सिरमौर मे बंदिशें....... 05 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com

सिरमौर मे बंदिशें.......  05 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा- ddnewsportal.com
फाईल फोटो।

सिरमौर मे बंदिशें.......

05 अगस्त 2021- पांवटा साहिब से आज का खबर नामा

राज्य स्तरीय समारोह मण्डी में, चीफ सेक्रेट्री बदले, तबादले पर हंगामा, सौतेला व्यवहार क्यों, राठौर के आरोप, HPTU का शैड्यूल, कंकड़ वाली दाल, ऊर्जा मंत्री खुश और....... कोविड/सूचना एवं जन संपर्क विभाग बुलेटिन।

(आज की तस्वीर)

ओलंपिक में पुरुष हाॅकी टीम ने मैडल का 41 वर्ष का सूखा किया समाप्त, जीता ब्रांज। रेस्लिंग मे रवि दहिया का सिल्वर कमाल।

स्थानीय (सिरमौर)

1- पांवटा साहिब मे स्वतंत्रता दिवस पर दिखेगी मिनी भारत की झलक- एसडीएम 

स्वतंत्रता दिवस के आयोजन को लेकर एसडीएम पांवटा साहिब ने स्थानीय सरकारी और प्राईवेट स्कूलों के प्रभारियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक मे 15 अगस्त के आयोजन को लेकर रूपरेखा तैयार की गई। यह तय किया गया कि किस स्कूल द्वारा क्या प्रस्तुति दी जाएगी। बैठक मे यह भी रूपरेखा बनी कि कैसे कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान मे रखते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया जाए। यह भी निर्णय हुआ कि इस कार्यक्रम मे मिनी इंडिया की झलक दिखाई जाएगी। परेड़ के दौरान अलग अलग वेशभूषा मे स्कूलों के बच्चे भाग लेकर भारत की विविध संस्कृति की छाप

छोडेंगे। बैठक मे यह फैसला भी हुआ कि शहीदों के परिजनों सहित ऐसे सामाजिक संगठनों को भी सम्मानित किया जाएगा जिन्होंने कोरोना काल मे जमीनी स्तर पर काम किया है। इसके साथ ही SDM ने अनुपस्थित रहे स्कूलों के प्रधानाचार्यों को लताड़ भी लगाई और उनके द्वारा भेजे प्रतिनिधियों के माध्यम से कड़ा संदेश दिया कि इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही होगी। ऐसी महत्वपूर्ण बैठक मे प्रधानाचार्यों की अनुपस्थिति सही नही है। इस मौके पर तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री, नायब तहसीलदार बीएस बैदी, गौरव पाठक सहित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पांवटा साहिब के प्रधानाचार्य दीर्घायु प्रसाद किमोठी, तारूवाला स्कूल के प्रधानाचार्य प्रेमपाल ठाकुर, ग्लोबल एकेडमी स्कूल की प्रधानाचार्या वंदना बंसल, रोहित शर्मा, कमलेश तोमर, राम किशन के अलावा गुरू नानक मिशन पब्लिक स्कूल, द स्कोलर्स होम स्कूल, बीकेडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, संबोथा तिब्बतीयन स्कूल, बीबीजीत कौर स्कूल, दून वैली स्कूल, विद्यापीठ स्कूल, डीएवी स्कूल, ग्लोबल एकेडमी आदि स्कूलों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। 

2- हर-हर महादेव कांवड़ सेवा समिति ने लगाया भंडारा।

हर-हर महादेव कांवड़ सेवा समिति पांवटा साहिब ने गीता भवन शिव मंदिर परिसर में भंडारे का आयोजन किया। यह आयोजन अयोध्या में बनने जा रहे भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन की पहली वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया गया। इस दौरान चलते चलते ही लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया

ताकि भीड़ न हो। समीति के सदस्यों अजय संसरवाल, मयंक महावर, रोहित चौधरी, वैभव गुप्ता, राजीव वर्मा, हिमांशु मित्तल, अविनाश झाबा, साहिल गुप्ता, मयंक सिंघल, सतीश पांडे, विनय गुप्ता, कमल गुप्ता, प्रवीण ,संजीव, हेमंत भारद्वाज, अभिषेक, सुभाष आदि ने कहा कि यह गौरव का क्षण है कि आज श्री राम मंदिर निर्माण के भूमि पूजन की पहली वर्षगांठ है। उम्मीद है जल्द ही श्री राम भव्य मंदिर बनकर तैयार होगा और पांच सदी का सपना साकार होगा। 

3- सिरमौर एसोसिएशन चंडीगढ़ ने हिमाचल निर्माता के पैतृक गांव जाकर डाॅ परमार को दी श्रद्धांजलि। 

सिरमौर एसोसिएशन चंडीगढ़ की टीम ने कल पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान सलाहकार राजेंद्र शर्मा के नेतृत्व में हिमाचल निर्माता एवं प्रथम मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश सरकार स्वर्गीय यशवंत सिंह परमार की जयंती के उपलक्ष पर उनके पैतृक गांव चनालग (जिला सिरमौर) का दौरा किया। साथ में महामंत्री दिनेश चोहान, उपाध्यक्ष मयंक शर्मा, राजेश शर्मा, यूथ विंग से जतिन एवं अशोक शामिल थे। स्वर्गीय डाॅ परमार के पैतृक गांव आकर सभी सर्वप्रथम

