खुले बाजार की लूट पर कौन लगायेगा लगाम ddnewsportal.com

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खुले बाजार की लूट पर कौन लगायेगा लगाम

संबंधित अधिकारियों के कुंभकर्णी नींद के चलते बेलगाम हुए फल व सब्जियों के बाजारी दाम, सब्जी मंडी से निकलते ही क्यों हो रहे तीन गुणा दाम।

मंहगाई ने वैसे तो आम जनता का जीना मुहाल कर रखा है उपर से ओपन मार्केट पर खाद्य वस्तुओं और फल सब्जियों पर संबंधित विभाग का कंट्रोल न होने के चलते रसोई मे भी आग लगने लगी है। पिछले कुछ समय से सब्जियों के दामों मे भारी उछाल आया है जिससे आम गृहणियों का बजट गड़बड़ा गया है। कोई भी सब्जी बाजार मे 60-70 रूपये प्रति किलोग्राम से नीचे नही मिल रही है और रेट लिस्ट तो कहीं ही नजर आती है। ग्राहक रेट लिस्ट के बारे मे पूछते हैं तो रूखा जवाब कि चाहिये तो बोलो नही तो रहने दीजिए। सब्जियों के दाम क्यों बढ़ रहे हैं, क्या मंडी मे ठीक से सप्लाई नही आ रही, क्या पैदावार कम हो रही है या कोई और कारण है। ये जानने के लिए देश दिनेश मीडिया ने इस मामले की तह तक जानकारी जुटाने का जब प्रयास किया तो परिणाम बड़े हैरान करने वाले निकाले। 
जानकारी जुटाने पर पता चला कि सब्जी मंडी मे सप्लाई नियमित सही आ रही है। पैदावार भी पूरी है। लेकिन फिर ऐसा क्या हो रहा कि सब्जी मंडी के दायरे से निकलते ही सब्जियों के दाम एकदम से बाजार मे दो से अढ़ाई गुणा

हो जाते है। जानकारों की माने तो इसका मुख्य कारण संबंधित विभागों के अधिकारियों की कुंभकर्णी नींद है। जब अधिकारी बाजार नही जायेंगे, रेट लिस्ट पर सख्ती नही करेंगें और तय से अधिक रेट वसूलने वालों पर कारवाई नही करेंगे, यह लूट ऐसे ही चलती रहेगी और आम जनता महंगाई तले पिसती ही रहेगी। बुधवार को यदि सिर्फ टमाटर के दाम पर नजर डालें तो मंडी मे टमाटर 25 से 30 रूपये प्रति किलोग्राम बिका जबकि बाजार मे 70 से 80 रूपये बेचा जा रहा है। इसी प्रकार आलू के रेट सब्जी मंडी मे 20 रूपये रहा लेकिन कईं सब्जी बिक्रेता और विशेषकर गलियों मे जाने वाले रेहड़ी वाले 40 रूपये प्रति किलोग्राम तक बेच रहे हैं। यही हाल बाकी सब्जी का भी है। 
हम अपने पाठकों को आज के मंडी रेट बता रहे हैं ताकि वह खुद अंदाजा लगा सके कि उन्हे किस कदर लूटा जा रहा है।