एक और मेकशिफ्ट अस्पताल जनता को समर्पित- ddnewsportal.com

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एक और मेकशिफ्ट अस्पताल जनता को समर्पित 

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला से वर्चुअली किया इस जिले के राधा स्वामी सत्संग ब्यास केंद्र मे स्थापित हॉस्पिटल का शुभारंभ।

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शिमला से वर्चुअल माध्यम द्वारा जिला सोलन के रबौण में राधा स्वामी सत्संग ब्यास केन्द्र में 3.90 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मेकशिफ्ट कोविड अस्पताल का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मेकशिफ्ट अस्पताल में 200 आॅक्सीजनयुक्त बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है, जो कोविड रोगियों को बेहतर उपचार सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में रोगियों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए 100 चिकित्सक, स्टाॅफ नर्स और अन्य पैरामेडिकल कर्मी उपलब्ध हैं और रैपिड टैस्टिंग के लिए प्रयोगशाला भी स्थापित की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड रोगियों पर निगरानी रखने के लिए इस अस्पताल में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि रोगियों के मनोरंजन के लिए यहां सेंटरलाइजड टीवी स्क्रीन भी स्थापित की गई है। जय राम ठाकुर ने कहा कि इस अस्पताल का निर्माण कार्य 14 दिनों की रिकार्ड समय अवधि के भीतर पूरा किया गया है। इसका निर्माण 17 मई, 2021 को शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए 200 मजदूरों को लगाया गया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में कोविड महामारी से प्रभावशाली तरीके से निपटने पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने प्रदेश को कोविड महामारी से लड़ने के लिए मंडी, परौर और सोलन में मेकशिफ्ट कोविड अस्पताल स्थापित करने के लिए अपनी सम्पत्तियां प्रदान कर राज्य सरकार को सहयोग

दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि राज्य में कोई भी कोविड रोगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न रहे। सरकार ने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए अनेक पहल की हैं और कोविड-19 रोगियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में पीएसए आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित किए हैं। जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य अधोसंरचना क्षमता निर्माण पर विशेष बल दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से केन्द्र सरकार ने राज्य के आॅक्सीजन कोटे को 15 मीट्रिक टन से 40 मीट्रिक टन बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने डी-टाइप सिलेंडरों की संख्या को 2500 से बढ़ाकर 7755 किया है, जिससे आॅक्सीजन भण्डारण क्षमता 27 मीट्रिक टन हो गई है। उन्होंने कहा कि बिस्तरों की क्षमता को भी 1200 से बढ़कर लगभग 5000 कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संतोष का विषय है कि गत कुछ दिनों में रिकवरी रेट 89 प्रतिशत हो गया है। सरकार होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से लगातार संपर्क रखा जाना चाहिए ताकि उनके स्वास्थ्य मानकों की निगरानी की जा सके और उन्हें उपयुक्त उपचार प्रदान किया जा सके।