माता ज्वाला जी के दरबार में नतमस्तक हुए और उसके बाद स्वर्गीय डाॅ परमार को उनके जन्म दिवस के उपलक्ष पर श्रद्धांजलि भेंट की और साथ ही साथ वहां पर आयोजित कार्यक्रम में भी भाग लिया। राजेन्द्र शर्मा और दिनेश सिंह चौहान ने कहा कि स्वर्गीय डाॅ वाईएस परमार का जीवन हम सब के लिए प्रेरणादायक है। हम सबको उनके बारे में जरूर जाना चाहिए और उनके दिखाए हुए रास्तों पर हमें चलना चाहिए। गोर हो कि सिरमौर एसोसिएशन चंडीगढ़ के कार्यकर्ता हर वर्ष स्वर्गीय यशवंत सिंह की जयंती पर उनके पैतृक गांव जाते हैं।

4- सिरमौर आने वाले पर्यटकों को साथ लाना होगा वैक्सीन सर्टिफिकेट या आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट- राम कुमार गौतम 

हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 के मामलों में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का अनुसरण करते हुए अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन अभिकरण एवं जिला दण्डाधिकारी सिरमौर राम कुमार गौतम

ने जिला सिरमौर में इस सन्दर्भ में आदेश जारी किए हैं। आदेशानुसार जिला सिरमौर में सभी सार्वजनिक स्थलों, सरकारी व निजी संस्थानों में नो मास्क-नो सर्विस के नियम का सख्ती से पालन करना जारी रहेगा। जिला के सभी भागों में कोरोना को रोकने हेतु पांच स्तरीय रणनीति जिसमें टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट, टीकाकरण और कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, सभी विभाग सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया व निर्देशों का सख्ती से पालन करना सुनिश्चित करेंगे। जिला

दण्डाधिकारी ने जिला में प्रवेश करने वाले पर्यटकों को कोविड की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट, जोकि 72 घंटे से पुरानी न हो, व वैक्सीनेशन (पहली या दोनों डोज़) का सर्टिफिकेट साथ लाने के आदेश जारी किए है। आदेशानुसार उल्लंघन करने वाले व्यक्ति के विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51-60 के प्रावधानों के तहत तथा आईपीसी की धारा 188 के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और आगामी आदेशों तक जारी रहेंगे। 

5- सिरमौर में इन योजनाओं के अंतर्गत 625 घरों का किया जा रहा है निर्माण।

जिला सिरमौर के सामाजिक व आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों तथा प्राकृतिक आपदा से प्रभावित परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराने हेतु ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री आवास योजना व प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 625 घरों का निर्माण किया जा रहा है, जिसके लिए लगभग 9.38 करोड़ रुपए व्यय किये जा रहे हैं। यह जानकारी देते हुए जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के एक प्रवक्ता ने बताया कि वर्ष 2020-21 के दौरान जिला सिरमौर में मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 48 परिवारों को गृह निर्माण हेतु 1.50 लाख प्रति परिवार के हिसाब से 72 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं जिसमें से अब तक 55.44 लाख रुपए व्यय किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत विकासखंड नाहन में 8 परिवारों के लिए 12 लाख, पच्छाद के 4 परिवारों के लिए 6 लाख, पांवटा साहिब के 20 परिवारों के लिए 30 लाख, राजगढ़ के 5 परिवारों के लिए 7.50 लाख, संगड़ाह के 5 परिवारों के लिए 7.50 लाख व शिलाई के 6 परिवारों को 9 लाख रुपए गृह निर्माण हेतु स्वीकृत हुए हैं। इस राशि के उपयोग से विकास खंड पांवटा साहिब के 8, नाहन व राजगढ़ के एक-एक, पच्छाद, संगड़ाह व शिलाई में अब तक तीन-तीन घरों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जबकि विकास खंड पांवटा साहिब में 12, नाहन में 7, राजगढ़ में 4, पच्छाद में एक, संगड़ाह में 2, शिलाई में 3 परिवारों का गृह निर्माण का कार्य प्रगति पर है। जिला में छः विकास खंडों में 48 लाभार्थियों को 65000 रुपए की पहली किस्त, 32 लाभार्थियों को 52000 रुपए की दूसरी किस्त तथा 17 लाभार्थियों को 33000 रुपए की तीसरी किस्त जारी की जा चुकी है। मुख्यमंत्री आवास योजना राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित योजना है जिसके लिए निर्धन, बीपीएल परिवार तथा प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित परिवार आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत प्राकृतिक आपदा से प्रभावित परिवारों को 2 लाख तक की राशि आवंटित की जा सकती है। इस योजना में लाभार्थी का चयन बीपीएल परिवारों में से ग्राम सभा के अनुमोदन पर किया जाता है। योजना के तहत लाभ सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में किस्तों में दिया जाता है।
इसी प्रकार प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अंतर्गत वर्ष 2020-21 के दौरान कुल 577 लोगों को आवास सहायता उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा गया था जिसके लिए लगभग 8.66 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है। इस योजना के अंतर्गत अब तक 4.64 करोड़ रुपए व्यय किए जा चुके हैं। इस योजना के अंतर्गत जिला सिरमौर के विकास खंड नाहन के लिए 87 परिवारों को 1.30 करोड़, पच्छाद के 51 परिवारों को 79.50 लाख, पांवटा साहिब के 260 परिवारों को 3.90 करोड़, संगड़ाह के 21 परिवारों को 31.50 लाख व शिलाई के 156 परिवारों को 2.34 करोड़ रुपए पक्का

