एक पेपर देने को बेरोजगार खर्च रहे हजारों रुपये ddnewsportal.com

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एक पेपर देने को बेरोजगार खर्च रहे हजारों रुपये 

पोस्ट कोड-950 लाईब्रेरियन की परीक्षा आज हमीरपुर में, एक पद के लिए पंहुचे सैंकड़ों, बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक।

हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आज एक पद के लिए परीक्षा हो रही है। जिसके लिए पूरे प्रदेश से बेरोजगार पंहुचे हुए है। शिलाई के युवा अनिल चौहान से आज फिर हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को हमीरपुर में पोस्ट कोड-950 लाईब्रेरियन के एकमात्र पद के लिए परीक्षा हुई। जिसमे मात्र हमीरपुर मे ही परीक्षा केंद्र पूरे हिमाचल के लिए था। अनिल चौहान ने कहा कि बड़े खेद का

विषय है कि ऐसा कई बार होता आया है, जब 1-2 पद हेतु पूरे हिमाचल से अभियार्थि को सिर्फ एक केन्द्र हमीरपुर ही आना पड़ता है। एक तो पोस्ट 1-2 और फिर केंद्र सिर्फ एक, जबकि सरकार के पास पोस्टें ज्यादा रहने पर भी एकसाथ नही करवाते ताकि फीस से सरकार को कमाई ज्यादा हो। उन्होंने कहा कि आयोग को पहले भी पत्र से अवगत कराया गया है की चाहे पोस्ट एक हो या दो कम से कम दो केंद्र हो ताकि नजदीक परीक्षा देकर बेरोजगार अभ्यर्थी घर से आ और जा सके। इस तरह की कार्य प्रणाली से बेरोजगार के साथ न इंसाफ हो रहा है। कईं बार दूर परीक्षा केंद्र होने के कारण बेरोजगार और गरीब परिवार से अभ्यर्थी हमीरपुर नही पहुँच पाते जिससे वह परीक्षा से वंचित रह जाते है।
गोर हो कि इससे पहले भी युवा अनिल चौहान ने बेरोजगार युवाओं का दर्द एक गणित से सामने लाया था। अनिल चौहान के मुताबिक कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर कईं परीक्षाओं के टाईपिंग टेस्ट के लिए पूरे प्रदेश से बेरोजगार युवाओं को हमीरपुर बुलाता है जिस पर प्रदेश के बेरोजगार युवाओं

के पौने चार करोड़ रूपये तक खर्च होते हैं। गिरिपार क्षेत्र के माशू गांव के अनिल चौहान लगातार ये मुद्दा उठा रहे हैं लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नही रेंग रही। 10 मिनट के टाइपिंग टेस्ट के लिए भारी-भरकम रकम बेरोजगार खर्च करें तो सरकार की व्यवस्था पर सवाल उठना लाजिमी है।  जबकि अगर इस तरह के टेस्ट को यदि हर जिले में कराया जाए तो गरीब व बेरोजगार का पैसा भी बचेगा और परेशानी भी। इसीलिए उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि आने वाले सभी टाइपिंग टेस्ट और अन्य परीक्षा हर जिले में कराई जाएं।