सितंबर में हुई परीक्षाओं को ही माना जाए फर्स्ट टर्म ddnewsportal.com

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सितंबर में हुई परीक्षाओं को ही माना जाए फर्स्ट टर्म

हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ ने बोर्ड अध्यक्ष के साथ शिक्षक संगठनों की वर्चुअल बैठक कर पक्ष रख किया आग्रह।  

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की वर्चुअल बैठक में हिमाचल शिक्षक महासंघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया। यह जानकारी सुंदर नगर में जारी प्रेस बयान के माध्यम से शिक्षक महासंघ के प्रदेश मीडिया प्रभारी दर्शन लाल ने दी। बैठक की अध्यक्षता बोर्ड के चेयरमैन सुरेश सोनी ने की। जिसमें प्रदेश में स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा ली जाने वाली फर्स्ट टर्म और सेकंड टर्म की परीक्षाओं को लेकर चर्चा की गई। शिक्षक महासंघ की तरफ से उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर और महामंत्री विनोद सूद ने पक्ष रखा। जिसमें शिक्षक महासंघ की तरफ से  सितंबर माह में ली गई परीक्षाओं को ही फर्स्ट टर्म मान

लेने की बात प्रमुखता से उठाई गई। इस संबंध में उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया विधिवत तरीके से संपन्न हुई है। हालांकि कोविड 19 के चलते स्कूल बंद होने के कारण यह परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से ली गई है। लेकिन बोर्ड के निर्देशानुसार स्कूलों द्वारा बायकायदा परीक्षा परिणाम का ब्यौरा तैयार किया गया है। बावजूद इसके फर्स्ट टर्म की परीक्षाएं करवाई जाती हैं तो ये परीक्षाएं  नवंबर से शुरू होकर 5 दिसंबर तक समाप्त हो जानी चाहिए। ताकि शीतकालीन स्कूलों में होने वाला अवकाश बाधित ना हो। शीतकालीन स्कूलों में दुर्गम क्षेत्रों में बर्फबारी के चलते अवकाश को कम करना भी उचित नहीं रहेगा। इसके साथ बोर्ड द्वारा सेकंड टर्म की परीक्षाओं का संचालन मार्च 2022 में तय किया गया है । जबकि इन परीक्षाओं का आयोजन किसी भी लिहाज से मार्च में करवाया जाना तर्कसंगत नहीं है। एक तरफ शीतकालीन स्कूलों में जनवरी से लेकर फरवरी 10 तक छुट्टियां रहती हैं। वहीं दूसरी तरफ सेकंड टर्म की परीक्षाओं की तैयारी के लिए विद्यार्थियों को बहुत कम समय रहेगा। इसी लिहाज से शिक्षक महासंघ की तरफ से सेकंड टर्म की परीक्षाएं मार्च के बजाए 15 अप्रैल के बाद करवाने की मांग की गई है।बोर्ड चेयरमैन

की तरफ से सोमवार को ऑफलाइन बैठक करके सभी मामलों को सुलझाने की बात कही गई है। इस बैठक में सभी शिक्षक संगठनों के पदाधिकारियों ने शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली ओर इस कोविड के समय मे किये गए कार्यो की सराहना करते हुए बोर्ड का धन्यवाद किया। बैठक में सभी संगठनों ने एक सुर से कहा कि कोई भी संगठन गलत प्रचार न करे, क्योंकि इससे बच्चों के भविष्य पर गलत असर पड़ेगा। हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ मामराज पुंडीर ने बैठक की जानकारी दी। डॉ पुंडीर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड देश का पहला राज्य बन गया है जिन्होंने इस प्रणाली को लागू कर दिया है। इस बैठक में प्रान्त अध्यक्ष पवन कुमार, प्रान्त महामंत्री विनोद सूद, प्रान्त मीडिया प्रभारी दर्शन लाल आदि मौजूद रहे।