मकान बनाने हेतु स्वीकृत हो चुके हैं। विभिन्न विकास खण्डों में 529 लाभार्थियों को 65000 रुपए की पहली किस्त, 192 लाभार्थियों को 52000 रुपए की दूसरी किस्त व 4 लाभार्थियों को 33000 रुपए की तीसरी किस्त जारी की जा चुकी है। प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण वर्ष 2022 तक सबके लिए मूलभूत सुविधाओं से युक्त पक्का घर उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का चयन वर्ष 2011 में किए गए सामाजिक, आर्थिक व जाति आधारित सर्वे के अनुसार किया गया है और उन परिवारों को शामिल किया गया है जिनके पास घर नहीं है या कच्चा घर है। योजना के सफल कार्यान्वयन व देखरेख के लिये AwaasSoft and AwaasApp की सहायता से लाभार्थियों की पहचान व कार्य की प्रगति का सही आकलन किया जा रहा है। इस योजना के तहत लाभ सीधे लाभार्थी के बैंक खाते या डाकघर खाते में तीन किस्तों में दिया जाता है।

6- राजगढ़ मे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 1500 वर्ग मीटर भूमि की जरूरत।

जल शक्ति विभाग द्वारा नगर पंचायत राजगढ़ में सीवरेज सिस्टम का निर्माण किया जा रहा है जिसके लिए विभाग को वार्ड नंबर सात में नाले के पास 1500 वर्ग मीटर भूमि की आवश्यकता है। इस बारे में जानकारी देते हुए सहायक अभियन्ता जल शक्ति उप-मंडल राजगढ़ बाल कृष्ण कौंडल ने बताया कि इस सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण के लिए जल शक्ति विभाग के पास अपनी भूमि नहीं है और न ही कोई सरकारी भूमि उपलब्ध है इसलिए विभाग वार्ड नंबर सात में नाले के पास ज़मीन खरीदने के लिए इच्छुक है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए अपनी भूमि बेचना चाहता है, तो वह सहायक अभियन्ता जल शक्ति उप-मंडल कार्यालय राजगढ़ में तीन दिन के अन्दर राजस्व दस्तावेज और भूमि की कीमत सहित अपनी इच्छा प्रस्तुत कर सकता है।

7- पशुपालन परिचारक पदों के अस्वीकृत आवेदन वाले अभ्यर्थी 7 दिनों के भीतर दर्ज करवा सकते हैं आपत्ति।

जिला सिरमौर में पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन विभाग में पशुपालन परिचारक (चतुर्थ श्रेणी) के पदों के लिए प्राप्त आवेदनों की छंटनी कर 520 आवेदन अस्वीकृत किए गए हैं जिसकी सूची पशु पालन विभाग हि०प्र० की अधिकारिक वेबसाइट http://hpagrisnet.gov.in पर जारी कर दी गई है। यह जानकारी उप-निदेशक पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन नीरू शबनम ने दी। उन्होंने बताया कि जिन अभ्यर्थियों के आवेदन अस्वीकृत हुए हैं वह अपनी आपत्ति उप निदेशक पशु स्वास्थ्य एवं प्रजनन कार्यालय जिला सिरमौर के दूरभाष नम्बर 01702-222303 व email id [email protected] के माध्यम से 7 दिनों के भीतर दर्ज करवा सकते हैं। यदि किसी भी अभ्यर्थी की आपत्ति वेबसाइट सूची जारी होने के 7 दिन के भीतर प्राप्त नहीं होती तो उसे अभ्यर्थी की सहमति समझा जाएगा।

8- विहिप ने नारीवाला मे किया रामवृक्ष का पूजन।

विश्व हिन्दू परिषद् एवं बजरंग दल  पांवटा साहिब द्वारा एक वर्ष पूर्ण होने पर आज ही के दिन श्री राम मंदिर भूमि पूजन द्वारा स्वर्णिम अयोध्या की आधारशिला रखने की प्रथम वर्षगांठ के शुभ अवसर पर पावटा प्रखण्ड के ग्राम नारीवाला के शिव मन्दिर प्रांगण में लगाए गए श्री राम वृक्ष के एक वर्ष पूर्ण होने पर विधिवत रूप से पूजन वंदन किया गया। इस गौरवपूर्ण शुभ अवसर पर जिला सह मंत्री विहिप सिरमौर सुनील चौधरी द्वारा आए हुए कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा गया कि आज ही के दिन समस्त हिंदुओं के आराध्य श्री रामचंद्र जी के भव्य मन्दिर निर्माण हेतु श्री अयोध्या

