Sirmour: हाटी और खश कनैत समिति की बैठक, हुए ये महत्वपूर्ण फैसले... ddnewsportal.com

Sirmour: हाटी और खश कनैत समिति की बैठक, हुए ये महत्वपूर्ण फैसले...
हाटी समिति और खश कनैत समिति की एक संयुक्त बैठक रवीन्द्र चौहान अध्यक्ष ब्लॉक यूनिट संगड़ाह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक में संगड़ाह ब्लॉक से NEET परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी मन्नत चौहान पुत्र सुरेश चौहान, ग्राम सेर तंदुला, वंशिका पुत्री रमेश कुमार ग्राम नाईचना, अंकिता पुंडीर पुत्री वीरधन ग्राम देवा मानल, गोपाल पुत्र कान सिंह ग्राम मानल दोछी तहसील संगड़ाह तथा इनके के साथ थुनाग में आई बाढ़ में फंसे परिवार को बचाने में साहसिक कार्य करने वाले युवा रोनित पुंडीर पुत्र हरमोहन पुंडीर ग्राम देवा मानल को भी सम्मानित किया गया। नीट परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले बच्चों को स्मृति चिन्ह के साथ 2100 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई।
मंडी जिला के सराज, करसोग आदि इलाकों में बाढ़ राहत के लिए हाटी समिति द्वारा जुटाई गई पांच लाख रुपए की राशि में जिन्होंने अंशदान दिया है, उन सभी का केंद्रीय हाटी समिति के अध्यक्ष डॉ अमीचंद कमल द्वारा धन्यवाद किया गया।
हाटी समिति कानूनी सलाहकार समिति के संयोजक रणसिंह चौहान ने हाटी मुद्दे पर हाईकोर्ट में चल रही सुनवाई पर जानकारी दी। केंद्रीय खश कनैत समिति का पुनर्गठन और विस्तार किया गया जिसमें अध्यक्ष हरदेव सिंह वर्मा ग्राम गराड़ी, बोगधार, महासचिव विकल्प ठाकुर ग्राम शलाना राजगढ, कोषाध्यक्ष हेमचंद कमल ग्राम शामरा तहसील नोहराधार को चुना गया।
खश कनैत समिति रेवेन्यू रिकॉर्ड में जाति दुरुस्ती करवाने के लिए प्रशासन के साथ तालमेल बनाएगी। क्योंकि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा 1955 में एक अधिसूचना जारी करके गिरिपार क्षेत्र में खश कनैत जाति को राजपूत दर्ज करवाया था जिससे खश कनैत की मूल जातिगत पहचान लुप्त होती जा रही है। अभी तक इस विषय में काफी पत्राचार भी किया गया है लेकिन रेवेन्यू रिकॉर्ड में दुरुस्ती नहीं हो पाई है।
बैठक में हाटी समिति और खश कनैत समिति पदाधिकारियों के अलावा उपस्थित विशेष लोगों में भगत राम वर्मा फाऊंडर मेम्बर हाटी समिति, सेवा निवृत्त ENC जोगेंद्र चौहान, रमेश वर्मा, विजय सिंह पुंडीर, सुरेन्द्र ठाकुर, योगराज ठाकुर, हीरपाल शर्मा, सुरेश नंबरदार, चेत सिंह नंबरदार, सचिव मनोज कमल, भजन सिंह पुंडीर, बलमोहन पुंडीर आदि 100 से अधिक लोगो ने भाग लिया।