मस्तभौज: जामना में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, सशक्तिकरण को हस्ताक्षर अभियान और बहुत से कार्यक्रम... ddnewsportal.com
मस्तभौज: जामना में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस, सशक्तिकरण को हस्ताक्षर अभियान और बहुत से कार्यक्रम...
गिरिपार क्षेत्र के नागरिक उपमंडल कफोटा के मस्तभौज क्षेत्र के राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जामना में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया गया। जिसमें सभी अध्यापकों के साथ-साथ पाठशाला के विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय प्रारंभिक पाठशाला जामना में कार्यरत CHT बाला धीमान ने दीप प्रज्वलित करके किया। उसके बाद पाठशाला में कार्यरत प्रवक्ता इतिहास
आत्माराम चौहान ने मंच का संचालन करते हुए कुमारी लक्षिता, अंशिका, तमन्ना आरुषि व साधना को इस दिवस के उपलक्ष में समूह गान के लिए मंच पर आमंत्रित किया। इसके बाद इन्होंने समूह गान के माध्यम से सभी दर्शकों को भाव विभोर कर दिया। तत्पश्चात कुमारी तमन्ना ने सभी अध्यापकों एवं छात्रों को बालिका दिवस के रूप में शपथ ग्रहण करवाई जिसमें सभी लोगों ने बालिका सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दर्ज की। कुमारी लक्षिता ने अपने भाषण में सभी लोगों को जागरूक किया तथा कन्याओं के उत्थान के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में एक छात्रा द्वारा बालिका दिवस विषय पर कविता पाठ भी सुनाया गया जिसे सभी लोगों ने पसंद किया। इसके बाद कुमारी साक्षी, प्रीति, तमन्ना व साधना के द्वारा बालिका दिवस पर चित्रकारी प्रतियोगिता भी प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम का जो एक मुख्य आकर्षण हिस्सा था जिसके तहत सभी छात्र एवं छात्राओं ने बालिकाओं के उत्थान व बालिका सशक्तिकरण के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया। जिसमें सबसे पहले पाठशाला के कार्यवाहक प्रधानाचार्य रमेश चौहान ने अपने हस्ताक्षर किए उसके बाद सभी स्टाफ के सदस्यों ने और छात्रों ने हस्ताक्षर अभियान के तहत अपने हस्ताक्षर दर्ज किया।
इस अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए रमेश चौहान ने कहा कि आज हमें रूढ़िवादिता की सोच को दरकिनार करना है और समाज में फैली लैंगिक असमानता व अन्य प्रकार के कन्या भेदभाव को दूर करने का समय आ गया है। ताकि हमारा समाज बुराईयों से दूर रहे और कन्या विकास में सभी का भरपूर समर्थन मिलता रहे। इस अवसर पर सीएचटी बाला धीमान और वोकेशनल शिक्षिका मनीषा शर्मा ने भी अपने विचार बच्चों के समक्ष रखे। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। अंत में धाम का भी आयोजन किया गया जिसमें बहुत सारी महिलाओं ने भी भाग लिया।