जी में देश के सम्माननीय संतों महात्माओं सहित देश के विभिन्न क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों द्वारा मन्दिर निर्माण हेतु भूमि पूजन किया गया। इसी शुभ अवसर पर जिला सिरमौर के प्राचीन एवं ऐतिहासिक धर्म स्थलों से भेजी गई माटी राज जल भी अयोध्या में बनने वाले दिव्या भव्य मन्दिर के गर्भ गृह में लगाने हेतु भेजी गई थी। यह हम सभी क्षेत्रवासियों के लिए बहुत ही सम्मान एवं हर्ष का विषय है। इसी के निमित्त आज सुबह से ही विहिप एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा मन्दिर प्रांगण में हर्षोल्लास के साथ यह श्री राम वृक्ष पूजन एवं प्रकृति वंदन वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाए गया। इस शुभ अवसर पर नागा बाबा महंत बुधगिरी जी महाराज, विश्व हिन्दू परिषद् विभाग सोलन के विभाग मंत्री दीपक भण्डारी, विहिप जिला सिरमौर सह मंत्री सुनील चौधरी, बजरंग दल सह संयोजक अनिल चौधरी, प्रखण्ड सुरक्षा प्रमुख धर्मपाल, प्रदीप कुमार, सरवन सिंह, रंजीत सिंह, सुरेन्द्र पाल, सतपाल सिंह सत्ता, अरुण कुमार, रिंकू चौधरी, लकी चौधरी आदि कार्यकर्ता इस कार्यक्रम में सम्मिलित रहे।


क्राईम/एक्सीडेंट 

1- जहर देकर बेटे को पानी मे फैंक मार डाला है साहब।

पांवटा साहिब के वार्ड नंबर-9 के एक युवक की संदिग्ध मौत पर पुलिस ने वार्ड के ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी मृतक युवक की माता की शिकायत पर हुई है। डीएसपी पांवटा साहिब बीर बहादुर सिंह ने मामले की पुष्टि की है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक लक्ष्मी पत्नी स्व0 रासा निवासी मद्रासी काॅलोनी न0 15 नजदीक देहरादून रेलवे स्टेशन रेस्ट केम्प उम्र 50 साल ने पुलिस मे शिकायत दर्ज कर कहा है कि "मेरा लड़का सूरज अपनी पत्नी दया और बच्चे के साथ वार्ड न0 9 देवीनगर पांवटा साहिब मे रहता है जो 27 जुलाई को शाम लगभग 4 बजे से लापता था और जिसका शव 29 जुलाई को छछरोली मे यमुना नदी के किनारे मिला

था। मै देहरादून मे रहती हूँ औऱ बीच बीच मे अपने बेटे औऱ बहु के पास यहां आ जाती थी। मनीष कुमार पुत्र सतीश पता उपरोक्त मेरी बहु दया पर काफी समय से बुरी नजर रखता था। जिस कारण मेरे लड़के सुरज @ तम्बी की इस बात पर मनीष से काफी बार बहस भी हुई थी। जिस दिन मेरा लड़का गायब हुआ उस दिन उसको एक फोन भी आया था तथा सूरज को तलाश करते जब हमने यमुना पुल पर केमरे चैक किये तो सूरज @ तम्बी के साथ 27 जुलाई को रिक्शा पर मनीष को विकासनगर की ओर जाते देखा है। मेरा लड़का तैरना नही जानता था व पानी से डरता था। मुझे पूर्ण विशवास है कि मनीष ने मेरे लड़के को कोई नशा या जहर देकर जान से मार के पानी मे फेंक दिया है"। जिस पर पुलिस ने भादंस की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को आज न्यायालय मे पेश किया गया।


(हिमाचल) 

1- राज्य स्तरीय स्वतंत्रता समारोह मण्डी में- मुख्यमंत्री करेंगे अध्यक्षता।
  
हिमाचल प्रदेश का राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन 15 अगस्त, 2021 को मण्डी के सेरी मंच में किया जाएगा। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर समारोह की अध्यक्षता करेंगे। जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर भी मुख्यमंत्री के साथ इस समारोह में शामिल रहेंगे। राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस

समारोह प्रातः 11 बजे आरम्भ होगा। जिला स्तर पर भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर समारोह आयोजित किए जाएंगे। प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार कुल्लू, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज सोलन जिला के अर्की, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी कांगड़ा जिला के रैहन, तकनीकी शिक्षा मंत्री डाॅ. रामलाल मारकण्डा लाहौल एवं स्पीति जिला के केलंग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर किन्नौर जिला के मुख्यालय, रिकाॅगपियों और उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह नाहन में समारोह की अध्यक्षता करेंगे। शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर बिलासपुर, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ऊना, ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी शिमला जिला के कोटखाई, वन मंत्री राकेश पठानिया चम्बा जिला के भरमौर और खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री राजेन्द्र गर्ग हमीरपुर में समारोह की अध्यक्षता करेंगे। इसी तरह प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हंसराज और विधानसभा में मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल भरमौर, उप-मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी हमीरपुर, राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चन्द ध्वाला रैहन में आयोजित होने वाले समारोहों में शामिल होंगे।

