार सतौन में हेलिकॉप्टर के माध्यम से पंहुचे सीएम सबसे पहले सतौन-श्री रेणुका जी रोड़ पर स्थित अम्बोण-जांदनियां सड़क मार्ग से पंहुचे। यहां वर्षों से हर बरसात में दो गांव के करीब 45 परिवार बाढ़ से प्रभावित होते हैं।
इस बार भी करीब एक दर्जन परिवारों के घरों में मलबा घुसने से काफी हानि हुई। फसलें चौपट हुई। कई दिन तक लोग अपने रिश्तेदारों के यहां रहे। यहां बड़े पैमाने पर और लंबे दायरे में मलबा भर चुका है जिसका ग्रामीण स्थाई समाधान चाहते हैं। मौके का जायजा लेने के बाद जब उन्होंने महिलाओं से बातचीत की तो महिलाओं ने उन्हे बताया कि कई घर रहने लायक नही रह रहे। इस पर सीएम ने महिलाओं से पूछा कि उन्हे कोई फौरी राहत मिली है लेकिन महिलाओं ने कहा कि उन्हे आज तक एक पैसा भी नही मिला है। जिस पर सीएम गुस्से में आ गये और संबंधित तहसील के अधिकारी को तलब कर पूछा कि मदद क्यों नही हुई है। अधिकारी को लताड़ लगाकर तुरंत राहत प्रदान करने को कहा गया और कहा कि जिनके घर क्षतिग्रस्त हुए है उन्हे सरकार एक-एक लाख रुपए देगी। यह बात सुनकर महिलाओं ने कहा कि उन्हे
पैसे नही चाहिए बल्कि समस्या का स्थाई समाधान चाहिए। सीएम ने कहा कि वह इसका स्थाई समाधान करवायेंगे। इसमे समय लगेगा क्योंकि यहां पहले जियोलॉजिकल सर्वे के लिए टीम भेजनी पड़ेगी और उसके बाद भी लंबा प्रोसेस है, इसलिए अभी फौरी राहत प्रदान की जा रही है। जिनके घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये हैं उनके रहने का भी प्रबंध करने का सीएम ने आश्वासन दिया। यहां से सीएम पहले कच्ची ढांग पंहुचे और वहां का मुआयना किया। तत्पश्चात वह बादल फटने से तबाही वाले स्थान सिरमौरीताल पंहुचे। फिर सिरमौरीताल बाढ़ से प्रभावित परिवारों से मिलने सीसीआई राजबन पंहुचे। प्रभावितों से मुलाकात करने के बाद मुख्यमंत्री अजौली पंहुचे और सिरमौरीताल आपदा में अपना पूरा परिवार खो चुके विनोद कुमार से मिलकर उन्हे सांत्वना दी। उन्हे सीएम ने 20 लाख रुपए का चेक भी प्रदान किया।