मास्क के साथ बांटी भविष्य की ऑक्सीजन भी- ddnewsportal.com
मास्क के साथ बांटी भविष्य की ऑक्सीजन भी
आज मद्रासी काॅलोनी मे पंहुच गई ये आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, जरूरतमंद लोगों की सेवा करना बना ली है दिनचर्या।
वैसे तो कोरोना संकट के इस दौर मे सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सरकार द्वारा दिए जा रहे हर काम को बखूबी कर रही है। लेकिन पांवटा साहिब मे एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ऐसी भी है जिन्होंने अपने काम के साथ साथ जरूरतमंद लोगों की सेवा को अपनी दिनचर्या बना लिया है। स्कूल बंद है तो घर पर भी आराम से नही बैठ सकती। हर पल कोरोना फ्रंटलाईन वारियर्स की
सुरक्षा के लिए और गरीब जरूरतमंद लोगों के लिए चिंतित रहती है। कुछ और न कर पाई तो घर पर बैठे बैठे मास्क ही तैयार कर लिए। थोड़े बहुत नही बल्कि सैंकड़ों हजारों मास्क बनाकर बांट दिये। बात आंगनवाड़ी कार्यकर्ता संतोष गुलाटी की हो रही है। जिन्होंने पिछले एक वर्ष मे कुछ नही तो कम से कम 2 से 3 हजार लोगों को अपने आप बनाए हुए मास्क बांटे है। पुलिस हो या प्रशासन, मीडिया कर्मी हो या अन्य विभाग के कर्मी जो महामारी के दौरान
काम मे जुटे हुए हैं। उन सभी तक मास्क पंहुचाए ताकि वह संक्रमण से बचाव कर सके। नाहन जिला मुख्यालय मे पुलिस लाईन तक इनके बनाए मास्क गये। यही कारण रहा कि इनकी अभूतपूर्व सेवाओं को देखते हुए इन्हे जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस पर और अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पांवटा साहिब की बेस्ट आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का खिताब मिला। इस वर्ष भी यह सिलसिला जारी है। पुलिस और प्रशासन को मास्क वितरित करने के बाद अब वह मद्रासी काॅलोनी मे पंहुची और मास्क के साथ एक नई शुरूआत भी
की। लोगों को पौधें भी बांट रही है और उनसे इन्हे रौपने का आहवान कर रही है ताकि भविष्य मे ये पेड़ बनकर हमे भरपूर ऑक्सीजन दें। मद्रासी काॅलोनी मे ज़्यादातर मजदूर वर्ग के लोग रहते हैं। यहां के पुरूष जहां मजदूरी पर जाते हैं तो महिलाएं लोगों के घरों मे काम करती है। ऐसे मे कार्यकर्ता संतोष गुलाटी ने इस काॅलोनी मे मास्क वितरित किये। साथ ही महिलाओं को पौधें भी बांटे और इन्हे रौप कर पेड़ बनाने का वचन भी लिया। पांवटा साहिब मे सभी सामाजिक संस्थाए, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा वर्कर्स सहित अन्य महिला संगठन भी दिन रात लोगों की सेवा मे जुटी हुई है। और सभी प्रशंसा के पात्र है।