2- राम सुभग सिंह ने संभाला हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव का पदभार।

हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव अब राम सुभग सिंह होंगे। उन्होंने आज पदभार ग्रहण कर लिया है। उन्होंने अनिल कुमार खाची की जगह यह पद ग्रहण किया है। वह 1987 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश और राज्य के बाहर कई महत्त्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है तथा विभिन्न नवाचारों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राम सुभग सिंह का जन्म 31 जुलाई 1963 को हुआ और उनके पास 34 वर्षों का समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है। पदभार ग्रहण करने के उपरान्त राम सुभग सिंह ने इस उत्तरदायित्व के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्य सचिव के रूप में कार्य करते हुए उनकी प्राथमिकता सरकार के फ्लैगशिप कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाना होगी। वह सुनिश्चित करेंगे कि प्रदेश सरकार के कार्यक्रम और योजनाएं आम जन तक पहुंचे व विकास को और अधिक गति मिले। उन्होंने

कहा कि वह मुख्यमंत्री के आदेशों की अनुपालना में तत्परता लाकर इसकी प्रतिक्रिया से उनको समय-समय पर अवगत करवाते रहेंगे। राम सुभग सिंह ने जून 1989 से जून 1990 तक सहायक आयुक्त के रूप में कार्य करते हुए ग्रामीण रोज़गार, ग़रीबी उन्मूलन, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण आवास तथा मातृ एवं शिशु देखभाल जैसे विकासात्मक कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। स्थानीय स्तर पर लोगों की समस्याओं का संवेदनशीलता से निवारण करने मंे उनका सीधा सरोकार रहा है। 1992 में एडीसी (विकास) एवं सीईओ जि़ला परिषद् का कार्यभार सम्भालते हुए उन्होंने सम्पूर्ण साक्षरता अभियान अक्षर धारा के क्रियान्वयन का कार्य आरम्भ किया, जिससे हज़ारों लोग लाभान्वित हुए। पांगी के रेजिडेंट कमिश्नर के रूप में उच्च शिक्षण संस्थानों, अनाथालयों और व्यावसायिक केंद्रों की स्थापना इनकी प्रमुख उपलब्धियां रहीं। जि़ला मजिस्ट्रेट शिमला के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने देश में अपनी तरह के पहले गैर-बायोडिग्रेडेबल कचरा नियंत्रण अधिनियम का क्रियान्वयन किया। इस दौरान विकास कार्यों में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए ग्रामीण युवाओं में कौशल विकास, किसानों की आय बढ़ाने के लिए खेती और सिंचाई की नई तकनीकों पर ज़ोर दिया गया। अक्तूबर 1999 से जुलाई 2002 तक राम सुभग सिंह को केंद्रीय खाद्य मंत्री के सानिध्य में काम करने का मौक़ा मिला। ग़रीबी रेखा से नीचे रहने वालों पर ध्यान केंद्रित करते हुए देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना, मंत्रालय की प्रमुख जिम्मेदारी है। ग़रीब से गरीब व्यक्ति को राशन उपलब्ध करवाने के लिए अंत्योदय अन्न योजना आरम्भ की गई, जिसमें 50 मिलियन की आबादी शामिल थी। अगस्त 2003 से अप्रैल 2005 तक रक्षा मंत्रालय में डायरेक्टर आॅर्डनेंस एवं क्वार्टरिंग के रूप में काम करते हुए उन्होंने आयुद्ध भण्डार के कार्यों के निपटान में ई-नीलामी की शुरुआत की। आयुद्ध भण्डार के कम्प्यूटरीकरण के लिए 80 मिलियन डाॅलर का एक विशाल प्रोजेक्ट तैयार किया गया। इस दौरान उन्हें एशिया पैसिफिक सेंटर फाॅर सिक्योरिटी स्टडीज़, हवाई (अमेरिका) में एक पाठ्यक्रम में भाग लेने के लिए नामांकित किया गया। उन्होंने सितम्बर 2011 से नवम्बर 2014 तक रक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव (नौसेना) के रूप में भी कार्य किया। इस अवधि के दौरान उन्होंने सरकार के साथ नौसेना और तटरक्षक बल के परिचालन मामलों के लिए सहज इंटरफेस सुनिश्चित किया और सामरिक बलों और सामरिक मामलों से संबंधित अत्यंत गोपनीय मामलों का समयबद्ध और विवेकपूर्ण संचालन सुनिश्चित बनाया। मई 2005 से दिसम्बर 2006 तक उन्होंने विदेश राज्य मंत्री के निजी सचिव के तौर पर कार्य किया। इस दौरान ई-कनेक्टिविटी के लिए एक अभिनव परियोजना तैयार की गई। यह वह समय था, जब भारत ने जी-4 का हिस्सा रहते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् और संयुक्त राष्ट्र सुधारों के विस्तार की पहल की थी। केन्द्रीय मंत्री इस पहल के प्रभारी थे और राम सुभग सिंह ने विभिन्न बहुपक्षीय बैठकों और आसियान क्षेत्रीय मंच के लिए केन्द्रीय मंत्री के सहयोगी रहे। नेफेड के प्रबंध निदेशक के पद पर कार्य के दौरान उन्होंने किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए मार्केटिंग सपोर्ट प्रदान करने में सहयोग किया। पहली बार दालों के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष बनाया गया। उप महानिदेशक (क्षेत्रीय प्रमुख), भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के उत्तरदायित्व का निर्वहन करते हुए उन्होंने 2500 से अधिक नामांकन केंद्रों और इन केंद्रों को संचालित करने वाले आॅपरेटरों की निगरानी की। ऐसा माहौल निर्मित किया जिससे कल्याणकारी योजनाओं का लाभ बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से कुशलतापूर्वक लक्षित लाभार्थियों तक पहुंचे। उन्होंने आयुक्त (पर्यटन), सचिव गृह, कृषि, बागवानी, सूचना एवं जन सम्पर्क के रूप में भी कार्य किया। मुख्य सचिव का पदभार सम्भालने से पूर्व राम सुभग सिंह 2018 से 2021 के दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग, ऊर्जा, वन, पर्यटन, परिवहन और शहरी विकास के रूप में कार्यरत थे। राम सुभग सिंह ने दो दर्जन से भी अधिक देशों की यात्रा की है। उन्हें वर्ष 1985 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ छात्र के रूप में कुलाधिपति का स्वर्ण पदक प्रदान किया गया था। उन्हें कारगिल युद्ध विधवाओं के पुनर्वास के उत्कृष्ट कार्यों के लिए भी सेना प्रमुख ने प्रशंसा पत्र से सम्मानित किया है।

3- अनिल खाची राज्य चुनाव आयुक्त, सदन मे हंगामा।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने आज मुख्य सचिव अनिल खाची को पद से हटाकर राज्य चुनाव आयुक्त के पद पर नियुक्ति दी है। इस संबंध में नियुक्ति आदेश जारी कर दिए गए हैं। हिमाचल सरकार ने 1986 बैच के आईएएस अधिकारी अनिल कुमार खाची को दिसंबर 2019 में मुख्य सचिव नियुक्त किया था। लेकिन कांग्रेस को यह तबादला रास नही आया। अनिल खाची की मुख्य सचिव के पद से छुट्टी और रामसुभग की नियुक्ति की चर्चाओं के बीच विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान शांतिपूर्ण प्रश्नकाल के खत्म होते ही 12 बजे नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने अखबारों का हवाला देते हुए कहा

कि कल परमार जयंती पर हिमाचली होने की बात हो रही थी। हिमाचल का एक व्यक्ति मुख्य सचिव बना। ऐसा क्या है कि अब छठा मुख्य सचिव बदला जा रहा है। हिमाचली अफसर को हटाकर बाहरी को बनाया जा रहा है। उन्होंने मंत्री महेंद्र सिंह का नाम लेकर कहा कि सिर्फ मंत्री से मंत्रिमंडल की बैठक में टकराव होने की वजह से उन्हें हटाया जा रहा है। अग्निहोत्री के इन आरोपों पर पहले विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व विधायक राजीव बिंदल और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कड़ी आपत्ति जताई। तीनों ने कहा कि इस देश के हर नागरिक को कहीं भी अपनी सेवाएं देने का हक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्य सचिव ऐसे भी लगे हैं, जो छठे नंबर पर थे। सीएम ने कहा कि एक पद खाली था और उस पद को चर्चा के बाद भरा जा रहा है। यह सरकार तय करेगी कि किस अधिकारी को कहां तैनात कर काम लिया जा सकता है। हिमाचल या बाहर का कहना अफसर के साथ नाइंसाफी होगी।

4- क्या सरकार को सिरमौर-शिमला के किसानों का नुकसान नही दिख रहा- नौटी

भारतीय किसान यूनियन के हिमाचल प्रदेश कै अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि सिरमौर और शिमला जिले के किसानों के नुकसान पर भी नजर डालें और उन्हे भी लाहौल स्पिति की तरह फ्रेट सब्सिडी जारी की जाएं। पांवटा साहिब मे जारी बयान मे भाकियू प्रदेश अध्यक्ष अनिन्द्र सिंह नौटी सहित हरिराम शास्त्री, इंदर सिंह राणा, चरणजीत सिंह जैलदार, गुरजीत सिंह नंबरदार, जसविंदर बिलिंग, हरीश चौधरी, जितेंद्र राजा और हरप्रीत सिंह खालसा आदि ने कहा कि जिला सिरमौर की सबसे महत्वपूर्ण सड़क पांवटा शिलाई हाटकोटी नेशनल हाईवे -707 को आज बंद हुए 7 दिन बीत चुके हैं। अभी तक वायदे के अनुसार प्रदेश सरकार वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था भी नहीं कर पाई है तथा लोगों को जान जोखिम पर डालकर या तो हेवना माइन के रास्ते से आना जाना पड़ रहा है या बहुत अधिक लंबे जौंग पुल से गाड़ी घुमानी पड़ रही हैं। इसकी वजह से सेब के 200 ट्रक जो रोजाना इस मार्ग से होकर गुजरते थे उनको कहीं लंबा मार्ग

वाया सोलन जाना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त टमाटर मटर अदरक आलू सहित अन्य नकदी फसलों की ढुलाई में किसानों को कई गुना अधिक पैसा और मानसिक परेशानी का भी सामना करना पड़ रहा है। भारतीय किसान यूनियन हिमाचल प्रदेश में पिछले हफ्ते सरकार से मांग की थी कि सरकार सब्जी तथा फलों को ले जाने वाली गाड़ियों पर वैकल्पिक फ्रेट सब्सिडी जारी करें जो किसानों का बिल्कुल वाजिब हक बनता था। परंतु बहुत दुख की बात है कि प्रदेश सरकार ने इस मांग को अनसुना करते हुए लाहौल स्पीति के एक छोटे से क्षेत्र जहां मलबा आने से पुल क्षतिग्रस्त हुआ था वहां के किसानों के लिए फ्रेट सब्सिडी की घोषणा की है। जबकि उस तर्ज पर पावटा शिलाई के बीच तथा ऊपरी शिमला को आने जाने वाली गाड़ियों जो कृषि से संबंधित फसल या माल लाती ले जाती उनको भी ऐसी ही मदद मिलनी चाहिए थी। मंडी उपचुनाव को मद्दे नजर रखते हुए सरकार ने लाहौल स्पीति को यह लाभ दिया है और सिरमौर को इससे वंचित रखा है। जिसके कारण सिरमौर के कृषकों में भारी रोष पैदा है। हम अभी भी सरकार से मांग करते हैं कि सरकार जिस दिन सड़क बंद हुई थी उस दिन से लेकर पूरी सड़क खुलने तक यह फ्रेड सब्सिडी जारी करें अन्यथा सरकार किसानों के गुस्से को सहने के लिए तैयार रहें। इतनी मेहरबानी सिर्फ लाहौल स्पीति पर ही क्यों इसका जवाब दें हिमाचल सरकार।

5- सरकारी डिपु- एक किलोग्राम उड़द मे 200 ग्राम कंकड़।

वैसे तो गुणवत्ता को लेकर खाद्य एवं आपूर्ति निगम चर्चाओं मे रहता है लेकिन इस बार जो सामने आया है वह यदि सच है तो हेरान करने वाला है। सिरमौर जिला के एक डिपु मे उड़द की दाल मे भरपूर कंकड़ निकले हैं। मामला सिरमौर जिले के शिलाई विधानसभा क्षेत्र के मस्तभोज का है। यहां के ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी की है। जानकारी के मुताबिक मस्तभोज के जमाना सस्ते राशन की दुकान पर उड़द की दाल में भारी मात्रा में कंकड़ निकल रहे हैं। जामना निवासी रघुबीर सिंह, कुलदीप, दलीप सिंह, सोम चंद,

जय पाल, राजेश, सतपाल, डीआर चौहान आदि ने बताया कि ग्रामीणों ने जामना राशन डिपो से सामान लिया। घर में उन्होंने उड़द दाल के पैकेट खोले तो उसमें कंकड़ ज्यादा दिखाई दिए। ग्रामीणों ने एक-दूसरे से इस बारे में संपर्क किया तो सभी के दालों में कंकड़ निकल रहे थे। एक किलोग्राम के दाल के पैकेट मे कम बे कम 150 से 200 ग्राम कंकड़ निकल रहे है। यह सरासर भ्रष्टाचार है जिसकी जांच होनी चाहिए। ग्रामीणों ने बताया कि निम्न गुणवत्ता का राशन देकर सरकार लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रही है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि जब विभाग से शिकायत की तो अधिकारी जांच करने भी नहीं आए और कहने लगे कि पांवटा-शिलाई सड़क बंद है। जब मार्ग खुल जाएगा तो आ जायेंगे। जबकि प्रशासन ने विकल्प के तौर पर दो सड़क मार्ग चालू किये हुए है। 

7- कांस्य पदक जीतना भारतीय हाॅकी के लिए नये युग का आगाज- सुखराम चौधरी

टोक्यो ओलंपिक मे पुरूष हाॅकी टीम द्वारा 41 वर्ष बाद पदक हासिल करना सीना चौड़ा कर गया और यह भारतीय हाॅकी के लिए नये युग का आगाज है। यह बात हिमाचल प्रदेश हॉकी महासंघ के अध्यक्ष एवं ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कही। उन्होंने कहा कि पांच अगस्त का दिन टीम इंडिया ने यादगार बना दिया है। 41 साल बाद भारत को हॉकी में पदक मिला है। कई दशकों तक ओलंपिक में भारत की बादशाहत रही। अब नई ऊर्जावान भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर नए युग की शुरुआत की है। उन्होंने भारतीय टीम की जीत के बाद कहा कि इतिहास बदलकर देश को हॉकी में 41 साल बाद पदक दिलाने वाले टीम के खिलाड़ियों को हिंदुस्तान का सलाम व वंदन है। कांस्य पदक के लिए टीम इंडिया ने शानदार खेल

दिखाया। गोर हो कि गत 24 जुलाई 2021 को ही धर्मशाला में प्रदेश हॉकी महासंघ की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए सुखराम चौधरी को अध्यक्ष चुना गया था। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बाद अब ऊर्जा मंत्री को प्रदेश हॉकी एसोसिएशन की कमान मिली है। सुखराम चौधरी ने भारतीय टीम द्वारा कांस्य पदक जीतने पर पूरी टीम को बधाई दी है। 

8- खाची को हटाना ईमानदार अधिकारियों का मनोबल तौड़ने जैसा- राठौर

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने मुख्य सचिव अनिल खाची को समय से पहले उनके पद से हटाने के सरकार के फैसले की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय ईमानदार अधिकारियों को हतोत्साहित करने वाला है। खाची का अपमान भी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह निर्णय राजनीतिक दबाव में लिया है। कांग्रेस इसकी निंदा करती है। राठौर ने इसे प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि खाची अपनी ईमानदारी

और कर्तव्यनिष्ठा के लिए पूरे देश में जाने जाते हैं। उन्हें इस प्रकार पद से हटाना उनका ही नहीं, बल्कि प्रदेश के लोगों का भी अपमान है। खाची प्रदेश के एक साधारण और प्रतिष्ठित परिवार से संबंध रखते हैं। राठौर ने कहा कि पिछले दिनों जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह की ओर से उनके साथ बदसलूकी करना भी खेदजनक था। यदि मुख्यमंत्री सही में ईमानदारी के प्रति समर्पित होते तो वह मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई करते न कि खाची को पद से हटाते। प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार बनी है, तभी से काबिल और योग्य अधिकारियों को कम महत्व के पदों पर बैठाया जा रहा है। यही कारण है कि आज तक जयराम अफसरशाही के साथ कोई तालमेल नहीं बैठा पाए हैं।  

9- HPTU- नए शैक्षणिक सत्र में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया का शेड्यूल जारी।

हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर ने नए शैक्षणिक सत्र में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया का शेड्यूल जारी कर दिया है। शैड्यूल के मुताबिक 11 अगस्त से ऑनलाइन कांउसलिंग प्रक्रिया शुरू होगी। तकनीकी विवि के अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो. राजेंद्र गुलेरिया ने कहा कि अभी ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 अगस्त है। 11 अगस्त से बी फार्मेसी डायरेक्ट एंट्री, बी फार्मेसी (आयुर्वेद), बीबीए, बीसीए, बीएससी (एचएमसीटी/बीएचएमसीटी) और एमटेक की ऑनलाइन काउंसलिंग शुरू होगी। विद्यार्थी तकनीकी विवि की वेबसाइट पर काउंसलिंग प्रक्रिया का पूरा शेड्यूल देख सकते हैं। 21 अगस्त को तकनीकी विवि पहले चरण की काउंसलिंग का परिणाम घोषित करेगा। 22 से 26 अगस्त तक विद्यार्थियों को आवंटित शिक्षण संस्थान में रिपोर्ट करना होगा। पहले चरण में यदि सीटें खाली रहेंगी तो खाली सीटों को भरने के लिए दूसरे चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया होगी। अधिष्ठाता शैक्षणिक ने कहा कि बीटेक, एमबीए, एमबीए (टीएंडएचएम), एमसीए, एम फार्मेसी, बी फार्मेसी लेटरल एंट्री, एमएससी (भौतिक विज्ञान), एमएससी (पर्यावरण विज्ञान), पीजी डिप्लोमा इन योग (दोनों सत्र) विषयों के काउंसलिंग शेड्यूल अभी जारी नहीं किया गया है।

10- मुख्यमंत्री ने पांच आॅक्सीजनयुक्त एंबुलेंस को किया रवाना। 

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज ओक ओवर से कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत महिंद्रा ग्रुप द्वारा प्रदान की गई पांच आॅक्सीजनयुक्त एंबुलेंस को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। जय राम ठाकुर ने इस परोपकारी कार्य के लिए महिंद्रा ग्रुप का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को उत्कृष्ठ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ये एंबुलेंस मरीजों को राहत प्रदान

करने के प्रदेश सरकार के प्रयासों में सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि ये एंबुलेंस आईजीएमसी शिमला, किन्नौर, कण्डाघाट, जंजैहली और नुरपुर अस्तालों को प्रदान की जाएंगी। उन्होंने जिला कांगड़ा के देहरा में 500 एलपीएम पीएसए आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित करने के लिए भी महिंद्रा गुु्रप का आभार व्यक्त किया, जिससे महामारी के इस कठिन समय में क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित होंगी। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, प्रेजिडेंट महिंद्रा ग्रुप के कार्यकारी सहायक यशवर्धन वर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित रहे। 
 

शाम सात बजे तक का कोविड मीडिया बुलेटिन-

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग हिमाचल प्रदेश बुलेटिन-